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Rahul Bisen

Dec. 31, 2024

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Health Tips In Hindi: भूलकर भी न करें इन 5 चीजों को खाकर दिन की शुरुआत, दिन भर हो जाएंगे परेशान


Health Tips In Hindi: दिन का पहला खाना, यानी ब्रेकफास्ट, हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह न केवल हमारे शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है बल्कि दिनभर के मूड और कार्यक्षमता को भी प्रभावित करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ चीजें ऐसी हैं, जिन्हें खाली पेट खाने से बचना चाहिए? ये चीजें आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती हैं और दिनभर आपको परेशान कर सकती हैं।

 

1. केला

केला पोषक तत्वों से भरपूर फल है, लेकिन इसे खाली पेट खाने से बचना चाहिए। केले में प्राकृतिक शुगर और कार्बोहाइड्रेट की अधिक मात्रा होती है, जो खाली पेट खाने पर शरीर में शुगर लेवल को तेजी से बढ़ा सकती है। यह एसिडिटी और पेट में भारीपन का कारण बन सकता है।

 

2. तले हुए खाद्य पदार्थ (फ्राइड फूड्स)

पूरी, परांठा, या अन्य तले हुए स्नैक्स सुबह-सुबह खाने से पेट भारी महसूस होता है। इनमें तेल और वसा की अधिक मात्रा होती है, जो पाचन तंत्र पर दबाव डालती है। इससे अपच और सुस्ती हो सकती है।

 

3. खट्टे फल और जूस

खाली पेट खट्टे फल या उनका रस पीने से एसिड रिफ्लक्स हो सकता है। यह पेट में एसिड की मात्रा बढ़ाकर जलन, बेचैनी, और अल्सर जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है। सुबह खट्टे फल खाने से बचें।

 

4. मसालेदार भोजन (स्पाइसी फूड्स)

सुबह मसालेदार भोजन करना पेट के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इससे पेट में जलन, गैस और अपच की समस्या हो सकती है। खासकर खाली पेट मसालेदार खाना सीने में जलन का कारण बन सकता है।

 

5. सलाद

कच्ची सब्जियों से तैयार सलाद को खाली पेट खाना हानिकारक हो सकता है। इसे पचाना मुश्किल होता है, जिससे पेट दर्द और गैस की समस्या हो सकती है। सुबह सलाद खाने से बेहतर है कि इसे दोपहर या रात के भोजन में शामिल करें।

सही शुरुआत का महत्व

खाली पेट हमेशा हल्का और पचने में आसान भोजन करना चाहिए, जैसे दलिया, सूखे मेवे, या हल्का फल। सही नाश्ता न केवल आपको दिनभर ऊर्जावान रखता है, बल्कि आपकी सेहत को भी मजबूत बनाता है।

डिस्क्लेमर: ये आर्टिकल सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए है। ये किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का ओपशन नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।


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Rahul Bisen

Dec. 30, 2024

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South Korea Plane Crash: साउथ कोरिया में बड़ा विमान हादसा: 179 लोगों की मौत, लैंडिंग गियर में दिक्कत के चलते रनवे पर धमाका


South Korea Plane Crash: रविवार को दक्षिण कोरिया के मुआन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक बड़ा विमान हादसा हो गया। थाईलैंड से लौट रहे जेजू एयरलाइंस के विमान 2216 के रनवे पर फिसलने और दीवार से टकराने के बाद आग लग गई। इस दर्दनाक हादसे में 179 लोगों की मौत गई है, जबकि दो लोगों को जीवित बाहर निकाला गया है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कोरिया टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, विमान में 173 कोरियाई नागरिक, दो थाई यात्री और छह क्रू मेंबर सवार थे। विमान ने सुबह 1:30 बजे थाईलैंड से उड़ान भरी थी और इसे सुबह 8:30 बजे मुआन एयरपोर्ट पर लैंड करना था। लैंडिंग के दौरान तकनीकी समस्याओं के चलते विमान रनवे पर नियंत्रण खो बैठा और दीवार से टकराने के बाद उसमें आग लग गई।

स्थानीय समयानुसार सुबह 9:07 बजे यह हादसा हुआ। 'केबीएस वर्ल्ड' के अनुसार, विमान ने पहले लैंडिंग का प्रयास किया, लेकिन असफल रहा। इसके बाद विमान ने एयरपोर्ट के ऊपर कई चक्कर लगाए और फिर दोबारा लैंडिंग का प्रयास किया। इस दौरान रनवे पर फिसलने के बाद विमान दीवार से टकरा गया। आग लगने के 43 मिनट बाद उसे बुझा दिया गया।

योनहाप समाचार एजेंसी के अनुसार, अब तक दो लोगों को जीवित बाहर निकाला गया है। विमान के पिछले हिस्से से यात्रियों को बाहर निकालने का प्रयास किया जा रहा है। विमान में कुल 181 लोग सवार थे, जिनमें से 179 लोगों की मौत गई है.

इस हादसे ने दक्षिण कोरिया और थाईलैंड दोनों देशों में गहरा शोक फैला दिया है। स्थानीय प्रशासन और फायरब्रिगेड की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। हादसे के कारणों की जांच जारी है।


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Rahul Bisen

Dec. 25, 2024

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Latest Isro Mission: भारत शामिल हो जाएगा दुनिया की एलीट 3 देशों के क्लब में, जानिए क्या है इसरो का नया मिशन


Latest Isro Mission: इसरो 30 दिसंबर को अपना नया मिशन, स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (स्पाडेक्स), लॉन्च करने जा रहा है। इस लॉन्च के साथ ही भारत अंतरिक्ष कार्यक्रम में एक अहम कदम बढ़ाएगा और दुनिया के उन तीन देशों के क्लब में शामिल हो जाएगा, जिनके पास दो अंतरिक्ष यानों या उपग्रहों की डॉकिंग करने की क्षमता है। फिलहाल, अमेरिका, रूस और चीन इस विशेष क्षमता के मालिक हैं। इस मिशन के बाद भारत का नाम भी इन देशों के साथ लिया जाएगा।

यह मिशन, जो ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी60) द्वारा श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया जाएगा, इसरो का 2024 का आखिरी मिशन होगा। इसके सफल संचालन से भारत की भूमिका वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय में और भी सशक्त हो जाएगी। यह मिशन रिसर्च और अंतरराष्ट्रीय सहयोग के नए द्वार खोलेगा, और अंतरिक्ष में डॉकिंग क्षमताओं का प्रदर्शन करेगा, जो भविष्य के अंतरिक्ष प्रयासों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

 

मिशन का उद्देश्य

इस मिशन का मुख्य उद्देश्य दो अंतरिक्ष यानों के बीच डॉकिंग और अनडॉकिंग के लिए आवश्यक प्रणालियों का परीक्षण करना है। अंतरिक्ष में डॉकिंग एक जटिल और जोखिमपूर्ण प्रक्रिया होती है, जिसमें बहुत ही सटीकता की आवश्यकता होती है। एक छोटी सी चूक भी दुर्घटना का कारण बन सकती है। इस मिशन के तहत, दो अंतरिक्ष यान—चेजर (एसडीएक्स01) और टारगेट (एसडीएक्स02)—की डॉकिंग की जाएगी। इन दोनों यानों का वजन लगभग 220 किलोग्राम होगा। मिशन का उद्देश्य ये सुनिश्चित करना है कि चेजर यान, टारगेट यान का पीछा कर उसे डॉक कर सके।

इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा मिशन कंट्रोल से चेसर और टारगेट के बीच की दूरी को सटीकता से नियंत्रित किया जाएगा। दोनों यान पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में 470 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थापित होंगे और चेजर, टारगेट के पास आते हुए अंततः 3 मीटर की दूरी पर डॉक करेंगे। इस प्रक्रिया के दौरान, अंतरिक्ष यान के बीच इलेक्ट्रिक पावर का ट्रांसफर भी किया जाएगा।

 

मिशन का फायदा

  1. भारत का अंतरिक्ष स्टेशन: इस मिशन से भारत को अपनी क्षमता का अहसास होगा, जो भविष्य में अपना खुद का अंतरिक्ष स्टेशन स्थापित करने में सहायक होगा। भारत का आरएलवी (पुन: प्रयोज्य प्रक्षेपण यान) और अन्य मिशनों के लिए डॉकिंग क्षमता को बढ़ावा मिलेगा।
  2. जटिल मिशनों का समावेश: यह मिशन भारत को उपग्रह सर्विसिंग, फॉर्मेशन फ्लाइंग, और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन जैसे जटिल मिशनों के लिए सक्षम बनाएगा।
  3. शैक्षणिक योगदान: इस मिशन में पीओईएम-4 (पीएसएलवी ऑर्बिटल एक्सपेरीमेंटल मॉड्यूल) का उपयोग किया जाएगा, जिसमें कुल 24 पेलोड्स शैक्षणिक संस्थानों और स्टार्टअप्स द्वारा योगदान किए गए हैं। यह वैज्ञानिक अनुसंधान और माइक्रोग्रैविटी प्रयोगों के लिए एक प्लेटफॉर्म प्रदान करेगा।

इस मिशन का सफलतापूर्वक संपन्न होना भारत के अंतरिक्ष विज्ञान में एक मील का पत्थर साबित होगा और देश को अंतरिक्ष तकनीकी में प्रमुख खिलाड़ियों में शामिल करेगा।


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Rahul Bisen

Dec. 23, 2024

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Crime News In Hindi: पत्नी से झगड़े में गुस्से से 'पागल' हुए पति ने दो मासूम बच्चियों का गला चीर दिया


Crime News In Hindi: बिहार के औरंगाबाद जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र में एक रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना घटी है। यहां संगत रोड निवासी 25 वर्षीय सुमित सिंह उर्फ छोटू ने अपनी ही दो मासूम बेटियों, 7 वर्षीय अर्पिता कुमारी और 3 वर्षीय आराध्या कुमारी, पर धारदार चाकू से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल बच्चियों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मदनपुर ले जाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें सदर अस्पताल औरंगाबाद और फिर हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। फिलहाल दोनों बच्चियों की हालत नाजुक बनी हुई है।

जानकारी के मुताबिक, सुमित सिंह और उसकी पत्नी माधुरी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। कुछ दिन पहले सुमित ने अपने ससुर को फोन कर माधुरी को अपने साथ ले जाने की बात कही थी। ससुर ने आकर समझौता करवाने की कोशिश की, जिसके बाद स्थिति थोड़ी सामान्य हुई। लेकिन ससुर के जाने के बाद पति-पत्नी में फिर झगड़ा हो गया।

गुस्से में सुमित ने पत्नी को पीटना शुरू कर दिया, जिससे डरकर पत्नी घर से भाग गई। पत्नी को घर में न पाकर सुमित और ज्यादा आक्रोशित हो गया। उसने तेज धार वाला चाकू उठाया और पत्नी की तलाश शुरू कर दी। जब वह नहीं मिली, तो उसने अपने गुस्से का शिकार अपनी मासूम बेटियों को बना लिया और दोनों का गला चीर दिया।

बच्चियों की चीख-पुकार सुनकर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर मदनपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार और प्रशिक्षु दरोगा पप्पू पासवान पहुंचे। हालांकि, सुमित के उग्र स्वभाव के कारण उसने पुलिस टीम पर भी धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिससे दोनों अधिकारी घायल हो गए। स्थिति को काबू में करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया।

पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद सुमित को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। मदनपुर थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले की जांच जारी है। घायल बच्चियों का इलाज हायर सेंटर में चल रहा है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।


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Rahul Bisen

Dec. 22, 2024

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Women Love Older Men: ना उम्र की सीमा हो! आखिर लड़कियों को ज्यादा उम्र के मर्दों से क्यों होता है प्यार? येकारण जानकर उड़ जाएंगे होश


Women Love Older Men: कहते हैं, प्यार करने की कोई उम्र नहीं होती। प्यार हर समय जवां रहता है। लेकिन आजकल एक ट्रेंड तेजी से उभर रहा है। लड़कियां अपने से ज्यादा उम्र के पुरुषों को पसंद करने लगी हैं, चाहे वह शादी के लिए हो या डेटिंग के लिए। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है? क्या वजह है कि लड़कियां अपने से बड़े उम्र के पुरुषों की तरफ ज्यादा आकर्षित होती हैं? आइए, इस ट्रेंड के पीछे छिपे कारणों को समझते हैं।

महिलाओं का बड़े उम्र के पुरुषों के साथ रिश्ते बनाना हमेशा चर्चा का विषय रहा है। हालांकि, यह कोई नई बात नहीं है। विकासवादी और सामाजिक दृष्टिकोण से महिलाओं की यह पसंद स्वाभाविक है। लेकिन आज भी, अगर कोई लड़की उम्र में बड़े व्यक्ति के साथ रिश्ता बनाती है, तो समाज उसे अक्सर 'गोल्ड डिगर' का टैग दे देता है। इसके बावजूद, लड़कियां लगातार रूढ़ियों को चुनौती दे रही हैं और अपनी पसंद को खुलकर स्वीकार कर रही हैं।

 

लड़कियों के बड़े उम्र के पुरुषों को पसंद करने के 4 प्रमुख कारण

1. जीवन का अनुभव (Life Experience)
लड़कियां ऐसे पार्टनर की तलाश करती हैं, जो जीवन के प्रति परिपक्व दृष्टिकोण रखता हो। बड़ी उम्र के पुरुष जीवन के अनुभवों से भरपूर होते हैं, जो उन्हें ज्यादा समझदार और सहनशील बनाता है। वे छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई-झगड़ा करने के बजाय समस्या का समाधान निकालने में विश्वास रखते हैं। यही अनुभव लड़कियों को उनकी ओर आकर्षित करता है।

2. दिखावा पसंद नहीं (Genuineness)
लड़कियां जीवनसाथी चुनने से पहले सतर्क रहती हैं और दिखावे से दूर रहना पसंद करती हैं। अक्सर कम उम्र के लड़के महंगी गाड़ियों, ब्रांडेड कपड़ों और अपनी लाइफस्टाइल का दिखावा करते हैं। जबकि बड़े उम्र के पुरुष अपनी वास्तविकता के साथ जीते हैं, जो लड़कियों को ज्यादा वास्तविक और भरोसेमंद लगता है।

3. वफादारी की भावना (Loyalty)
कम उम्र के लड़कों की तुलना में बड़े उम्र के पुरुष ज्यादा स्थिर और वफादार माने जाते हैं। लड़कियों को यह डर रहता है कि कम उम्र के लड़के किसी और के साथ अफेयर में पड़ सकते हैं, जबकि बड़े पुरुष इस मामले में अधिक गंभीर और जिम्मेदार होते हैं।

4. आर्थिक और भावनात्मक सुरक्षा (Financial & Emotional Security)
लड़कियां फाइनेंशियल स्टेबलिश पुरुषों के साथ खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करती हैं। साथ ही, बड़े पुरुष अपनी परिपक्वता और समझदारी के कारण उन्हें भावनात्मक सहारा भी प्रदान करते हैं। यह दोनों पहलू लड़कियों को बड़े उम्र के पुरुषों की ओर खींचते हैं।


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Rahul Bisen

Dec. 19, 2024

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Guava or Apple Which is Better: सेब या अमरूद: जानिए सेहत के लिए कौन है सबसे ज्यादा फायदेमंद? फायदे जानकर रह जाएंगे दंग


Guava or Apple Which is Better: शरीर को स्वस्थ और पोषण से भरपूर बनाए रखने के लिए फलों का सेवन जरूरी है। सेब और अमरूद दो ऐसे फल हैं, जो हर मौसम में आसानी से मिल जाते हैं और सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। खासकर सर्दियों के मौसम में अमरूद अधिक पसंद किया जाता है। लेकिन अगर सवाल यह उठे कि सेब और अमरूद में से कौन सा फल सेहत के लिए ज्यादा बेहतर है, तो इसका जवाब देना थोड़ा मुश्किल है। आइए जानते हैं दोनों के पोषण और फायदों की तुलना।

 

पोषण की तुलना

  • सेब:
    100 ग्राम सेब में लगभग 52 कैलोरी होती है। यह फाइबर, विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है। सेब वजन घटाने और दिल की सेहत के लिए फायदेमंद है। इसके एंटीऑक्सीडेंट दिल की बीमारियों और कैंसर जैसी समस्याओं से बचाव में मदद करते हैं।
  • अमरूद:
    100 ग्राम अमरूद में लगभग 68 कैलोरी होती है। यह विटामिन सी, फाइबर और पोटैशियम का बेहतरीन स्रोत है। सेब के मुकाबले अमरूद में चार गुना ज्यादा विटामिन सी पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मदद करता है।

 

फाइबर और पाचन में कौन बेहतर?

