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28-11-2024
Manipur News Today: मणिपुर का जिरीबाम जिला इन दिनों मानवता के सबसे भयावह अध्याय का गवाह बन चुका है। यहां एक ही परिवार के छह मासूम सदस्यों की नृशंस हत्या ने पूरे देश को दहला दिया है। यह घटना न केवल एक समुदाय विशेष के लिए बल्कि पूरे देश के लिए त्रासदी बनकर सामने आई है।
17 नवंबर को मणिपुर के जिरीबाम जिले के बोरोबेकरा इलाके से तीन महिलाओं और तीन बच्चों का अपहरण किया गया। इनमें सबसे छोटी पीड़िता 10 महीने की मासूम लैशराम लमंगनबा थी। सिलचर मेडिकल कॉलेज में हुई ऑटोप्सी रिपोर्ट ने जो खुलासे किए, वे बेहद दर्दनाक हैं। बच्चे की आंखें निकाल ली गई थीं, सिर धड़ से अलग था और शरीर पर गहरे जख्मों के निशान थे।
आठ साल की तेलन थजंगनबी के शरीर पर कई गोलियां लगी थीं, और 31 वर्षीय तेलम थोईबी की खोपड़ी की हड्डियां टूटी हुई पाई गईं। इन मौतों ने मणिपुर में पहले से ही चल रहे जातीय संघर्ष को और भड़काने का काम किया है। मेइती और कुकी समुदायों के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद ने हिंसा का ऐसा रूप लिया है कि पूरा राज्य दहशत में है।
सैकड़ों मौतों और हजारों के बेघर होने के बाद अब सवाल उठता है कि आखिर इस हिंसा का अंत कब होगा? क्या हमें इसी तरह धर्म, जाति और समुदाय के नाम पर विभाजित होकर जीना होगा, या हम इंसानियत के लिए एकजुट होंगे?
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमें अब मानवता के लिए एकजुट होकर इस हिंसा का विरोध करना होगा। दोषियों को कड़ी सजा दिलाने और शांति बहाल करने के लिए सरकार और समाज को ठोस कदम उठाने होंगे। अगर अब भी हम नहीं जागे, तो आने वाला कल और भी भयावह हो सकता है।
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