अमरूद में सेब की तुलना में ज्यादा फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को मजबूत करता है और कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है। सेब में भी फाइबर मौजूद होता है, लेकिन उसकी मात्रा थोड़ी कम होती है।

 

डायबिटीज और वजन घटाने में मददगार

  • डायबिटीज:
    अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स सेब से कम होता है, जिससे यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर विकल्प बनता है। यह ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
  • वजन घटाना:
    अमरूद और सेब दोनों ही वजन घटाने में सहायक हैं। हालांकि, अमरूद में शुगर की मात्रा कम होने के कारण यह ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।

 

अन्य स्वास्थ्य लाभ

  • सेब:
    इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट दिल की बीमारियों से बचाने और कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करते हैं।
  • अमरूद:
    इसमें लाइकोपीन, विटामिन ए और पोटैशियम होता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।

अगर आप अपनी डाइट में फाइबर और विटामिन सी को शामिल करना चाहते हैं, तो अमरूद आपके लिए बेहतरीन विकल्प है। वहीं, सेब हल्का और आसानी से पचने वाला फल है, जो दिल की सेहत और वजन घटाने में मदद करता है। बेहतर यह है कि अपनी डाइट में दोनों फलों को शामिल करें और उनके अलग-अलग फायदों का लाभ उठाएं।


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Rahul Bisen

Dec. 17, 2024

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Maggi Noodles: मैगी लवर के लिए बड़ी खबर, कंपनी ले रही ये बड़ा फैसला, जानिए क्या है पूरा मामला


Maggi Noodles: मैगी एक ऐसा नाम जो हर उम्र के लोगों की पहली पसंद है। हल्की भूख लगने पर सबसे आसान और स्वादिष्ट विकल्प के रूप में मैगी ने भारतीय रसोई में खास जगह बनाई है। लेकिन, अगर आप भी मैगी खाने के शौकीन हैं, तो एक खबर आपके लिए चिंता का कारण बन सकती है। नेस्ले, जो मैगी की निर्माता कंपनी है, जल्द ही एक बड़ा फैसला ले सकती है।

खबर है कि मैगी की कीमत में बढ़ोतरी हो सकती है। कंपनी यह फैसला एक जनवरी से लागू कर सकती है। हालांकि, कीमत कितनी बढ़ेगी, इसका अभी खुलासा नहीं हुआ है। अगर ऐसा हुआ तो यह निर्णय मैगी लवर्स के लिए निराशाजनक साबित हो सकता है।

 

क्या है पूरा मामला?

इस बदलाव के पीछे एक बड़ा आर्थिक और कूटनीतिक कारण है। स्विट्जरलैंड ने भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंधों में एक बड़ा बदलाव किया है। हाल ही में, स्विट्जरलैंड ने नेस्ले के खिलाफ अदालती फैसले के बाद भारत का "सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र" (Most Favored Nation - MFN) का दर्जा निलंबित कर दिया है। इसका सीधा असर भारत और स्विट्जरलैंड के बीच व्यापार पर पड़ेगा।

एमएफएन दर्जा खत्म होने के बाद भारतीय कंपनियों को स्विट्जरलैंड में अधिक टैक्स चुकाना होगा। पहले जहां 5% डिविडेंड टैक्स लगता था, अब इसे बढ़ाकर 10% कर दिया गया है। इस टैक्स बढ़ोतरी से भारतीय कंपनियों का मुनाफा कम होगा।

नेस्ले, जो स्विट्जरलैंड की कंपनी है, को भी भारत में अब ज्यादा टैक्स देना होगा। इससे नेस्ले के प्रोडक्ट्स की उत्पादन लागत बढ़ जाएगी। नतीजतन, कंपनी अपने मुनाफे की भरपाई के लिए मैगी समेत अन्य प्रोडक्ट्स की कीमतें बढ़ा सकती है।

नेस्ले के अन्य प्रोडक्ट्स जैसे किट कैट चॉकलेट, डेयरी प्रोडक्ट्स, बेबी फूड और आइसक्रीम की कीमतें भी बढ़ने की संभावना है। हालांकि, कंपनी ने अभी तक इस बढ़ोतरी की सटीक जानकारी नहीं दी है।

अगर मैगी की कीमत बढ़ती है, तो यह आपको थोड़ी निराश कर सकता है। हालांकि, आप घर पर कुछ अन्य इंस्टेंट नूडल्स ट्राई कर सकते हैं या मैगी का घर पर बना वर्जन तैयार कर सकते हैं। इसके अलावा, नेस्ले के इस फैसले पर नजर बनाए रखना जरूरी है, क्योंकि कंपनी कीमतों को लेकर जल्द ही घोषणा कर सकती है।

भारत और स्विट्जरलैंड के बीच यह नया टैक्स विवाद उपभोक्ताओं की जेब पर भारी पड़ सकता है। ऐसे में नए साल पर मैगी लवर्स को यह झटका सहना पड़ सकता है। अब देखना यह होगा कि नेस्ले अपने इस फैसले को कब लागू करती है और उपभोक्ताओं पर इसका कितना प्रभाव पड़ता है।


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Rahul Bisen

Dec. 14, 2024

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Winter Health Tips: ठंड के मौसम में क्यों बढ़ जाता है सर्दी-जुकाम? जानिए ठंडी हवा और वायरस का खतरनाक कनेक्शन


Winter Health Tips: सर्दी का मौसम आते ही सर्दी-जुकाम और फ्लू के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। लेकिन क्या सच में ठंडी हवा ही आपको बीमार कर देती है? विशेषज्ञों का मानना है कि ठंड का मौसम सीधे तौर पर जुकाम का कारण नहीं बनता, बल्कि यह उन वायरस को फैलने में मदद करता है, जो इन बीमारियों के पीछे होते हैं।

ठंडी और शुष्क हवा वायरस के लिए अनुकूल वातावरण तैयार करती है। ऐसे वायरस, जैसे राइनोवायरस, इंफ्लुएंजा सर्दियों में अधिक समय तक सक्रिय और संक्रामक बने रहते हैं। उदाहरण के लिए, इंफ्लुएंजा वायरस की बाहरी परत ठंडे मौसम में सख्त हो जाती है, जिससे यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक आसानी से फैलता है।

 

ठंड में संक्रमण क्यों बढ़ता है?

  1. घर के अंदर समय बिताना: सर्दियों में लोग अधिक समय घर के अंदर बिताते हैं। ऐसे में नजदीकी संपर्क और कम हवादार जगहों पर श्वसन वायरस तेजी से फैलते हैं।
  2. छींक और खांसी की बूंदें: ठंडी और शुष्क हवा में छींक या खांसी से निकलने वाली बूंदें जल्दी सूखकर छोटे कणों में बदल जाती हैं, जो लंबे समय तक हवा में रह सकते हैं और संक्रमण का खतरा बढ़ाते हैं।
  3. इम्यून सिस्टम पर असर: ठंडी हवा श्वसन तंत्र की प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देती है, जिससे वायरस के लिए संक्रमण करना आसान हो जाता है।

सर्दी में इम्यूनिटी पर क्या असर पड़ता है?

ठंड के मौसम में धूप की कमी से विटामिन डी का स्तर कम हो सकता है, जो इम्यून सिस्टम को कमजोर बनाता है। इसके अलावा, ठंड में शारीरिक गतिविधियां कम होने से भी शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली प्रभावित होती है।

 

सर्दी-जुकाम से बचने के आसान उपाय

  • नाक और मुंह को स्कार्फ या मास्क से ढकें, ताकि ठंडी हवा सीधे न जाए।
  • दिनभर में थोड़ी देर धूप लें और विटामिन डी युक्त आहार का सेवन करें।
  • घर में हवा के अच्छे प्रवाह को बनाए रखें।
  • नियमित व्यायाम करें और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ खाएं।
  • साफ-सफाई का ध्यान रखें और भीड़भाड़ से बचें।

Disclaimer: यह लेख केवल जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से लिखा गया है। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।


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Rahul Bisen

Dec. 12, 2024

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Maharashtra News: जमानत देने के बदले जज ने मांगे 5 लाख, एंटी-करप्शन वालों ने पकड़ा रंगे हाथ


Maharashtra News: महाराष्ट्र के सतारा जिले में एंटी करप्शन डिपार्टमेंट ने रिश्वत के मामले में एक जज को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। जिला एवं सत्र न्यायाधीश धनंजय निकम और तीन अन्य को 5 लाख रुपये की रिश्वत मामले में पकड़ा गया। यह रिश्वत शिकायतकर्ता के पिता को जमानत देने के लिए मांगी गई थी। घटना कोर्ट परिसर में हुई बताई जा रही है।

पुलिस ने सतारा के एक होटल में जाल बिछाकर न्यायाधीश धनंजय निकम को रंगे हाथों पकड़ा। इस गिरफ्तारी के बाद मामला दर्ज कर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी गई है।

राजस्थान में भी हुई ऐसी घटना

इसी तरह राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को झुंझुनू में एक उपखंड मजिस्ट्रेट (सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट) को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। अधिकारी बंशीधर योगी ने शिकायतकर्ता से 2 लाख रुपये और एक महंगा डिनर सेट रिश्वत में मांगा था।

राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी बंशीधर योगी ने एक भूमि विवाद मामले में अदालत द्वारा उसके पक्ष में फैसला देने के बदले शिकायतकर्ता से 20 बीघा जमीन की मांग की। जब शिकायतकर्ता ने इसे असंभव बताया, तो योगी ने 5 लाख रुपये की मांग कर दी। वेरिफिकेशन के दौरान योगी ने 1 लाख रुपये की रिश्वत ली थी।

महाराष्ट्र भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने एक अन्य मामले में बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) के सहायक इंजीनियर रंजन बागवे को गिरफ्तार किया। बागवे पर आरोप है कि उन्होंने एक ठेकेदार से 3 लाख रुपये रिश्वत मांगी और स्वीकार की। ठेकेदार ने बीएमसी की ‘भुगतान करें और उपयोग करें’ योजना के तहत सार्वजनिक शौचालयों के निर्माण के लिए मंजूरी मांगी थी।


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Rahul Bisen

Dec. 10, 2024

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UP News: पडोसी ने शारीरिक संबंध बनाने से किया इंकार तो, नाराज महिला ने काट डाला पुरुष का प्राइवेट पार्ट


UP News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के एक गांव में एक महिला ने अपने पड़ोसी का गुप्तांग काटने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। महिला का दावा है कि उसने आत्मरक्षा में यह कदम उठाया, जब पड़ोसी व्यक्ति उसके घर में घुसकर उसके साथ यौन उत्पीड़न करने की कोशिश कर रहा था।

यह घटना नगर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की है, जहाँ 40 वर्षीय व्यक्ति पर महिला के साथ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न का आरोप है। महिला का कहना है कि जब आरोपी व्यक्ति ने उसके विरोध के बावजूद उसे शारीरिक रूप से परेशान करने की कोशिश की, तो उसने आत्मरक्षा के लिए उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी व्यक्ति घर में घुस आया था और उसके साथ अनुचित संबंध बनाने की कोशिश कर रहा था, जिसे नकारने पर उसने उस पर हमला कर दिया।

हालांकि, आरोपी व्यक्ति ने अपनी सफाई में दावा किया कि वह बीमार था और डॉक्टर के पास जाने के लिए महिला के घर आया था। उसने कहा कि महिला ने उसे अंदर बुलाकर यौन संबंध बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसे उसने सख्ती से नकारा। इसके बाद, महिला ने अचानक हमला कर दिया और उसका गुप्तांग काट लिया।

घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है। अस्पताल में इलाज के दौरान उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह व्यक्ति अपनी दर्दनाक स्थिति के बारे में बता रहा है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।


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Rahul Bisen

Dec. 8, 2024

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Mahakumbh Mela 2025: महाकुंभ 12 साल में ही क्यों मनाया जाता है ? जानिए क्या है कारन


Mahakumbh Mela 2025: सनातन आस्था के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ मेले में दुनिया भर से श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। यह एक ऐसा महापर्व है जो सभी प्रकार की सिद्धि देने के लिए प्रसिद्ध है।

कुंभ मेला चार प्रमुख तीर्थ स्थलों पर आयोजित किया जाता है – प्रयागराज के संगम किनारे, हरिद्वार में गंगा नदी के तट पर, उज्जैन में शिप्रा नदी के किनारे और नासिक में गोदावरी नदी के पास। क्या आप जानते हैं कि महाकुंभ हर 12 साल में ही क्यों मनाया जाता है? इसके पीछे कई धार्मिक और ज्योतिषीय कारण हैं।

 

महाकुंभ 2025 की तारीखें

महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से शुरू होकर 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। यह मेला पौष पूर्णिमा के दिन स्नान से शुरू होता है और महाशिवरात्रि के दिन अंतिम स्नान के साथ समाप्त होता है। इस दौरान चार प्रमुख स्थानों पर कुंभ मेला आयोजित होता है, जिनमें से नासिक और उज्जैन में हर साल कुंभ मेला होता है, जबकि महाकुंभ इन चारों स्थानों पर बारह साल में एक बार आयोजित किया जाता है।

 

महाकुंभ 12 साल में क्यों मनाया जाता है?

1. ज्योतिषीय कारण
महाकुंभ का आयोजन ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है, खासकर बृहस्पति और सूर्य की राशियों पर। बृहस्पति लगभग 12 साल में अपनी 12 राशियों का चक्कर पूरा करता है। जब बृहस्पति कुम्भ राशि में और सूर्य मेष राशि में होते हैं, तब महाकुंभ का आयोजन होता है। इसी कारण यह महापर्व हर 12 साल में मनाया जाता है।

2. धार्मिक कारण
समुद्र मंथन के दौरान देवताओं और असुरों के बीच अमृत प्राप्त करने के लिए बारह दिव्य दिनों तक युद्ध हुआ था, जो मनुष्यों के बारह वर्षों के बराबर माना जाता है। यही कारण है कि महाकुंभ मेले का आयोजन भी हर 12 साल में एक बार होता है। इसे अत्यंत पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान संगम में स्नान, दान, जप और तप करने वालों को पापों का नाश और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

 

महाकुंभ 2025 शाही स्नान की तिथियाँ

  1. 13 जनवरी: पहला शाही स्नान पौष पूर्णिमा पर होगा।
  2. 14 जनवरी: मकर संक्रांति पर दूसरा शाही स्नान होगा।
  3. 29 जनवरी: तीसरा शाही स्नान मौनी अमावस्या पर होगा।
  4. 3 फरवरी: चौथा शाही स्नान बसंत पंचमी पर होगा।
  5. 12 फरवरी: पांचवां शाही स्नान माघ पूर्णिमा पर होगा।
  6. 26 फरवरी: छठा और आखिरी शाही स्नान महाशिवरात्रि पर होगा।

Disclaimer: यहां दी गई जानकारी मान्यताओं और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। कृपया किसी भी धार्मिक या ज्योतिषीय गतिविधि को अपनाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।


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Rahul Bisen

Dec. 7, 2024

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Shocking News: डॉक्टरों का बड़ा कारनामा! 100 रुपये की शराब पिलाकर कुंवारे की कर दी नसबंदी, वजह जानकर उड़ जाएंगे होश


Shocking News: गुजरात के मेहसाणा जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। सरकारी स्वास्थ्य विभाग पर टारगेट पूरा करने के लिए अविवाहित युवाओं की बिना सहमति नसबंदी करने का आरोप लगा है। मामला तब सामने आया जब नवी शेढवी गांव के एक 30 वर्षीय युवक गोविंद दंतानी को इस षड्यंत्र का शिकार बनाया गया।

गोविंद के अनुसार, वह खेतों में काम कर रहा था जब एक मल्टीपर्पस हेल्थ वर्कर ने उसे लालच दिया। वादा किया गया था कि उसे नींबू और अमरूद तोड़ने के लिए 500 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे। गोविंद इस ऑफर को ठुकरा नहीं सका और उसके साथ जाने को तैयार हो गया।

रास्ते में, स्वास्थ्य कर्मी ने गोविंद को 100 रुपये की शराब पिलाई। शराब के नशे में धुत्त गोविंद को सरकारी एंबुलेंस में बिठाकर गांधीनगर के पास अदलज के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां, उसे बेहोश कर नसबंदी कर दी गई। अगले दिन गोविंद को वापस उसके खेत में छोड़ दिया गया, लेकिन उसे इस बात की भनक तक नहीं थी कि उसके साथ क्या हुआ है।

अगले दिन, गोविंद को मूत्राशय में असहनीय दर्द महसूस हुआ। जब उसने डॉक्टर से संपर्क किया, तो उसे पता चला कि उसकी नसबंदी हो चुकी है। गोविंद ने बताया, "मुझे फल तोड़ने का लालच दिया गया और बाद में नशे की हालत में अस्पताल ले जाकर ऑपरेशन कर दिया गया। यह सब मेरी जानकारी और सहमति के बिना हुआ।"

गुजरात में 24 नवंबर से 4 दिसंबर तक परिवार नियोजन पखवाड़ा आयोजित किया गया था। मेहसाणा जिले में इस दौरान 175 नसबंदी का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब तक सिर्फ 28 ही हो सकी थीं। सूत्रों के मुताबिक, इस टारगेट को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने अवैध तरीके अपनाए।

पूर्व ग्राम प्रधान प्रह्लाद ठाकुर ने इस घटना की निंदा की और इसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अमानवीय कृत्य करार दिया। उन्होंने प्रशासन से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।


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Rahul Bisen

Dec. 6, 2024

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Husband Wife Relationship: महिला हो या पुरुष, सोने से पहले जरूर करें ये 4 काम, पत्नी हमेशा रहेगी खुश


Husband Wife Relationship: शादीशुदा जिंदगी को खुशनुमा और खुशहाल बनाए रखना हर पति-पत्नी की चाहत होती है। लेकिन कई बार कुछ आदतें या छोटी-छोटी गलतियां रिश्तों में दरार पैदा कर सकती हैं। बेडरूम में सोने की आदतें भी इनमें से एक हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी शादीशुदा जिंदगी खुशहाल रहे, तो सोने से पहले इन तीन कामों को जरूर अपनाएं।

 

1. साथ सोने की आदत डालें

शादीशुदा जिंदगी में सामंजस्य और एकजुटता बनाए रखने के लिए साथ सोना बेहद जरूरी है। अगर आप दोनों का सोने का समय अलग-अलग है, तो इस आदत को बदलें। कोशिश करें कि दिनभर की जिम्मेदारियों को समय पर पूरा करके एक साथ सोने जाएं। ऐसा करने से न सिर्फ आप दोनों का रिश्ता मजबूत होगा, बल्कि आपसी समझ भी बेहतर होगी।

 

2. आरामदायक बिस्तर और सुंदर वातावरण तैयार करें

एक अच्छा और आरामदायक बिस्तर दिनभर की थकान को दूर कर सकता है। सुनिश्चित करें कि बिस्तर साफ-सुथरा, मुलायम और आरामदायक हो। चादर और तकिए का रंग ऐसा चुनें, जो आंखों को सुकून दे। बेडरूम का माहौल खुशनुमा और सुकूनभरा होना चाहिए, ताकि आप दोनों आराम से सो सकें और रिश्ते में ताजगी बनी रहे।

 

3. सोने से पहले खुद का ख्याल रखें

महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए यह जरूरी है कि सोने से पहले खुद की देखभाल करें। अगर आप चाहती हैं कि आपके बाल लंबे और मजबूत हों, तो सोने से पहले कंघी करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और बालों की जड़ें मजबूत होती हैं। साथ ही, साफ-सफाई का ध्यान रखें ताकि बेडरूम का माहौल भी सकारात्मक बना रहे।

 

4. पत्नी चाहती है ये छोटी-छोटी बातें

अक्सर पति अपनी पत्नी की भावनाओं को समझने में चूक जाते हैं। पत्नी अपने पति से चाहती है कि वह उसकी बातों को सुने, साथ समय बिताए और उसकी छोटी-छोटी जरूरतों को समझे। यह कोई बड़ा काम नहीं है, लेकिन इन बातों पर ध्यान देने से रिश्ते में हमेशा मिठास बनी रहती है।

सोने से पहले इन आदतों को अपनाकर आप न केवल अपनी शादीशुदा जिंदगी को खुशहाल बना सकते हैं, बल्कि अपने जीवनसाथी के साथ एक मजबूत और गहरा रिश्ता भी बना सकते हैं।


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Rahul Bisen

Oct. 25, 2024

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Delhi News In Hindi: बॉयफ्रेंड से मिलने गई थी प्रेग्नेंट गर्लफ्रेंड, 4 दिन बाद खेत में मिली लाश, जानिए क्या है पूरी कहानी?


Delhi News In Hindi: दिल्ली के नांगलोई इलाके में रहने वाली 20 साल की सोनी का एक दर्दनाक अंत हुआ। करवा चौथ के दिन जब सोनी अपने बॉयफ्रेंड से मिलने घर से निकली, तो उसके परिवार ने कभी सोचा भी नहीं था कि वह उन्हें फिर कभी नहीं देख पाएंगे। चार दिन बाद, सोनी का शव हरियाणा के रोहतक जिले के मदीना गांव के खेतों में दफन मिला, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई।

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सोनी, जो बारहवीं कक्षा की छात्रा थी, पिछले कुछ महीनों से सलीम नाम के युवक के साथ प्रेम संबंध में थी। इसी दौरान, दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने, जिसके कारण सोनी गर्भवती हो गई थी। सोनी के गायब होने के बाद, उसके परिवार ने नांगलोई थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू की और शक के आधार पर सलीम से पूछताछ की। पूछताछ के दौरान सलीम ने स्वीकार किया कि उसने सोनी की गला दबाकर हत्या कर दी थी। उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सोनी के शव को मदीना गांव के खेतों में तीन-चार फीट गहरे गड्ढे में दफनाया।

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इस खुलासे के बाद, दिल्ली पुलिस ने तुरंत सलीम और उसके साथी पंकज को गिरफ्तार कर लिया। रोहतक की बहु अकबरपुर थाना पुलिस की मदद से शव को बरामद किया गया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट और एफएसएल टीम की निगरानी में, सोनी के शव को खेत से बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए रोहतक के पीजीआई अस्पताल भेजा गया।


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Rahul Bisen

Oct. 17, 2024

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Infinix Zero Flip Launch Date, Specifications & Price In India: Infinix ने भारत में लॉन्च किया सबसे सस्ता Infinix Zero Flip फोल्डेबल स्मार्टफोन, जानिए कीमत और फीचर्स


Infinix Zero Flip Launch Date, Specifications & Price In India: भारत में फोल्डेबल स्मार्टफोन की मांग तेजी से बढ़ रही है। अब सैमसंग और मोटोरोला के अलावा अन्य कंपनियाँ भी इस श्रेणी में प्रवेश कर रही हैं। हाल ही में, Infinix ने अपने पहले क्लैमशेल-स्टाइल फोल्डेबल फोन Infinix Zero Flip को भारतीय बाजार में लॉन्च किया है।

 

फीचर्स और डिस्प्ले

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Infinix Zero Flip में 6.9-इंच की LTPO AMOLED इनर स्क्रीन है, जो उच्च गुणवत्ता वाली फोटोग्राफी और वीडियो अनुभव के लिए 120Hz के रिफ्रेश रेट के साथ आती है। वहीं, इसका 3.64-इंच AMOLED कवर डिस्प्ले भी 120Hz रिफ्रेश रेट प्रदान करता है। इस फोन की बाहरी स्क्रीन को Gorilla Glass Victus 2 से सुरक्षित किया गया है, जो इसे मजबूती प्रदान करता है।

 

कीमत और उपलब्धता

Infinix Zero Flip की भारत में कीमत ₹54,999 रखी गई है। लेकिन लॉन्च के समय इसे ₹49,999 की विशेष कीमत पर पेश किया जा रहा है। ग्राहक इसे Blossom Glow और Rock Black कलर ऑप्शन में खरीद सकते हैं। इस फोन की बिक्री 24 अक्टूबर से Flipkart पर शुरू होगी। SBI क्रेडिट और डेबिट कार्ड से खरीदने पर ग्राहकों को ₹5,000 का अतिरिक्त डिस्काउंट मिलेगा, जिससे फोन की कीमत ₹44,999 हो जाएगी।

 

प्रदर्शन और कैमरा

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Infinix Zero Flip में MediaTek Dimensity 8200 चिपसेट का इस्तेमाल किया गया है, जो 8GB LPDDR4X RAM के साथ आता है। इसमें 512GB UFS 3.1 स्टोरेज है, जिसे माइक्रो-एसडी कार्ड से बढ़ाया नहीं जा सकता।

कैमरा सेटअप की बात करें तो, बाहरी स्क्रीन पर डुअल कैमरा मौजूद है। प्राइमरी कैमरा 50 मेगापिक्सल का है, जिसमें ऑप्टिकल इमेज स्टेबलाइजेशन है। इसके साथ एक 50 मेगापिक्सल का अल्ट्रावाइड कैमरा भी है, जिसका फील्ड-ऑफ-व्यू 114 डिग्री है। यह 4K/30fps पर वीडियो रिकॉर्डिंग सपोर्ट करता है। अंदर की तरफ भी एक 50 मेगापिक्सेल का कैमरा है, जो 4K/60fps पर वीडियो रिकॉर्ड कर सकता है।

 

कनेक्टिविटी और बैटरी

कनेक्टिविटी के लिए Infinix Zero Flip में 5G, 4G LTE, Wi-Fi 6, Bluetooth 5.4, GPS, NFC, और USB Type-C पोर्ट हैं। सुरक्षा के लिए इसमें पावर बटन पर फिंगरप्रिंट स्कैनर है।

इस फोल्डेबल फोन में 4,720mAh की बैटरी है, जो 70W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है। फोन का वजन 195 ग्राम है, जो इसे उपयोग में आसान बनाता है।

Infinix Zero Flip निश्चित रूप से एक आकर्षक विकल्प है उन उपयोगकर्ताओं के लिए जो फोल्डेबल तकनीक का अनुभव करना चाहते हैं। इसकी उच्च गुणवत्ता, अद्वितीय डिजाइन, और प्रतिस्पर्धी कीमत इसे बाजार में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनाती है।


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Rahul Bisen

Oct. 13, 2024

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Wellhealth Ayurvedic Health Tips: फटी एड़ियों से छुटकारा पाने के ये 4 जबरदस्त आयुर्वेदिक उपाय


Wellhealth Ayurvedic Health Tips: फटी एड़ियों की समस्या कई कारणों से हो सकती है, जैसे शरीर में पोषक तत्वों की कमी, अत्यधिक काम, स्किन संबंधी समस्याएं, मौसम में बदलाव या स्किन का अत्यधिक सूखा होना। अगर समय पर इसका इलाज नहीं किया गया, तो यह समस्या गंभीर हो सकती है और दर्द के साथ खून भी निकल सकता है।

आयुर्वेद के अनुसार, फटी एड़ियों को आमतौर पर वात असंतुलन का संकेत माना जाता है। आयुर्वेदिक उपचार स्किन और शरीर को आंतरिक रूप से मॉइस्चराइज करने पर ध्यान देता है। यहां 4 आयुर्वेदिक उपाय बताए जा रहे हैं, जिनसे आप फटी एड़ियों से राहत पा सकते हैं।

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1. तिल का तेल और वैक्स का मिश्रण

तिल का तेल एड़ियों की स्किन को गहराई से मॉइस्चराइज करता है। इसमें मौजूद फैटी एसिड सूखी और फटी स्किन को ठीक करने में मदद करता है। वैक्स स्किन की नमी को लॉक करके उसे ड्राई होने से बचाता है। 1 चम्मच तिल का तेल और 3 बड़े चम्मच वैक्स मिलाकर हल्का गर्म करें और इसे फटी एड़ियों पर लगाएं।

 

2. गर्म तिल के तेल या घी से पैरों की मालिश

गर्म तिल का तेल ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करता है और ड्राई स्किन को ठीक करने में मदद करता है। घी में मौजूद फैटी एसिड स्किन को पोषण देकर उसे मुलायम बनाते हैं। रोजाना सोने से पहले पैरों की मालिश करने से एड़ियों को स्वस्थ रखा जा सकता है।

 

3. पैरों को भिगोना और मॉइस्चराइज करना

पैरों को पानी में भिगोने से डेड स्किन मुलायम हो जाती है, जिससे मॉइस्चराइज़र स्किन के अंदर तक पहुँचता है। सोने से पहले पैरों को 15 मिनट तक गर्म पानी में भिगोएं, फिर तिल का तेल या मॉइस्चराइज़र लगाकर मालिश करें।

 

4. घी का सेवन

घी शरीर को अंदर से पोषित करता है और स्किन को चिकनाई देकर उसे सूखने से बचाता है। रोजाना सुबह खाली पेट 1 चम्मच घी का सेवन फटी एड़ियों की समस्या से राहत दिला सकता है।

इन उपायों के जरिए आप अपनी एड़ियों को स्वस्थ और नमी से भरपूर रख सकते हैं। स्किन को हाइड्रेटेड रखना फटी एड़ियों से छुटकारा पाने का सबसे महत्वपूर्ण तरीका है।


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Rahul Bisen

Oct. 10, 2024

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Ratan Tata Net Worth: रतन टाटा अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए? उनकी संपत्ति और विरासत को कौन संभालेगा? किसके नाम होगी कंपनी?


Ratan Tata Net Worth: टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन नवल टाटा का 86 वर्ष की आयु में 09 अक्टूबर की रात निधन हो गया। उनका निधन मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुआ। रतन टाटा के चले जाने से पूरे देश में शोक की लहर है। जब भी हम रतन टाटा का नाम सुनते हैं, तो हमारे मन में भारतीय उद्योग जगत का एक ऐसा चेहरा उभरता है, जो न केवल अपनी कारोबारी कुशलता के लिए बल्कि समाज सेवा और विनम्रता के कारण भी लोगों के दिलों में एक विशेष स्थान रखते हैं।

रतन टाटा ने अपने जीवन में अथाह संपत्ति बनाई है, और अब उनकी मृत्यु के बाद हर कोई जानना चाहता है कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा। कौन होगा जो उनकी संपत्ति और विरासत को संभालेगा? आइए, जानते हैं कि रतन टाटा अपने पीछे कितनी संपत्ति छोड़ गए हैं और उनकी शानदार विरासत कौन बढ़ाएगा।

 

रतन टाटा की संपत्ति: कितनी दौलत छोड़ गए?

रतन टाटा ने टाटा ग्रुप के चेयरमैन रहते हुए भारत में बिजनेस का पूरा दृष्टिकोण ही बदल दिया। उनकी कुल संपत्ति का आकलन कठिन है, क्योंकि टाटा ग्रुप की अधिकांश कंपनियां टाटा ट्रस्ट के अधीन आती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, रतन टाटा ने करीब 3,800 करोड़ रुपये (लगभग $5.4 बिलियन) की संपत्ति अपने पीछे छोड़ी है।

 

टाटा ग्रुप की संपत्ति और बाजार मूल्य

टाटा ग्रुप का सामूहिक बाजार मूल्य लगभग 24 लाख करोड़ रुपये (300 बिलियन डॉलर) है। इस ग्रुप में प्रमुख कंपनियां जैसे टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), टाइटन, और टाटा पावर शामिल हैं। इन कंपनियों का भारतीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में बड़ा नाम है, जो टाटा ग्रुप को वैश्विक पहचान दिलाता है।

 

कौन होगा रतन टाटा का उत्तराधिकारी?

रतन टाटा के निधन के बाद यह सवाल सबके मन में है कि उनका उत्तराधिकारी कौन होगा। माया टाटा, जो रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा की बेटी हैं, को टाटा समूह की संपत्तियों का संभावित उत्तराधिकारी माना जा रहा है। माया टाटा को समूह का नेतृत्व करने के लिए तैयार किया जा रहा था।

 

रतन टाटा का समाज के प्रति योगदान

रतन टाटा अपनी साधारण जीवनशैली और टाटा ट्रस्ट के जरिए समाज कल्याण के प्रति अपनी गहरी प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं। उनकी संपत्ति का बड़ा हिस्सा समाजसेवा में लगाया गया है, और टाटा ट्रस्ट के तहत 66% शेयरों से होने वाली आय का उपयोग भी इसी उद्देश्य के लिए किया जाता है।


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Rahul Bisen

Oct. 7, 2024

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UP News Hindi: महिला टीचर ने सबंध बनाने से किया इंकार तो,10वीं के छात्र ने वायरल कर दिया टीचर का अश्लील वीडियो


UP News Hindi: उत्तर प्रदेश के आगरा से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक महिला शिक्षक का अश्लील वीडियो वायरल करने और उसे ब्लैकमेल करने के आरोप में चार छात्रों को पुलिस ने न्यायिक हिरासत में लिया है।

मथुरा के एक स्कूल में कार्यरत यह महिला शिक्षक आगरा के एक 10वीं कक्षा के छात्र को अतिरिक्त शिक्षा दे रही थी, जो अपनी पढ़ाई में संघर्ष कर रहा था। धीरे-धीरे इस छात्र ने शिक्षक से घनिष्ठ संबंध बना लिए और मौका पाकर चुपके से उसका एक अश्लील वीडियो रिकॉर्ड कर लिया।

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अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, इस वीडियो का इस्तेमाल छात्र ने टीचर को ब्लैकमेल करने और जबरन शारीरिक संबंध बनाने के लिए किया। जब शिक्षिका ने इस उत्पीड़न का विरोध करते हुए छात्र से दूरी बना ली और उसका नंबर ब्लॉक कर दिया, तो छात्र ने अपने तीन दोस्तों को यह वीडियो भेज दिया। इसके बाद इन दोस्तों ने इस वीडियो को व्हाट्सएप पर वायरल किया और इसके लिए एक इंस्टाग्राम पेज भी बनाया, ताकि वीडियो को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जा सके।

इस घटना से दुखी और शर्मसार होकर शिक्षिका ने आत्महत्या करने का मन बना लिया था, लेकिन मिशन शक्ति अभियान केंद्र से संपर्क कर उन्होंने मदद मांगी। केंद्र से मिले समर्थन के बाद, शिक्षिका ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

आगरा के पुलिस उपायुक्त सूरज राय ने बताया कि चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें अदालत में पेश किया गया है। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए कई प्लेटफार्मों से वीडियो को हटाने में सफलता पाई है। पुलिस ने यह भी आश्वासन दिया है कि शिक्षिका की पहचान पूरी तरह से सुरक्षित रखी जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा और डिजिटल माध्यमों के दुरुपयोग पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

यदि आप या कोई आपके आसपास इस तरह की हिंसा का सामना कर रहा हो, तो राष्ट्रीय महिला आयोग हेल्पलाइन 7827170170 और पुलिस महिला एवं वरिष्ठ नागरिक हेल्पलाइन 1091/1291 पर तुरंत संपर्क करें।


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Rahul Bisen

Oct. 6, 2024

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UP News: एक युवक के प्यार में पागल होकर भाग गई 3 बच्चों की मां, फिर प्रेमी ने कर दिया ऐसा कांड की?


UP News: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक दिलचस्प और संवेदनशील मामला सामने आया है, जिसमें एक तीन बच्चों की मां अपने प्रेमी के प्यार में पड़कर घर से भाग गई। लेकिन जब प्रेमी ने उसे छोड़ दिया, तो महिला ने न्याय की गुहार लगाई।

इस कहानी की शुरुआत तब हुई जब एक निजी अस्पताल में काम करने वाले युवक की मोहब्बत में पागल होकर एक महिला ने अपने तीन बच्चों को छोड़कर उसके साथ भागने का फैसला किया। महिला ने ना केवल अपने धर्म का परिवर्तन किया, बल्कि तीन महीने पहले एक मंदिर में उस युवक से शादी भी कर ली। उसके बाद, वह अपने बच्चों को लेकर युवक के साथ दिल्ली चली गई, जहां वे एक किराए के मकान में रहने लगे।

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इसकी खबर युवक के परिजनों मिली युवक के परिवार ने दिल्ली पहुंचकर इस मामले को संभालने का प्रयास किया। लेकिन स्थिति तब बिगड़ गई जब महिला का प्रेमी उसे अपने साथ रखने के लिए तैयार नहीं हुआ और दोनों के बीच झगड़ा हुआ। आरोप है कि युवक ने महिला के साथ मारपीट भी की।

महिला ने इस घटना के बाद न्याय की मांग करते हुए ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई है। उसने कहा है कि वह अपने प्रेमी के साथ रहना चाहती है और उस पर दबाव डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।


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Rahul Bisen

Oct. 4, 2024

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Chief Minister Ladli Behna Yojana: लाड़ली बहनों को नवरात्रि पर मिलेगा बड़ा तोहफा, इस दिन खाते में जमा होंगे पैसे


Chief Minister Ladli Behna Yojana: मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना Ladli Behna Yojana की 1.29 करोड़ लाभार्थी बहनों के लिए खुशखबरी है। सीएम मोहन यादव ने नवरात्रि और दशहरा के त्योहारों को ध्यान में रखते हुए जल्द ही लाड़ली बहना योजना की राशि जारी करने की घोषणा की है।

 

Chief Minister Ladli Behna Yojana: 17वीं किस्त का ट्रांसफर

इस बार लाड़ली बहनों की 17वीं किस्त 5 अक्टूबर 2024 को उनके खातों में ट्रांसफर की जाएगी। योजना के तहत पात्र महिलाओं को हर माह 1250 रुपये मिलते हैं।

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मुख्यमंत्री Mohan Yadav की कैबिनेट बैठक सिंग्रामपुर में आयोजित की जा रही है, जहां लाड़ली बहना योजना की राशि जारी की जाएगी। उल्लेखनीय है कि राखी पर सरकार ने महिलाओं के खातों में शगुन के तौर पर 250 रुपये की अतिरिक्त राशि भी भेजी थी।

आम तौर पर, योजना के अंतर्गत मासिक किस्त 10 तारीख को डाली जाती है। लेकिन इस बार त्योहारों को ध्यान में रखते हुए इसे पहले ही 5 तारीख को दिया जा रहा है। सीएम मोहन यादव एक सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेश की 1.29 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में यह राशि एक साथ ट्रांसफर करेंगे।

 

Chief Minister Ladli Behna Yojana: लाड़ली बहना योजना क्या है?

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री Shivraj Singh Chouhan ने लाड़ली बहना योजना शुरू की थी। यह योजना मध्य प्रदेश की गरीब महिलाओं के लिए है। इस योजना के तहत विवाहित महिलाएं, जिनकी उम्र 60 वर्ष से कम है और जो मध्य प्रदेश की निवासी हैं, वे इसके लिए आवेदन कर सकती हैं।

इस योजना में पहले केवल विवाहित महिलाओं को रखा गया था और उन्हें 1000 रुपये देने का फैसला लिया गया था। हालांकि, साल 2023 में रक्षाबंधन पर इस योजना की राशि को बढ़ाकर 1250 रुपये कर दिया गया। अब इस योजना के तहत 1250 रुपये प्रति माह के हिसाब से महिलाओं को सालाना 15,000 रुपये मिलते हैं। अब तक इसकी 16 किस्तें जारी हो गई हैं और अब 5 अक्टूबर को 17वीं किस्त जारी की जाएगी।

लाड़ली बहना योजना न केवल महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। नवरात्रि के इस पावन अवसर पर, 5 अक्टूबर को आने वाली इस किस्त से लाखों महिलाओं को राहत मिलेगी।

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Rahul Bisen

Oct. 1, 2024

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Earbuds Tips: आपकी इन गलतियों से जल्दी खराब हो जाते हैं ईयरबड्स, इस्तेमाल करते समय इन 5 बातों का रखें ध्यान


Earbuds Tips: ईयरबड्स और एयरफोन अब हमारे दैनिक जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं। चाहे वह म्यूजिक सुनना हो, कॉल पर बात करना हो, या किसी वीडियो को प्राइवेटली सुनना हो, ईयरबड्स की जरूरत हर किसी को पड़ती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सही तरीके से इस्तेमाल न करने पर ये महंगे ईयरबड्स जल्दी खराब हो सकते हैं? अक्सर लोग इन छोटे-छोटे डिवाइस का ध्यान नहीं रखते, जिससे उनकी साउंड क्वालिटी कम हो जाती है या बैटरी खराब हो जाती है।

अगर आप भी अपने ईयरबड्स की लाइफ बढ़ाना चाहते हैं और उन्हें बेहतर बनाए रखना चाहते हैं, तो इन 5 गलतियों से बचना जरूरी है। इन उपायों को ध्यान में रखकर आप अपने ईयरबड्स को लंबे समय तक सुरक्षित रख सकते हैं और उनकी साउंड क्वालिटी को बनाए रख सकते हैं।

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1. पानी और नमी से दूर रखें

हालांकि अब अधिकतर ईयरबड्स वाटरप्रूफ होते हैं, फिर भी इन्हें पानी या नमी के संपर्क में लाने से बचाएं। खासकर नहाते समय या बारिश में ईयरबड्स का इस्तेमाल न करें। पानी और पसीना इलेक्ट्रॉनिक सर्किट को नुकसान पहुंचा सकते हैं, जिससे ईयरबड्स काम करना बंद कर सकते हैं। अगर आपके ईयरबड्स में IP रेटिंग है, तो भी उन्हें नमी से जितना हो सके दूर रखें।

 

2. ईयरबड्स को सही तरीके से स्टोर करें

ईयरबड्स को इस्तेमाल के बाद हमेशा उनके चार्जिंग केस में रखें। इधर-उधर फेंकने या उलझे हुए वायर से उन्हें नुकसान हो सकता है। चार्जिंग केस या बैग में रखने से ईयरबड्स सुरक्षित रहते हैं और लंबे समय तक चलते हैं।

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3. बहुत ज्यादा वॉल्यूम पर न सुनें

ईयरबड्स को लगातार बहुत ऊंची वॉल्यूम पर सुनना उनके ड्राइवर्स को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे साउंड क्वालिटी खराब हो सकती है। वॉल्यूम को हमेशा मीडियम लेवल पर रखें और लंबे समय तक इस्तेमाल से बचें।

 

4. ओवर चार्जिंग से बचें

ईयरबड्स की बैटरी को ओवर चार्जिंग पर रखने से उसकी लाइफ घट सकती है। बैटरी को पूरी तरह डिस्चार्ज करना भी इसके लाइफ साइकल को कम कर सकता है। बैटरी 20-80% के बीच चार्ज रखें और ओवरचार्जिंग से बचें।

 

5. ईयरबड्स का गिरना या झटका लगना

ईयरबड्स को बार-बार गिराने या जोर से खींचने से उनके इंटरनल सर्किट्स को नुकसान हो सकता है। इन छोटे और नाजुक डिवाइस को संभालकर इस्तेमाल करें और उन्हें गिरने या झटके से बचाएं।

 

6. मल्टी-डिवाइस पेयरिंग में सावधानी

ईयरबड्स को कई डिवाइस के साथ बार-बार पेयर और अनपेयर करना सॉफ्टवेयर इशू पैदा कर सकता है, जिससे कनेक्टिविटी की समस्याएं हो सकती हैं। मल्टी-डिवाइस पेयरिंग का सही तरीके से उपयोग करें और अनावश्यक पेयरिंग से बचें।

 

7. ईयरबड्स की नियमित सफाई करें

समय-समय पर ईयरबड्स की सफाई करना बहुत जरूरी है। धूल, कान का वैक्स और मैल जमने से साउंड क्वालिटी प्रभावित हो सकती है। ईयरबड्स को नरम कपड़े या ब्रश से साफ करें और किसी केमिकल या पानी का इस्तेमाल न करें।


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Rahul Bisen

Sept. 30, 2024

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Water Tank Cleaning: पानी के टंकी को रखना है साफ, तो टंकी में डालें इस पेड़ की लकड़ी, 100 साल तक पानी की टंकी में नहीं जमेगी काई


Water Tank Cleaning: दोस्तों हम सभी के घरों में पानी की टंकी होना बहुत महत्वपूर्ण आवश्यकता है। ये  न सिर्फ हमारी दैनिक जरूरतों को पूरा करती है, बल्कि हमारे परिवार के स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि क्या आपकी पानी की टंकी सच में साफ है? कई बार, हमारी पानी की टंकी में बैक्टीरिया और गंदगी जमा हो जाती है, जिससे हमारे स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। पानी की टंकी को साफ करना एक झंझट लग सकता है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

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अगर आपकी पानी की टंकी में बार-बार काई जमा होती है और उसे साफ करना आपके लिए एक बड़ी समस्या बन गई है, तो आज हम आपको एक सरल और जबरदस्त ट्रिक बताएंगे, जो आपकी टंकी को साफ रखने में मदद हो सकती है.

 

जामुन की लकड़ी का जादू

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हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें जामुन की लकड़ी का उपयोग करने की बात बताई गई है। इनके अनुसार, पानी की टंकी में जामुन की लकड़ी डालने से उसमें काई नहीं लगती है। जामुन की लकड़ी में प्राकृतिक एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो पानी को साफ रखने में मददगार साबित होते हैं।

 

कैसे काम करता है?

पानी की टंकी में जामुन की लकड़ी डालने से उसकी एंटी-बैक्टीरियल विशेषताएँ हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करती हैं। पहले के समय में जब RO सिस्टम नहीं थे, तो लोग पानी को शुद्ध रखने के लिए मटकों में जामुन की लकड़ी डालते थे। यहां तक कि कुओं में भी इसका इस्तेमाल किया जाता था, जिससे पानी हमेशा साफ और सुरक्षित रहता था.

इस सरल उपाय को अपनाकर आप अपनी पानी की टंकी को साफ रख सकते हैं। जामुन की लकड़ी का ये प्राकृतिक उपाय आपको सालो तक बिना काई के साफ पानी की टंकी का अनुभव देगा। तो अगली बार जब आपको पानी की टंकी साफ करने की जरूरत पड़े, तो जामुन की लकड़ी का प्रयोग जरूर करें।


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Rahul Bisen

Sept. 28, 2024

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Devara Box Office Collection: देवरा ने बॉक्स ऑफिस पर मचाया धमाल, पहले दिन की कमाई जानकर उड़ जाएंगे होश


Devara Box Office Collection: जूनियर एनटीआर की फिल्म 'देवरा' ने बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार शुरुआत की है। बॉलीवुड में श्रद्धा कपूर और राजकुमार राव की फिल्म 'स्त्री 2' की सफलता के बाद, दर्शकों की निगाहें साउथ के सुपरस्टार एनटीआर की इस सोलो रिलीज पर टिकी थीं। फैंस का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ, और फिल्म ने रिलीज के पहले ही दिन बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया है।

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करीब 6 साल बाद जूनियर एनटीआर अपनी सोलो फिल्म 'देवरा' लेकर लौटे हैं। फिल्म की रिलीज से पहले ही, इसके प्रति दर्शकों का उत्साह काफी ऊंचाई पर था, और जैसे ही यह फिल्म सिनेमाघरों में आई, इसने 'स्त्री 2' समेत कई बड़ी फिल्मों को पीछे छोड़ दिया। RRR के बाद एनटीआर की यह पहली सोलो फिल्म थी, और फिल्म की जबरदस्त ओपनिंग ने यह साबित कर दिया कि उनके फैंस उनकी सोलो वापसी का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे।

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फिल्म की एडवांस बुकिंग में ही यह साफ हो गया था कि 'देवरा' बॉक्स ऑफिस पर बड़ी ओपनिंग करेगी। रिलीज होते ही यह फिल्म हिंदी, कन्नड़, तमिल, और मलयालम में दर्शकों को लुभाने में सफल रही। Sacnilk की रिपोर्ट के अनुसार, 'देवरा' ने पहले दिन कुल 77 करोड़ रुपये की कमाई की है। इसमें हिंदी में 7 करोड़, कन्नड़ में 0.3 करोड़, तमिल में 0.8 करोड़, और मलयालम में 0.3 करोड़ की कमाई शामिल है।

फिल्म 'देवरा' में एक और खास बात यह है कि इसके जरिए सैफ अली खान और जाह्नवी कपूर ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में अपना डेब्यू किया है। जाह्नवी, जूनियर एनटीआर के साथ लीड रोल में नजर आई हैं, जबकि सैफ ने फिल्म में विलेन का किरदार निभाया है। सैफ और एनटीआर की भिड़ंत दर्शकों को बेहद पसंद आ रही है, जिससे फिल्म की चर्चा और भी बढ़ गई है।

RRR में अपने दमदार किरदार के बाद, एनटीआर की यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कितना कमाल करेगी, इसका अंदाजा पहले दिन की कमाई से लगाया जा सकता है। हालाँकि RRR ने अपने ओपनिंग डे पर 133 करोड़ रुपये की जबरदस्त कमाई की थी, फिर भी 'देवरा' की ओपनिंग भी शानदार रही है और आने वाले दिनों में यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।


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Rahul Bisen

Sept. 26, 2024

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Nothing Ear Open Earbuds: ChatGPT सपोर्ट वाले पहले ईयरबड्स भारत में लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स


Nothing Ear Open Earbuds: Nothing ने अपने लेटेस्ट ईयरबड्स Nothing Ear Open को भारत में लॉन्च कर दिया है। इन ईयरबड्स का ओपन-ईयर और ट्रांसपेरेंट डिजाइन उन्हें भीड़ से अलग करता है। साथ ही, इन बड्स में ChatGPT इंटीग्रेशन की सुविधा है, जो यूजर्स को हैंड्स-फ्री AI असिस्टेंट का अनुभव प्रदान करती है।

 

Nothing Ear Open की कीमत और उपलब्धता

Nothing Ear Open की कीमत ₹17,999 है। ये फिलहाल व्हाइट कलर वेरिएंट में उपलब्ध हैं और इन्हें Nothing की आधिकारिक वेबसाइट से प्री-ऑर्डर किया जा सकता है। अन्य ई-कॉमर्स प्लेटफार्म पर कब उपलब्ध होंगे, इसकी जानकारी अभी नहीं है।

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स्पेसिफिकेशन्स और फीचर्स

Nothing Ear Open में 14.2mm डायनेमिक ड्राइवर्स और टाइटेनियम कोटिंग वाला डायाफ्राम है, जो बेहतरीन साउंड क्वालिटी देता है। इनमें गूगल फास्ट पेयर, माइक्रोसॉफ्ट स्विफ्ट पेयर और पिंच कंट्रोल्स जैसे फीचर्स हैं, जिससे यूजर्स को डिवाइसेज़ के बीच स्विच करने में आसानी होती है।

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  • 120ms लो लैग मोड: गेमिंग के लिए शानदार अनुभव।
  • ChatGPT इंटीग्रेशन: ये ईयरबड्स AI असिस्टेंट का सपोर्ट करते हैं, जिससे आप सवाल पूछ सकते हैं और मल्टीटास्किंग कर सकते हैं।
  • ड्यूल कनेक्शन: एक साथ दो डिवाइस कनेक्ट कर सकते हैं।
  • IP54 रेटिंग: धूल और पानी से सुरक्षा।

 

बैटरी लाइफ और कस्टमाइज़ेशन

Nothing Ear Open में 64mAh की बैटरी और केस में 635mAh की बैटरी है, जो एक चार्ज पर 8 घंटे और केस के साथ 30 घंटे तक का प्लेबैक टाइम देती है। यूजर्स Nothing X ऐप के माध्यम से अपनी ऑडियो सेटिंग्स को कस्टमाइज कर सकते हैं।


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Rahul Bisen

Sept. 24, 2024

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Mata Lakshmi: इन 4 कारणों से लोग बन जाते हैं भिखारी, सावधान! भूलकर भी न करें ये गलतियां


Mata Lakshmi: माता लक्ष्मी को धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, हर व्यक्ति के जीवन में माता लक्ष्मी सात बार प्रवेश करती हैं। लेकिन यदि हम कुछ खास बातों का ध्यान नहीं रखते, तो लक्ष्मी जी हमारे घर में प्रवेश किए बिना ही लौट जाती हैं। गरुड़ पुराण में कुछ ऐसी गलतियों का उल्लेख है, जो माता लक्ष्मी को हमारे घर से दूर कर देती हैं।

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1. घर की स्वच्छता और मुख्य द्वार की सफाई

यदि आप अपने घर के मुख्य द्वार पर गंदगी और जूते-चप्पल का ढेर लगाते हैं, तो माता लक्ष्मी कभी प्रवेश नहीं करतीं। लक्ष्मी जी स्वच्छता पसंद करती हैं, इसलिए घर का मुख्य द्वार साफ-सुथरा होना आवश्यक है। गंदगी और बिखरे हुए जूते-चप्पल देखकर देवी लक्ष्मी वापस लौट जाती हैं।
सुझाव: हमेशा जूते-चप्पल को व्यवस्थित रखें और दरवाजे की सफाई का ध्यान रखें।

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2. महिलाओं के सम्मान का महत्व

गरुड़ पुराण में कहा गया है कि जिस घर में महिलाओं का सम्मान नहीं होता, वहाँ माता लक्ष्मी कभी प्रवेश नहीं करतीं। महिलाओं को घर की लक्ष्मी माना गया है, और उनके साथ दुर्व्यवहार करने पर देवी लक्ष्मी का वास संभव नहीं होता।
सुझाव: महिलाओं का आदर और सम्मान करें ताकि लक्ष्मी की कृपा आपके घर पर बनी रहे।

 

3. नियमित पूजा-पाठ की आवश्यकता

जिस घर में नियमित रूप से पूजा-पाठ नहीं होता, वहाँ लक्ष्मी जी का वास नहीं होता। सुबह-शाम पूजा करना देवी-देवताओं को प्रसन्न करने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके अलावा, पूजा स्थल की साफ-सफाई भी जरूरी है।
सुझाव: प्रतिदिन सुबह और शाम पूजा और मंत्रों का जाप करें। पूजा स्थल को स्वच्छ रखें ताकि लक्ष्मी जी प्रसन्न रहें।

 

4. तुलसी का पौधा: देवी लक्ष्मी का प्रिय

तुलसी का पौधा घर में होना बहुत शुभ माना जाता है। माता लक्ष्मी को तुलसी अत्यंत प्रिय है, इसलिए हर दिन तुलसी की पूजा करें और जल अर्पित करें। जिस घर में तुलसी का पौधा नहीं होता या उसकी पूजा नहीं होती, वहाँ लक्ष्मी का वास नहीं होता।
सुझाव: तुलसी के पौधे की नियमित पूजा करें और उसे स्वस्थ बनाए रखें।

 

5. रसोई की सफाई और सही भोजन प्रबंधन

रसोई की सफाई भी लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने का महत्वपूर्ण हिस्सा है। रात को जूठे बर्तन छोड़ देना माता लक्ष्मी को नापसंद है। इसके अलावा, रसोई में आटा, नमक और पानी खत्म न होने दें।
सुझाव: रात में रसोई की सफाई करें और जूठे बर्तन न छोड़ें। यह आपकी आर्थिक समृद्धि के लिए भी अच्छा है।

 

6. धन का सही मार्ग से अर्जन

धन को हमेशा सही तरीके से कमाना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति चोरी या गलत तरीकों से धन कमाता है, तो वह धन अस्थायी होता है और अंत में बर्बादी की ओर ले जाता है।
सुझाव: सही और ईमानदारी से धन कमाएं ताकि लक्ष्मी जी की कृपा आप पर बनी रहे।

 

7. झाड़ू का सही स्थान

झाड़ू को लक्ष्मी जी का प्रतीक माना जाता है। इसे कभी भी मुख्य द्वार या घर के आस-पास नहीं रखना चाहिए। गलत स्थान पर झाड़ू रखने से लक्ष्मी जी का आगमन बाधित होता है।
सुझाव: झाड़ू को हमेशा सही स्थान पर रखें और ध्यान रखें कि वह मुख्य द्वार के आस-पास न हो।

माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इन गलतियों से बचें। अपने घर को स्वच्छ रखें, पूजा-पाठ नियमित करें और सही ढंग से धन कमाएं। इन उपायों को अपनाकर आप अपने घर में लक्ष्मी का स्थायी वास सुनिश्चित कर सकते हैं।


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Rahul Bisen

Sept. 21, 2024

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Sarkari Yojana 2024: मध्यप्रदेश की महिलाओं को मिलेगा एक और बड़ा तोफा, इस योजना से मिलेगा लाभ, जानिए कैसे


Sarkari Yojana 2024: मध्यप्रदेश सरकार महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। लाडली बहना योजना, आजीविका मिशन, और स्वसहायता समूह के माध्यम से सरकार महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण का समर्थन दे रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में महिलाओं के लिए एक और अहम घोषणा की है। उन्होंने बताया कि छोटे उद्योगों से जुड़े महिला उद्यमियों के उत्पादों को ऑनलाइन बिक्री के लिए नई सुविधाएं दी जाएंगी। कुटीर और ग्रामोद्योग विभाग के माध्यम से इन महिला उद्यमियों को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में अपने उत्पाद बेचने का अवसर मिलेगा।

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महिलाओं को बाजार में मिलेगा खास अवसर

महिलाओं को सशक्त करने के लिए भोपाल बाजार और अन्य प्रमुख स्थानों पर साप्ताहिक बाजार का आयोजन किया जाएगा। इस बाजार में महिलाएं अपने उत्पाद बेच सकेंगी। साथ ही, वन डिस्ट्रिक्ट-वन प्रोडक्ट योजना के तहत विभिन्न स्थानीय और हस्तशिल्प उत्पादों का प्रचार किया जाएगा।

 

महिलाओं को मिलेगा कौशल विकास का लाभ

मध्यप्रदेश सरकार ने कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए बांस उत्पादन और शहद संग्रहण में भी महिलाओं को रोजगार के अवसर देने की योजना बनाई है। लाडली बहनों को अगरबत्ती निर्माण और अन्य छोटे उद्योगों से जोड़ा जाएगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी।

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यूनिटी मॉल से मिलेगा उत्पादों को नया बाजार

उज्जैन में वन स्टॉप मार्केट प्लेस के रूप में यूनिटी मॉल की स्थापना की जाएगी, जहां महिलाएं अपने उत्पादों को बेच सकेंगी। यह मॉल देश का पहला ऐसा केंद्र होगा जहां स्थानीय उत्पादों की बिक्री होगी।

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Rahul Bisen

Sept. 19, 2024

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Astrology: पर्स हमेशा रहता है खाली? तो आज रखें पर्स में ये 5 चीजें, हमेशा गड्डियों से भरा रहेगा पर्स 


Astrology: खाली पर्स कई लोगों के लिए चिंता का कारण बन सकता है, खासकर जब पैसे की कमी बार-बार सामने आती है। अक्सर लोग सुबह पर्स में नोटों की गड्डियों के साथ निकलते हैं, लेकिन शाम तक उनके पर्स में केवल चंद सिक्के बचते हैं। क्या आप भी चाहते हैं कि आपके पर्स में हमेशा पैसा टिका रहे? तो ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, इन 5 वस्तुओं को पर्स में रखने से आपके धन की कमी कभी नहीं होगी।

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1. अक्षत (चावल)

चावल को धन का प्रतीक माना गया है। पर्स में चावल के कुछ साबुत दाने रखने से आर्थिक स्थिरता बनी रहती है। ध्यान रखें कि चावल खंडित न हो, और इसे मां लक्ष्मी को अर्पित करने के बाद ही पर्स में रखें।

 

2. हल्दी की गांठ

हल्दी को हिंदू धर्म में शुभ और सकारात्मकता का प्रतीक माना गया है। वास्तु के अनुसार, पर्स में एक हल्दी की गांठ को लाल कपड़े में लपेटकर रखने से धन संबंधी समस्याएं दूर होती हैं और नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।

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3. मां लक्ष्मी की तस्वीर

धन की देवी मां लक्ष्मी की एक छोटी सी तस्वीर पर्स में रखने से धन का अभाव नहीं होता। ध्यान दें कि मां लक्ष्मी की ऐसी तस्वीर पर्स में रखें, जिसमें वे बैठी मुद्रा में हों।

 

4. पीपल का पत्ता

पीपल के पत्ते को पर्स में रखना आर्थिक संकटों से छुटकारा दिलाता है। लेकिन इसे पर्स में रखने से पहले अभिमंत्रित करना न भूलें।

 

5. चांदी का सिक्का, गोमती चक्र, श्रीयंत्र या कौड़ी

ये वस्तुएं मां लक्ष्मी से जुड़ी मानी जाती हैं। इन्हें पर्स में रखने से न केवल अनचाहे खर्चों में कमी आती है, बल्कि धन की कमी भी महसूस नहीं होती।

निष्कर्ष
यदि आप भी अपने पर्स में हमेशा धन की गड्डियां चाहते हैं, तो इन 5 वस्तुओं को अपने पर्स में रखें और मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करें। ज्योतिष और वास्तु शास्त्र के अनुसार, इन उपायों से आपका पर्स कभी खाली नहीं रहेगा।


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Rahul Bisen

Sept. 14, 2024

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New Delhi: प्रधानमंत्री मोदी के घर आया बहुत ही खास मेहमान, नाम रखा दीपज्योति, जानिए वो कोण है खास मेहमान


New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के घर एक बेहद खास मेहमान का आगमन हुआ है, जिसका नाम 'दीपज्योति' रखा गया है। प्रधानमंत्री मोदी का पशु प्रेम तो जगजाहिर है, और उनके आवास पर पहले से ही कई पालतू जानवर मौजूद हैं, जिनमें पुंगनुर ब्रीड की गाय भी शामिल है। हाल ही में पीएम मोदी ने एक वीडियो X हैंडल पर शेयर किया, जिसमें वे एक नवजात बछड़े को दुलार करते हुए दिख रहे हैं।

वीडियो में प्रधानमंत्री ने इस नव वत्सा (बछड़े) का नाम 'दीपज्योति' रखा है। पीएम मोदी ने X हैंडल पर लिखा, हमारे शास्त्रों में कहा गया है गाव सर्वसुख प्रदा प्रधानमंत्री आवास परिवार में एक नए सदस्य का शुभ आगमन हुआ है। इस नव वत्सा के मस्तक पर ज्योति का चिह्न है, इसलिए मैंने इसका नाम 'दीपज्योति' रखा है।

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प्रधानमंत्री मोदी के आवास पर पहले से ही पुंगनुर ब्रीड की गाय मौजूद है, जो दुनिया की सबसे छोटी नस्ल की गाय मानी जाती है। इस ब्रीड की गाय का दूध अत्यंत पौष्टिक माना जाता है और यह मकर संक्रांति के मौके पर भी पीएम मोदी के गौसेवा करने की तस्वीरें वायरल हुई थीं।

प्रधानमंत्री मोदी का अपने पालतू पशुओं के प्रति प्रेम और देखभाल का यह भाव, न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत संवेदनाओं को दर्शाता है, बल्कि भारतीय संस्कृति में गाय के महत्व को भी प्रकट करता है।


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Rahul Bisen

Sept. 12, 2024

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Best Traveling Places In India: एक बार जरूर करें उत्तराखंड की इस जगह की सैर, जहां रहती है परियां


Best Traveling Places In India: एक बार जरूर करें उत्तराखंड की इस जगह की सैर, जहां रहती हैं परियां उत्तराखंड, जो अपनी खूबसूरत पहाड़ियों और हरी-भरी घाटियों के लिए प्रसिद्ध है, अपने आप में एक रहस्यमयी आकर्षण भी छिपाए हुए है। यहां की वादियों में परियों का निवास माना जाता है, जो इसे और भी विशेष बनाता है। उत्तराखंड के पहाड़ों को अक्सर "परियों की भूमि" कहा जाता है, और इनमें सबसे प्रमुख है खैट पर्वत।

 

खैट पर्वत: परियों की भूमि का रहस्य

खैट पर्वत उत्तराखंड का एक ऐसा स्थान है, जिसे लेकर कई अद्भुत कहानियां प्रचलित हैं। स्थानीय लोग मानते हैं कि इस पर्वत पर 9 परियों का वास है, जिन्हें गढ़वाली भाषा में अंचारी कहा जाता है। यह पर्वत घने जंगलों और हरियाली से घिरा हुआ है, और यहां की प्राकृतिक सुंदरता हर किसी को मंत्रमुग्ध कर देती है।

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थातट गांव: परियों का निवास स्थल

खैट पर्वत के पास स्थित है थातट गांव, जहां के निवासियों का विश्वास है कि ये परियां सदियों से उनकी रक्षा करती आ रही हैं। इस गांव के लोग मानते हैं कि खैट पर्वत पर अगर कोई नया पौधा लगाया जाए, तो वह जल्द ही सूख जाता है। कहा जाता है कि यह परियों की मर्जी के बिना कुछ भी नहीं पनपता। यह रहस्यमयी मान्यता गांव को और भी दिलचस्प बनाती है।

 

परियों की दंतकथा: राजा आशा रावत की कहानी

खैट पर्वत और परियों से जुड़ी सबसे प्रसिद्ध कहानी राजा आशा रावत की है, जो टेहरी गढ़वाल के चौदां गांव के शासक थे। राजा की 6 पत्नियां थीं, लेकिन कोई संतान नहीं थी। पहली पत्नी के सुझाव पर राजा ने सातवीं शादी रानी देवा से की। रानी देवा ने 9 पुत्रियों को जन्म दिया—कमला रौतेली, देवी रौतेली, आशा रौतेली, वासदेई रौतेली, इगुला रौतेली, बिगुल रौतेली, सादेई रौतेली, गराडुआ रौतेली और वर्देई रौतेली।

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जब ये 9 बहनें 12 साल की हुईं, तो वे बेहद खूबसूरत हो गईं। कहा जाता है कि एक रात सेम नागराज उनके सपने में आए और सभी को अपनी रानी बना लिया। सुबह होते ही, बहनों ने पाया कि उनके गांव में अंधेरा था और पहाड़ों पर सूरज की किरणें चमक रही थीं। सूरज की तलाश में वे खैट पर्वत पर पहुंचीं और वहीं परियों में परिवर्तित हो गईं।

 

खैटखाल मंदिर: रहस्यमयी शक्तियों का केंद्र

खैट पर्वत से लगभग 5 किमी की दूरी पर स्थित है खैटखाल मंदिर, जो अपनी अद्भुत और रहस्यमयी शक्तियों के लिए प्रसिद्ध है। यहां के लोग परियों की पूजा करते हैं और मानते हैं कि परियां चमकीले रंग और तेज आवाज पसंद नहीं करतीं। इसलिए इस मंदिर में जाकर आपको शांति बनाए रखनी होगी। यहां आकर लोग परियों से जुड़ी कहानियों का अनुभव करते हैं, जो उनके जीवन में रहस्यमयी अद्भुतता भर देती हैं।

 

उत्तराखंड की यात्रा: एक अद्भुत अनुभव

अगर आप उत्तराखंड की सुंदरता और परियों की रहस्यमयी कहानियों का अनुभव करना चाहते हैं, तो खैट पर्वत की यात्रा जरूर करें। यह स्थान न केवल प्राकृतिक रूप से सुंदर है, बल्कि यहां की दंतकथाएं और परियों का अस्तित्व इसे और भी खास बनाते हैं। यहां की यात्रा आपको एक नए रोमांच और शांति से भर देगी, जहां आप प्रकृति की गोद में रहस्यों का अनुभव करेंगे।


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Rahul Bisen

Sept. 10, 2024

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Best Traveling Places In India: भारत के इन मंदिरों की खूबसूरती के आगे विदेशी लोकेशन भी हो जाएंगे फेल, एक बार परिवार के साथ जरूर जाएं 


Best Traveling Places In India: भारत में मंदिरों की आस्था के साथ-साथ उनकी अद्भुत खूबसूरती भी लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती है। ये मंदिर वास्तुकला, कला और संस्कृति का अद्भुत संगम हैं, जिनके आगे विदेशी लोकेशन्स भी फीकी पड़ जाती हैं। अगर आप अपने परिवार के साथ एक यादगार यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो भारत के इन मंदिरों को अपनी लिस्ट में जरूर शामिल करें।

 

खजुराहो के मंदिर, मध्य प्रदेश

खजुराहो के मंदिर न सिर्फ धार्मिक स्थल हैं, बल्कि अपनी अद्वितीय मूर्तिकला के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं। 900 से 1130 ईस्वी के बीच बने ये मंदिर भारतीय वास्तुकला की अद्वितीय धरोहर माने जाते हैं। इन मंदिरों की दीवारों पर उकेरी गई नक्काशी और मूर्तियां इतनी जीवंत हैं कि यहां आने वाले हर दर्शक को आश्चर्यचकित कर देती हैं। यहां की कलाकृतियां प्रेम, शांति और आनंद का प्रतीक मानी जाती हैं, जिसे देखने के लिए दुनिया भर से लोग खजुराहो की ओर रुख करते हैं।

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तट मंदिर, तमिलनाडु

तमिलनाडु के महाबलीपुरम में स्थित तट मंदिर (Shore Temple) प्राचीन भारतीय वास्तुकला की उत्कृष्ट मिसाल है। ये मंदिर बंगाल की खाड़ी के किनारे स्थित हैं और समुद्र तट से इनका अद्भुत दृश्य दिखाई देता है। 8वीं शताब्दी में बने इन मंदिरों का निर्माण पल्लव राजाओं के शासनकाल में हुआ था। इन मंदिरों की खास बात यह है कि इन्हें बिना किसी आधुनिक उपकरणों के, पत्थरों की बड़ी-बड़ी शिलाओं को काटकर बनाया गया है। यहां की अद्भुत शिल्पकला आपको प्राचीन भारत की समृद्ध धरोहर से रूबरू कराती है।

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मीनाक्षी अम्मन मंदिर, तमिलनाडु

मदुरै में स्थित मीनाक्षी अम्मन मंदिर अपनी रंग-बिरंगी नक्काशी और अद्वितीय शिल्पकला के लिए जाना जाता है। यह मंदिर 2500 वर्ष पुराना है और यहां की मूर्तियों को देखकर किसी को भी मंत्रमुग्ध हो जाना स्वाभाविक है। इसके ऊंचे-ऊंचे गोपुरम और भव्य प्रवेश द्वार मंदिर की भव्यता में चार चांद लगाते हैं। यहां के हर कोने में आपको रंगों और शिल्पकला का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। यह मंदिर देवी मीनाक्षी और भगवान शिव को समर्पित है, और यहां पूरे साल दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रहती है।

इन मंदिरों की खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व किसी भी यात्रा को खास बना देते हैं। अगर आप भारत के समृद्ध इतिहास, कला और संस्कृति का अनुभव करना चाहते हैं, तो इन मंदिरों की यात्रा जरूर करें।


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Rahul Bisen

Sept. 8, 2024

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Bihar News In Hindi: बिहार में 10 साल के मासूम बच्चे की बेरहमी से हत्या, वजह जानकर सभी हैरान 


Bihar News In Hindi: बिहार के बेगूसराय जिले के मंसूरचक थाना क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शनिवार को साठा बरकुरवा गांव में 10 साल के मासूम अंकुश कुमार की हत्या कर दी गई। इस घटना से पूरे इलाके में शोक और आक्रोश फैल गया है।

मिली जानकारी के अनुसार, अंकुश कुमार अपने दोस्तों के साथ खेलने गया था, लेकिन देर शाम तक घर नहीं लौटा। खोजबीन के दौरान ग्रामीणों को बहियार में बच्चे का शव मिला, जिसका सिर धड़ से अलग था। यह भयानक दृश्य देख परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।

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पुलिस के अनुसार, 35 वर्षीय आरोपी विजय कुमार महतो, जो उसी गांव का निवासी है, ने धारदार हथियार से इस घिनौनी वारदात को अंजाम दिया। हत्या के बाद आरोपी पास की झाड़ियों में छिप गया और वहां बैठकर खून साफ करने लगा। इसी बीच ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर दी। पुलिस को सूचना मिलते ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।

मृतक के पिता अनिल कुमार महतो ने बताया कि अंकुश अक्सर दोस्तों के साथ खेलने बाहर जाता था। उन्होंने कहा, "आज भी बच्चे खेलने गए थे, लेकिन देर तक जब अंकुश नहीं लौटा तो उसकी तलाश शुरू की। जब हमें खबर मिली कि एक बच्चे का सिर धड़ से अलग पड़ा है, तो वहां जाकर देखा कि वह मेरा ही बेटा था।

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अंकुश के चाचा संजय कुमार ने बताया कि अंकुश दलसिंहसराय के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करता था और शुक्रवार को त्योहार के लिए घर आया था। सोमवार को उसे हॉस्टल लौटना था, लेकिन उससे पहले ही उसकी हत्या हो गई। गांव वालों का कहना है कि विजय कुमार महतो की मानसिक स्थिति सही नहीं थी। तीन साल पहले वह अचानक लापता हो गया था और चार महीने पहले वापस आया था। वह अक्सर घर में ही बंद रहता था और बाहर कम ही निकलता था।

घटना के बाद पूरे गांव में आक्रोश है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस जघन्य अपराध के लिए आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है और आरोपी से पूछताछ कर रही है। डीएसपी डॉ. रविंद्र मोहन प्रसाद ने कहा कि सभी तथ्यों की जांच की जा रही है और जल्द ही मामले का खुलासा किया जाएगा।

इस दर्दनाक घटना से बेगूसराय का साठा बरकुरवा गांव सदमे में है और परिवार न्याय की गुहार लगा रहा है।


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Rahul Bisen

Sept. 5, 2024

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Amazfit GTR 4 Smart Watch: दमदार फीचर्स के साथ भारत में लॉन्च हुई Amazfit GTR 4 स्मार्टवॉच, कीमत बस इतनी 


Amazfit GTR 4 Smart Watch: Amazfit, एक लोकप्रिय वियरेबल टेक्नोलॉजी ब्रांड, ने अपनी नई स्मार्टवॉच Amazfit GTR 4 को भारत में लॉन्च किया है। यह नई घड़ी 1.45-इंच की HD AMOLED डिस्प्ले, 150 से अधिक स्पोर्ट्स मोड्स, और वॉयस कॉलिंग जैसी बेहतरीन सुविधाओं के साथ आती है। आइए जानते हैं इसकी कीमत और फीचर्स के बारे में विस्तार से।

 

Amazfit GTR 4 के फीचर्स

  1. डिस्प्ले: Amazfit GTR 4 में 1.45-इंच की AMOLED डिस्प्ले है जिसका रिजॉल्यूशन 466×466 पिक्सल है। डिस्प्ले पर टेम्पर्ड ग्लास, एंटी-फिंगरप्रिंट कोटिंग और एंटी-ग्लेयर बेजल जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।
  2. वॉचफेस: 200 से अधिक वॉचफेस को कस्टमाइज़ किया जा सकता है, और ऑलवेज-ऑन डिस्प्ले भी इसमें दिया गया है।
  3. स्पोर्ट्स मोड: इस स्मार्टवॉच में 150 से अधिक स्पोर्ट्स मोड्स दिए गए हैं, जो आपकी फिटनेस और हेल्थ को बेहतर बनाने में मदद करेंगे।
  4. वॉयस असिस्टेंट: इसमें एलेक्सा वॉयस असिस्टेंट के साथ ऑफलाइन वॉयस असिस्टेंट का भी सपोर्ट मिलता है।
  5. स्वास्थ्य मॉनिटरिंग: Amazfit GTR 4 में बायोमेट्रिक सेंसर है, जो आपके खून में ऑक्सीजन की सटीक माप कर सकता है। इसके अलावा इसमें तापमान सेंसर भी है, जिससे आप बुखार की भी जांच कर सकते हैं.
  6. कनेक्टिविटी: ब्लूटूथ 5.0, वाई-फाई (2.4GHz), ड्यूल-बैंड GPS, और सैटेलाइट पोजिशनिंग जैसी सुविधाएं दी गई हैं।
  7. स्टोरेज: 2.3GB की इंटरनल स्टोरेज के साथ इसमें सैकड़ों गाने ऑफलाइन स्टोर किए जा सकते हैं।
  8. बैटरी लाइफ: इसकी 475mAh बैटरी एक बार चार्ज करने पर 12 दिनों तक चल सकती है।

 

भारत में Amazfit GTR 4 की कीमत

Amazfit GTR 4 की कीमत 16,999 रुपये है। यह ब्लैक सिलिकॉन स्ट्रैप और ब्राउन लेदर वेरिएंट में उपलब्ध है। ग्राहक इसे अमेज़न और Amazfit की आधिकारिक वेबसाइट से खरीद सकते हैं।


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Rahul Bisen

Sept. 1, 2024

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Vasudhara Waterfall: ऐसा रहस्यमयी झरना, जिसका पापियों पर नहीं गिरता पानी, इसका रहस्य जानकर हो जाएंगे हैरान


Vasudhara Waterfall: उत्तराखंड, जिसे देवभूमि के नाम से जाना जाता है, अपनी खूबसूरत वादियों और धार्मिक स्थलों के लिए मशहूर है। हर साल हजारों तीर्थ यात्री और प्रकृति प्रेमी इस पवित्र भूमि पर आते हैं, जहां उन्हें प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ आध्यात्मिक शांति का अनुभव भी होता है। देवभूमि में स्थित कई अद्भुत झरने पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं। लेकिन इन झरनों में एक ऐसा भी झरना है जो अपने रहस्यमयी गुणों के लिए जाना जाता है।

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वसुधारा झरना: एक अद्भुत और रहस्यमयी स्थान

चमोली जिले के बद्रीनाथ धाम के पास स्थित वसुधारा झरना एक ऐसा अद्भुत जलप्रपात है, जिसकी पानी की धारा पापियों पर नहीं गिरती। यह झरना बद्रीनाथ से लगभग 8 किलोमीटर और भारत के आखिरी गांव माणा से 5 किलोमीटर की दूरी पर, समुद्रतल से 13,500 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। वसुधारा झरना लगभग 400 फीट की ऊंचाई से गिरता है और इसकी जलधारा सफेद मोतियों के समान दिखाई देती है।

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धार्मिक मान्यता और रहस्य

पौराणिक कथाओं के अनुसार, वसुधारा झरना उन लोगों पर पानी की बूंदें नहीं गिराता जो पापी होते हैं। इस झरने का उल्लेख शास्त्रों में भी मिलता है, जहां कहा गया है कि यहां पंच पांडव में से सहदेव ने अपने प्राण त्यागे थे। मान्यता है कि इस झरने की पवित्र बूंदें यदि किसी व्यक्ति पर गिर जाएं, तो वह पुण्यात्मा माना जाता है। यही कारण है कि देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आते हैं और इस अद्भुत झरने के नीचे खड़े होकर पुण्य प्राप्त करने की इच्छा रखते हैं।

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झरने के प्राकृतिक गुण

वसुधारा झरने का पानी कई औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है, क्योंकि यह झरना कई जड़ी-बूटियों वाले पौधों को स्पर्श करता हुआ गिरता है। ऐसी मान्यता है कि इसके पानी के संपर्क में आने से व्यक्ति निरोगी हो जाता है। यह भी कहा जाता है कि इस जल प्रपात का नाम 'वसुधारा' इसलिए पड़ा क्योंकि यहां अष्ट वसु—आप यानी अयज, ध्रुव, सोम, धर, अनिल, अनल, प्रत्यूष और प्रभाष—ने कठोर तपस्या की थी।

 

कैसे पहुंचें वसुधारा झरना

वसुधारा झरना पहुंचने के लिए आपको पहले बद्रीनाथ धाम पहुंचना होगा। वहां से लगभग 8 किलोमीटर की ट्रेकिंग के बाद आप इस झरने तक पहुंच सकते हैं। यह यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक अद्वितीय प्राकृतिक अनुभव भी प्रदान करती है।


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Rahul Bisen

Aug. 29, 2024

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Dhoopgarh, Pachmarhi Yatra: मध्य प्रदेश के पातालकोट और पचमढ़ी के धूपगढ़ की पहाड़ियों में होता है स्वर्ग जैसा अहसास


Dhoopgarh, Pachmarhi Yatra: जब भी आपको जीवन की भाग-दौड़ और तनाव से मुक्ति चाहिए होती है, तब प्रकृति की गोद में समय बिताने से बेहतर कुछ नहीं होता। मध्य प्रदेश के हरे-भरे वनों और गहरी घाटियों के बीच बसे तामिया के पातालकोट और पचमढ़ी के धूपगढ़ की पहाड़ियां ऐसे ही कुछ स्थान हैं, जो आपको शांति, सुकून और स्वर्ग जैसा अहसास कराती हैं. यहां की प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण आपको एक अनूठा अनुभव प्रदान करेंगे, जिसे आप जीवनभर याद रखेंगे.

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पातालकोट: धरती का छुपा स्वर्ग

तामिया के पास स्थित पातालकोट एक अद्भुत घाटी है, जो अपने रहस्यमय और शांत वातावरण के लिए प्रसिद्ध है. गहरी घाटियों और घने जंगलों से घिरे इस स्थान पर आपको आदिवासी संस्कृति की झलक मिलेगी, जो इसे और भी विशेष बनाती है. यहां का हर एक दृश्य आपको धरती के छुपे हुए स्वर्ग का अनुभव कराएगा, जहां आप रोज़मर्रा की भाग-दौड़ से दूर सुकून के पल बिता सकते हैं.

 

धूपगढ़: मध्य प्रदेश का सर्वोच्च शिखर

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पचमढ़ी के धूपगढ़ पर खड़े होकर सूरज को विदा लेते देखना एक ऐसा अनुभव है, जिसे आप जीवनभर नहीं भूल पाएंगे. मध्य प्रदेश का सबसे ऊंचा शिखर होने के कारण, यहां से आप पूरे पचमढ़ी का खूबसूरत नजारा देख सकते हैं. जैसे ही सूरज की आखिरी किरणें पहाड़ियों पर पड़ती हैं, यह जगह किसी चित्रकार की पेंटिंग जैसी खूबसूरत लगती है। यह जगह आपके दिल और दिमाग को ताजगी से भर देगी.

 

प्रकृति की गोद में शांति और संतोष

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तामिया के पातालकोट और पचमढ़ी के धूपगढ़ की यात्रा केवल एक दृश्यात्मक आनंद ही नहीं देती, बल्कि यह आपको भीतर से एक गहरा आध्यात्मिक अनुभव भी कराती है. यहां की ताज़ा हवा, हरियाली और शांत माहौल आपके मन को सुकून और संतोष का एहसास दिलाएंगे.

अगर आप भी इस स्वर्गीय अहसास का अनुभव करना चाहते हैं, तो अभी अपनी यात्रा की योजना बनाएं और तामिया के पातालकोट और पचमढ़ी के धूपगढ़ की पहाड़ियों में प्रकृति की सुंदरता का आनंद लें.


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Rahul Bisen

Aug. 26, 2024

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Weight Gain Diet Plan: अंडे से भी ज्यादा प्रोटीन है इस लड्डू में, जानिए महीनेभर में कैसे बढ़ाएं वजन


Weight Gain Diet Plan: आजकल, लोग अक्सर वजन कम करने की समस्याओं से जूझते हैं, लेकिन कुछ लोग दुबलेपन के कारण भी परेशान रहते हैं. वेट गेन के लिए कई लोग अंडे का सेवन करते हैं, क्योंकि इसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है. हालांकि, वेजिटेरियन लोगों के लिए अंडे एक विकल्प नहीं है। ऐसे में, चौलाई के लड्डू एक बेहतरीन और पौष्टिक विकल्प हो सकते हैं. जानिए कैसे चौलाई के लड्डू आपके वजन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं.

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चौलाई: अंडे से भी ज्यादा प्रोटीन युक्त

चौलाई, जिसे क्विनोआ भी कहा जाता है, एक हाई प्रोटीन अनाज है। इसमें अंडे से भी अधिक प्रोटीन होता है। USDA के अनुसार, 100 ग्राम अंडे में 12.6 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि 100 ग्राम चौलाई में 13.6 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। यह प्रोटीन आपके मसल्स को मजबूत बनाने और रिपेयर करने में मदद करता है, और बालों और स्किन के लिए भी लाभकारी है.

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चौलाई के पोषक तत्व

चौलाई के दानों में कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, और आयरन जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं। ये मिनरल्स हड्डियों को मजबूत बनाने और दांतों की सेहत को सुधारने में मदद करते हैं। इसके अलावा, ये ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर बनाते हैं.

 

सेवन का तरीका:

इन लड्डुओं को सुबह के समय दूध के साथ खाएं। इससे आपको भरपूर ऊर्जा मिलेगी और वजन बढ़ाने में मदद मिलेगी.


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Rahul Bisen

Aug. 23, 2024

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Success Story: सिर्फ 2,000 रुपये से शुरू किया था काम, आज हो रही है लाखों की कमाई, जानिए सुधा के 'इनिया ऑर्गेनिक्स' की प्रेरणादायक कहानी


Success Story: तमिलनाडु के नमक्कल जिले के छोटे से गांव से आने वाली सुधा ने अपनी गरीबी से लड़ाई लड़ते हुए 'इनिया ऑर्गेनिक्स' नामक मसाला स्टार्टअप की शुरुआत की. मात्र 2,000 रुपये से शुरू किए गए इस व्यवसाय ने अब लाखों की कमाई शुरू कर दी है. इस सफर की शुरुआत सुधा ने अपनी बेटी के लिए स्वादिष्ट और पोषक खाना तैयार करने से की थी.

 

सुधा का मसालों के साथ प्रयोग

2011 में, सुधा अपने पति कुमार के साथ कोयम्बटूर चली गईं, जहां उन्होंने प्ले स्कूल में पढ़ाया. इस दौरान उन्होंने बच्चों के पोषण के महत्व को समझा और अपनी बेटी, जो खाने में बहुत चुनिंदा थी, के लिए विशेष मसालों का उपयोग करना शुरू किया. सुधा ने मोरिंगा और पुदीना पाउडर के साथ डोसा और इडली बनाकर उसे खिलाया, जिसे उनकी बेटी ने बहुत पसंद किया.

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सिर्फ 2,000 रुपये से शुरुआत

सुधा ने अपने छोटे से नौकरी के दौरान बचाए गए 2,000 रुपये से मसालों का व्यवसाय शुरू किया. 2018 में, उन्होंने 'इनिया ऑर्गेनिक्स' को आधिकारिक रूप से रजिस्टर कराया और इसे पूरा समय दिया. सुधा ने स्थानीय किसानों से ताजे पालक, मोरिंगा के पत्ते, पुदीना और धनिया खरीदकर, उन्हें धूप में सुखाया और अपने विशेष नुस्खे के साथ मसाला पाउडर तैयार किया. धीरे-धीरे उनके उत्पादों की मांग बढ़ती गई और वे कोयम्बटूर के ऑर्गेनिक स्टोर्स में अपनी जगह बनाने लगीं.

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आज लाखों में हो रही है कमाई

सुधा ने अपने उत्पादों को और भी बेहतर बनाने के लिए तमिलनाडु कृषि विश्वविद्यालय (TNAU) और अन्य संगठनों द्वारा आयोजित कक्षाओं में हिस्सा लिया. एक शुभचिंतक की मदद से सुधा ने 2 लाख रुपये का लोन लिया, जिससे उन्हें एक यूनिट स्थापित करने और आवश्यक उपकरण खरीदने में मदद मिली. उनके पति कुमार ने भी अपनी नौकरी छोड़कर सुधा के साथ काम करना शुरू किया.

आज 'इनिया ऑर्गेनिक्स' 500 से अधिक परिवारों को मसाला पाउडर सप्लाई कर रहा है और हर महीने 120 किलो से अधिक उत्पाद बेच रहा है. उनके मसाला पाउडर में सांबर, रसम, पालक पाउडर, इडली पोडी, और बिरयानी, चिकन, मटन, सूप पाउडर जैसे उत्पाद शामिल हैं. सूप पाउडर उनके सबसे अधिक बिकने वाले उत्पादों में से एक है.


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Rahul Bisen

Aug. 20, 2024

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World's Youngest Billionaires: ये हैं दुनिया के सबसे युवा अरबपति, विरासत में मिली दौलत पर करते हैं ऐश, यहाँ खर्च करते हैं पैसा


World's Youngest Billionaires: दुनिया में कई नामी अरबपति हैं जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से अपार संपत्ति अर्जित की है, जैसे एलन मस्क, जेफ बेजोस, और मुकेश अंबानी. लेकिन आज हम उन युवा अरबपतियों की बात करेंगे जिन्होंने अपनी दौलत विरासत में पाई है. हाल ही में फोर्ब्स ने 35 साल से कम उम्र के टॉप 10 युवा अरबपतियों की सूची जारी की है. आइए जानते हैं कि ये युवा अरबपति कौन हैं और अपनी विरासत की दौलत का उपयोग कैसे करते हैं.

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टॉप 4 सबसे युवा अरबपति और उनकी संपत्ति का विश्लेषण

1. मार्क माटेशिट्ज (Mark Mateschitz)

World's Youngest Billionaires ये हैं दुनिया के सबसे युवा अरबपति, विरासत में मिली दौलत पर करते हैं ऐश, यहाँ खर्च करते हैं पैसा

मार्क माटेशिट्ज, 31 साल के ऑस्ट्रियन अरबपति, के पास 39.6 बिलियन डॉलर (करीब 3.32 लाख करोड़ रुपये) की संपत्ति है। वह रेड बुल के को-फाउंडर डीट्रिच माटेशिट्ज के बेटे हैं. डीट्रिच के निधन के बाद, मार्क को कंपनी की 49% हिस्सेदारी विरासत में मिली.

2. जॉन कॉलिसन (John Collison)

World's Youngest Billionaires ये हैं दुनिया के सबसे युवा अरबपति, विरासत में मिली दौलत पर करते हैं ऐश, यहाँ खर्च करते हैं पैसा

आयरलैंड के 33 वर्षीय जॉन कॉलिसन ने अपने भाई के साथ मिलकर 2010 में Stripe नाम की कंपनी की स्थापना की. वह इस कंपनी के को-फाउंडर और प्रेसिडेंट हैं। उनकी संपत्ति 7.4 बिलियन डॉलर है.

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3 और 4. फिरोज मिस्त्री (Firoz Mistry) और जहान मिस्त्री (Zahan Mistry)

World's Youngest Billionaires ये हैं दुनिया के सबसे युवा अरबपति, विरासत में मिली दौलत पर करते हैं ऐश, यहाँ खर्च करते हैं पैसा

फिरोज मिस्त्री (27 साल) और जहान मिस्त्री (25 साल) टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन साइरस मिस्त्री के बेटे हैं. उनके पास 5.1-5.1 बिलियन डॉलर की संपत्ति है, जो उन्हें अपने पिता से विरासत में मिली है.

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युवा अरबपति अपनी संपत्ति कहां खर्च करते हैं?

  • मार्क माटेशिट्ज: मार्क को रेसिंग कारों का शौक है और वह फॉर्मूला वन की दो टीमों के मालिक हैं. इसके अलावा, वह अपने व्यवसाय में भी निवेश करते हैं.
  • जॉन कॉलिसन: जॉन अपनी संपत्ति का अधिकांश भाग अपने बिजनेस में लगाते हैं, जिससे उनकी कंपनी और भी सफल होती है.

निष्कर्ष:
इन युवा अरबपतियों ने अपनी विरासत में मिली दौलत का उपयोग समझदारी से किया है. वे न केवल अपने व्यक्तिगत शौक को पूरा करते हैं बल्कि अपने व्यवसाय में भी निवेश करके अपनी संपत्ति को बढ़ाते हैं. यह उनके दूरदर्शिता और रणनीतिक सोच का प्रमाण है.


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Rahul Bisen

Aug. 14, 2024

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Raksha Bandhan 2024: जानें क्यों है रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते का अनमोल प्रतीक


Raksha Bandhan 2024: भारत में हदोस्तों भारत में हर त्योहार अपनी खासियत लिए हुए होता है, लेकिन रक्षाबंधन का महत्व कुछ और ही है. यह त्योहार भाई-बहन के रिश्ते की गहराई और सुरक्षा का प्रतीक है। हर साल श्रावण मास की पूर्णिमा को मनाया जाने वाला रक्षाबंधन, भाई-बहन के बीच के प्रेम और संजीवनी वचन को सेलिब्रेट करता है. इस आर्टिकल में, हम रक्षाबंधन के महत्व, ऐतिहासिक संदर्भ और आधुनिक समय में इसे मनाने के बारे में बताने वाले है. तो आइए  जानते है.

 

रक्षाबंधन का महत्व

रक्षाबंधन का अर्थ है 'सुरक्षा की रस्सी', और यही इस त्योहार की आत्मा है. इस दिन, बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है, जो उसकी लंबी उम्र और खुशहाली की कामना करती है. इसके बदले में, भाई अपनी बहन को उपहार देता है और उसकी सुरक्षा का वचन लेता है. यह पर्व भाई-बहन के रिश्ते को मनाने और उनके बीच के प्यार को मजबूत करने का एक सुंदर तरीका है.

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ऐतिहासिक संदर्भ

रक्षाबंधन का इतिहास भारतीय संस्कृति में गहराई से जुड़ा हुआ है. एक प्रसिद्ध कथा के अनुसार, जब देवताओं और दैत्यों के बीच समुद्र मंथन हुआ, तो भगवान विष्णु ने देवी लक्ष्मी को राखी बांधी थी ताकि वह उनके पति भगवान विष्णु की रक्षा कर सकें। महाभारत में भी रक्षाबंधन का उल्लेख है, जब द्रौपदी ने श्री कृष्ण को राखी बांधी थी और श्री कृष्ण ने उसे संरक्षण देने का वचन दिया था. इन कथाओं के माध्यम से, यह पर्व हमारी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा बन गया है.

 

आधुनिक समय में रक्षाबंधन

आजकल, रक्षाबंधन पारंपरिक अनुष्ठानों के साथ-साथ आधुनिक रूप भी ले चुका है. भाई और बहन, चाहे वे दूर हों, वीडियो कॉल्स और सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़े रहते हैं. बाजार में राखी की विभिन्न डिज़ाइन उपलब्ध हैं, जो इस त्योहार को और भी खास बनाती हैं. यह पर्व अब सिर्फ पारंपरिक नहीं बल्कि आधुनिक समय की जरूरतों के अनुसार भी मनाया जाता है.

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राखी के महत्व और संदेश

रक्षाबंधन सिर्फ भाई-बहन के रिश्ते को ही नहीं, बल्कि समाज में एकता और सामंजस्य को भी प्रोत्साहित करता है. यह हमें सिखाता है कि परिवार और रिश्ते कितने महत्वपूर्ण होते हैं और हमें इन्हें संजोने की जरूरत है. इस दिन, हमें अपने प्रियजनों के प्रति प्यार और सम्मान को प्रकट करने का एक और अवसर मिलता है.

 

समापन

रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के रिश्ते में नई ऊर्जा और खुशी का संचार करता है. यह हमें याद दिलाता है कि हमें अपने प्रियजनों के प्रति स्नेह और समर्थन बनाए रखना चाहिए. राखी का यह पर्व हर साल भाई-बहन के रिश्ते को और भी मजबूत बनाता है और जीवन को खुशी और सुरक्षा से भर देता है.


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Rahul Bisen

Aug. 10, 2024

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TRAI New Rules: फर्जी कॉल करके किया परेशान, तो मोबाइल नंबर होगा 2 साल के लिए ब्लैकलिस्ट, जानिए TRAI के नए नियम के बारे में


TRAI New Rules: टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने फर्जी कॉल्स और अनवांटेड कॉल्स से निपटने के लिए एक नई योजना लागू की है. इस योजना के तहत, यदि किसी मोबाइल नंबर से फर्जी कॉल्स की जाती हैं, तो उसे 2 साल के लिए ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा. यह नया कदम ग्राहकों को परेशान करने वाले कॉलर्स के खिलाफ कठोर कार्रवाई का आश्वासन देता है. आइए जानते हैं इस नई योजना के प्रमुख बिंदुओं के बारे में.

 

TRAI की नई योजना के प्रमुख बिंदु

  • फर्जी कॉल्स की रोकथाम: TRAI ने फर्जी कॉल्स को रोकने के लिए एक नया एक्शन प्लान तैयार किया है. इसके तहत, यदि कोई मोबाइल नंबर फर्जी कॉल्स के लिए जिम्मेदार पाया जाता है, तो उसे 2 साल के लिए ब्लैकलिस्ट किया जाएगा.
  • टेलीकॉम कंपनियों की जिम्मेदारी: टेलीकॉम कंपनियों को अब ग्राहकों की शिकायतों पर ध्यान देना होगा. यदि कोई ग्राहक फर्जी कॉल्स से परेशान होता है और इसकी शिकायत करता है, तो कंपनियों को उन नंबरों को ब्लैकलिस्ट करना होगा.
  • नए नियम और सख्ती: TRAI ने फर्जी और प्रमोशनल कॉल्स के खिलाफ सख्त नियम लागू किए हैं. इसमें रोबो कॉल्स, वॉयस कॉल्स, और प्री-रिकॉर्डेड कॉल्स का उपयोग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

 

TRAI की बैठक और नियमों की स्वीकृति

TRAI के चेयरमैन अनिल कुमार लाहोटी ने इस मुद्दे पर एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई, जिसमें प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों के अधिकारी शामिल हुए. इस बैठक में रिलायंस जियो, एयरटेल, बीएसएनएल, वोडाफोन आइडिया लिमिटेड, और अन्य कंपनियों के प्रतिनिधियों ने इस नए नियम को स्वीकार किया. हालांकि, रिलायंस कम्युनिकेशंस और एमटीएनएल के प्रतिनिधि इस बैठक में शामिल नहीं हुए. इसके बावजूद, सभी टेलीकॉम कंपनियों की सहमति के बाद इस प्रस्ताव को लागू कर दिया गया है.

 

निष्कर्ष

TRAI का यह नया प्लान फर्जी कॉल्स से परेशान ग्राहकों के लिए एक महत्वपूर्ण राहत का संकेत है. यह कदम न केवल फर्जी कॉल्स की समस्या को कम करने में मदद करेगा, बल्कि टेलीकॉम कंपनियों को भी उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराएगा. यदि आप भी फर्जी कॉल्स से परेशान हैं, तो TRAI के पोर्टल पर जाकर अपनी शिकायत दर्ज करें और अपने अधिकारों की रक्षा करें.


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Rahul Bisen

Aug. 7, 2024

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Sawan 2024: सावन के महीने में ही क्यों की जाती है भगवान शिव की पूजा, इससे जुड़ा है रहस्य


Sawan 2024: दोस्तों सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है, खासकर भगवान शिव की पूजा के लिए. यह समय धार्मिक उत्सव, आस्था और श्रद्धा का प्रतीक है. सावन का महीना भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में विशेष स्थान रखता है. ये समय भगवान शिव की आराधना और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए सर्वोत्तम माना जाता है.

सावन के महीने में भगवान शिव की पूजा का महत्व सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और पौराणिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि सावन में भगवान शिव की पूजा क्यों की जाती है, और इसके पौराणिक कारण क्या हैं, और इस समय शिव पूजा की विधि क्या है. तो दोस्तों आइए जानते है. सावन में भगवान शिव की पूजा का महत्व और कारण के बारे में.

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 1. समुद्र मंथन की कथा

पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब देवताओं और दानवों ने मिलकर समुद्र मंथन किया, तो उसमें से विष (हलाहल) निकला. इस विष को भगवान शिव ने अपने कंठ में धारण कर लिया, जिससे उनका कंठ नीला हो गया और वे नीलकंठ कहलाए. सावन का महीना भगवान शिव द्वारा विष धारण करने और मानवता की रक्षा करने की याद दिलाता है.

 

2. प्रकृति का समर्पण

सावन का महीना बारिश का महीना होता है. इस समय प्रकृति हरी-भरी हो जाती है, जो भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है. भक्त भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं ताकि उनकी कृपा से अच्छी फसल हो और समृद्धि बनी रहे.

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3. माता पार्वती की तपस्या

कहा जाता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त करने के लिए सावन के महीने में कठोर तपस्या की थी. उनकी तपस्या सफल हुई और भगवान शिव ने उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया. इस कारण भी सावन में शिव पूजा का महत्व बढ़ जाता है.

 

4. विवाह और प्रेम का प्रतीक

सावन का महीना विवाह और प्रेम के लिए भी जाना जाता है. भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह इस महीने में हुआ था, इसलिए विवाहित और अविवाहित महिलाएं शिवजी की पूजा करती हैं ताकि उनका दांपत्य जीवन सुखमय रहे.

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5. सामाजिक और सांस्कृतिक परंपराएं

कई स्थानों पर सावन के महीने में धार्मिक उत्सव, मेले और कांवड़ यात्रा का आयोजन किया जाता है. भक्त गंगा जल लेकर भगवान शिव के मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं. यह सामाजिक एकता और धार्मिक आस्था का प्रतीक है.

 

सावन में शिव पूजा की विधि

सावन में भगवान शिव की पूजा विशेष रूप से सोमवारी (सोमवार) को की जाती है. इस दिन व्रत रखा जाता है और शिवलिंग पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और अन्य पूजा सामग्री अर्पित की जाती है. शिव महिमा का पाठ, रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना भी अत्यंत फलदायी माना जाता है.

 

निष्कर्ष

सावन का महीना भगवान शिव की पूजा और भक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह समय धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से विशेष महत्व रखता है. भगवान शिव की कृपा पाने और जीवन में सुख, शांति और समृद्धि के लिए सावन में उनकी पूजा करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है.

 


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Rahul Bisen

Aug. 3, 2024

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New Technology In India: चार महीने में रोबोट ने किए 85 मरीजों के ऑपरेशन


New Technology In India: नागपुर शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल) में राज्य का पहला रोबोटिक सर्जरी यूनिट शुरू हो चुका है. पांच साल की प्रतीक्षा और कई पेंच सुलझाने के बाद यह यूनिट शुरू हो सका है. मेडिकल में यूनिट शुरू करने का श्रेय अधिष्ठाता डॉ. राज गजभिये को जाता है. उन्होंने ही मेडिकल के विस्तार और मरीजों की आवश्यकता को देखते हुए इस यूनिट को शुरू करने की संकल्पना रखी थी.

मार्च महीने से यह यूनिट मरीजों की सेवा में काम कर रहा है. रोबोटिक यूनिट में अब तक 85 सर्जरी हो चुकी है. खास बात यह है कि सर्जरी के लिए मरीजों को एक पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ा है. यह यूनिट विदर्भ के मरीजों के लिए वरदान साबित हो रहा है.

 

चीरा लगाने की नौबत कम

उपराजधानी को मेडिकल हब के रूप में पहचान मिलने लगी है. यहां विश्वस्तरीय चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध हैं. निजी अस्पतालों के साथ ही सरकारी अस्पतालों में भी अत्याधुनिक तकनीक आधारित जांच व उपचार सुविधाएं मिलने लगी हैं. मेडिकल में रोबोटिक सर्जरी यूनिट गरीब व मध्यमवर्गियों के लिए महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है.

रोबोट सर्जरी के दौरान अंगों को चीरा लगाने की नौबत काफी कम आती है. रोबोट शरीर में 360 डिग्री तक घूमता है. इसके कारण जटिल सर्जरी आसानी से हो जाती है. सर्जरी के बाद तकनीक से टांके लगाने की प्रक्रिया आसानी से हो जाती है. मरीजों को दर्द कम होता है. मरीज जल्द रिकवर हो जाता है.


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Rahul Bisen

July 25, 2024

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Nepal Plane Crash: नेपाल के काठमांडू में प्लेन हादसे में 18 लोगों की मौत


Nepal Plane Crash: काठमांडू  नेपाल में सौर्य एयरलाइंस का विमान बुधवार सुबह काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट से उड़ान के तुरंत बाद क्रैश हो गया. उड़ान भरते ही विमान अचानक दाई ओर झुका जमीन से जा टकराया। इसमें सवार 19 लोगों में से 18 की मौत हो गई.

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गंभीर रूप से घायल पायलट कैप्टन मनीष शाक्य का इलाज चल रहा है. विमान में सवार सभी इंजीनियर और अन्य स्टाफ थे. मृतकों में एक टेक्नीशियन की पत्नी और 4 साल का बच्चा भी शामिल है। विमान रूटीन टेस्ट के लिए पोखरा जा रहा था.

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Nepal Plane Crash: पिछले साल 5 भारतीयों के साथ 72 लोग मारे गए थे

नेपाल में बार-बार विमान हादसों को लेकर सवाल उठते रहे हैं. पिछले साल 15 जनवरी को येति एयरलाइंस का विमान लैंडिंग से पहले क्रैश हो गया था. इसमें 5 भारतीयों समेत 72 लोगों की मौत हो गई थी. 70 साल में 104 प्लेन क्रैश हो चुके हैं.

 


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Rahul Bisen

July 20, 2024

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Guru Purnima 2024: सनातन संस्था देश भर में 75 स्थानों पर मनाएगी गुरु पूर्णिमा, उमड़ेंगे गुरु भक्त


Guru Purnima 2024: सनातन धर्म की 'गुरु-शिष्य परंपरा' अनादिकाल से मानव मात्र के लिए पूजनीय रही है. मानव जीवन में गुरु का अद्वितीय महत्व होता है, इसलिए आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है. सनातन संस्कृति के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए लंबे समय से समर्पित सनातन संस्था के तत्वावधान में गुरु पूर्णिमा पर 21 जुलाई को देशभर में 75 स्थानों पर गुरु पूर्णिमा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है.

 इसी कड़ी में मुंबई के माहिम, विलेपार्ले और नवी मुंबई के खारघर में 'गुरु पूर्णिमा महोत्सव' का आयोजन किया गया है. यह महोत्सव मराठी, हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, तमिल, मल्यालम आदि भाषाओं में आयोजित किया जाएगा.

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संस्था की प्रवक्ता नयना भगत ने बताया कि महोत्सव में व्यास पूजन, परम पूज्य भक्तराज महाराज की प्रतिमा पूजन (गुरु पूजन), समाज, राष्ट्र और धर्म के बारे में विचार, 'आनंद प्राप्ति और रामराज्य की स्थापना के लिए साधना' विषय पर विशेष मार्गदर्शन होगा. साथ ही धर्म, अध्यात्म, साधना, बाल संस्कार, आचार धर्म, आयुर्वेद, प्राथमिक चिकित्सा, आत्मरक्षा, हिंदू राष्ट्र आदि विभिन्न विषयों पर ग्रंथ प्रदर्शनी और राष्ट्र-धर्म विषयक प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी.

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Guru Purnima 2024: मुंबई और नई मुंबई में गुरु पूर्णिमा 

दादर माटुंगा सांस्कृतिक केंद्र, जे. के. सावंत मार्ग, यशवंतराव चव्हाण थिएटर के पास, मालीम, सायं 5.30 बजे से, प्रबोधनकार ठाकरे क्रीडा संकुल, शहाजीराजे रोड, विलेपार्ले पूर्व, सायं 6.00 बजे से तथा उत्कर्ष हॉल, अ-59, छ. शिवाजी महाराज चौक के पास, सेक्टर 12, खारघर, नवी मुंबई में सायं 5.30 बजे गुरु पूजन किया जाएगा.

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Guru Purnima 2024: ऑनलाइन गुरु पूर्णिमा महोत्सव

सनातन संस्था ने मराठी, हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, तमिल, मलयालम भाषाओं में 'ऑनलाइन गुरुपूर्णिमा महोत्सव' का आयोजन किया है। ताकि देश-विदेश के श्रद्धालु गुरु पूर्णिमा का आनंद उठा सकें। 21 जुलाई को हिंदी भाषा में 'गुरु पूर्णिमा महोत्सव' का लाभ निम्नलिखित वेबसाइट मार्ग से लिया जा सकता है.

 


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Rahul Bisen

July 15, 2024

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Madhya Pradesh: औरंगजेब ने जिस मंदिर को तोपों से उड़ाया था, वो बनेगा टूरिस्ट स्पॉट


Madhya Pradesh: यह भोपाल से 65 किमी दूर विदिशा का ऐतिहासिक विजय मंदिर है, जिसे औरंगजेब ने 1682 में तोपों से तुड़वा दिया था. अब मप्र सरकार यहां टूरिस्ट स्पॉट विकसित करेगी। सदियों से मलबे और मिट्टी में दबा मंदिर 1992 में आई बाढ़ में निकल कर सामने आया था.

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स्थानीय इतिहासकार कैलाश देवरिया बताते हैं- 10वीं सदी में चालुक्य राजवंश के महामंत्री वाचस्पति ने प्रतिहारों पर विजय के प्रतीक के रूप में इसे बनवाया था। यह चालुक्यों की कुलदेवी भिल्लस्वामिनी को समर्पित है. यहां कोणार्क की तर्ज पर सूर्य मंदिर भी था. अलबरूनी ने लिखा कि मंदिर 105 गज (315 फीट) ऊंचा था. देश की नई संसद भी इसके जैसी दिखती है.

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ASI के साथ मिलकर योजना बनाएंगे 

मध्य प्रदेश के संस्कृति राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह कहते हैं कि विजयपुर जैसे मंदिरों और प्रसिद्ध स्थलों का जीर्णोद्वार करने की तैयारी चल रही है. ASI के साथ मिलकर इन्हें पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करेंगे.

 


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Rahul Bisen

July 11, 2024

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Indian Get Residency In These Countries: इन भारतीयों को मिल रहा है दुनिया के इन देशों में रहने का मौका, जानिए कैसे मिलेगा परमिट और कितना होगा खर्च


Indian Get Residency In These Countries: दुनिया के ऐसे कई सारे खूबसूरत देश है जो विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए नई कोशिशें कर रहे हैं. अपनी अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए कई देशों ने रियल एस्टेट Real Estate नागरिकता की शुरुआत की है. ऐसे देशों में अमीर लोग संपत्तियां खरीदकर नागरिकता हासिल कर सकते हैं और रह हैं.

 

मैड्रिड: रियल एस्टेट रेजीडेंशी प्रोग्राम

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दुनिया के कई देशों ने रियल एस्टेट रेजीडेंशी की शुरुआत की है। इन प्रोग्रामों के तहत दूसरे देशों के लोग आसानी से घर ले सकते हैं. कई खूबसूरत देशों में इस कार्यक्रम के तहत अमीर लोग संपत्ति खरीद रहे हैं. भारतीयों के पास भी दुनिया के 10 खूबसूरत देशों में निवेश कार्यक्रमों के तहत अपना घर बनाने और रहने का मौका है. CNBC की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें स्पेन, पुर्तगाल, और ब्राजील का नाम शामिल है.

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  • ब्राजील: यहाँ आप 1.7 करोड़ भारतीय रुपए के न्यूनतम निवेश से स्थायी निवास प्राप्त कर सकते हैं. ब्राजील सरकार स्वच्छ रिकॉर्ड वाले आवेदकों के लिए उदार है.
  • ग्रीस: गोल्डन वीजा कार्यक्रम के तहत, निवेशकों को 500,000 ग्रीस यूरो (4.57 करोड़ रुपए) की संपत्ति खरीदने के बाद पाँच साल का निवास परमिट मिलता है, जिसे अनिश्चित काल के लिए नवीनीकृत किया जा सकता है. इसके साथ ही शेंगेन देशों में प्रवेश की अनुमति मिल जाती है.
  • कंबोडिया: माई सेकंड होम कार्यक्रम के तहत सरकारी रियल एस्टेट परियोजनाओं में निवेश करने पर 10 साल का निवास परमिट मिलता है.

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Indian Get Residency In These Countries: अन्य देश

  • साइप्रस: यहाँ स्थायी निवास कार्यक्रम के माध्यम से 329,000 डॉलर (2.73 करोड़ रुपए) का निवेश करके स्थायी निवास प्राप्त किया जा सकता है.
  • एंगुइला: 750,000 डॉलर का रियल एस्टेट निवेश कर स्थायी निवास प्राप्त किया जा सकता है.
  • क्युरासाओ: 280,000 डॉलर के निवेश से तीन साल का निवास परमिट मिल सकता है.
  • माल्टा: स्थायी निवास कार्यक्रम के तहत 384,000 डॉलर का निवेश करके निवास प्राप्त किया जा सकता है.
  • केमैन आइलैंड्स: 1.2 मिलियन डॉलर का रियल एस्टेट निवेश कर स्थायी निवास प्राप्त किया जा सकता है.
  • पुर्तगाल: यहाँ गोल्डन वीजा कार्यक्रम के तहत 500,000 यूरो के रियल एस्टेट निवेश से स्थायी निवास प्राप्त किया जा सकता है.

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Rahul Bisen

July 4, 2024

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Swami Vivekanand Punyatith: स्वामी विवेकानंद द्वारा दी गई जिंदगी की महत्वपूर्ण सीख, पढ़ें अनमोल विचार


Swami Vivekanand Punyatith: दोस्तों आज हम स्वामी विवेकानंद की पुण्यतिथि के अवसर पर उनके जीवन के बारे में बताने वाले है. हर साल 12 जनवरी को ब्रह्मोत्सव के रूप में मनाते हैं, जो स्वामी विवेकानंद की मृत्यु की याद दिलाता है.

उनके द्वारा दी गई शिक्षाएं हमें प्रेरित करती हैं. स्वामी विवेकानंद ने जीवन में अस्थायीता के खिलाफ सच्चाई की शिक्षा दी. उनका मानना था कि सभी मनुष्यों को समान दृष्टि से देखा जाना चाहिए। क्योंकि हर किसी में भगवान है. उन्होंने भारतीय संस्कृति और धर्म को दुनिया के साथ साझा किया. स्वाधीनता और मानवता के आदर्शों को जीने का संदेश दिया.

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हमारा लक्ष्य आपको स्वामी विवेकानंद के अनमोल विचारों से जोड़ना है. उनके संदेशों से अपने जीवन को बेहतर बनाएं. आइए उनके शिक्षाप्रद संदेशों का समादान करें. जो हमारे जीवन को सच्ची प्रकाश में लाएं.

 

Swami Vivekanand Ka Jivan Parichay स्वामी विवेकानंद का जीवनी

इस अनुभाग में, हम स्वामी विवेकानंद की जीवनी के बारे में चर्चा करेंगे. हम उनके जीवन के महत्वपूर्ण पहलुओं, संदेशों, और परिणामों को विस्तार से देखेंगे.

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Swami Vivekanand की जीवनी एक अद्वितीय कहानी है. उनका जन्म 12 जनवरी 1863 को हुआ था. उन्होंने कठिनाइयों का सामना करते हुए एक प्रेरणादायक जीवन जिया. उनकी जीवनी में संघर्ष और शक्ति की अद्वितीय व्याख्या है. वे भारतीय संस्कृति और दर्शन में रुचि रखते थे.

Swami Vivekanand स्वामी विवेकानंद ने कहा, "नेतृत्व शांति से होना चाहिए, न शक्ति से. मनोहारी शिक्षाएं उनकी शिक्षाएं आध्यात्मिक आदर्शों पर आधारित हैं। उन्होंने आत्मसम्मान और स्वयंसेवा की शिक्षा दी. आज भी उनकी शिक्षाएं मानवियता और समाजसेवा के लिए महत्वपूर्ण हैं. उनकी सोच में समावेश और सहनशीलता का महत्व था.

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Swami Vivekanand ने सैकड़ों सुनहरे उद्धरण छोड़े हैं. उनकी विचारधारा लोगों को प्रभावित करती है. उनकी जीवनी मानवीयता और सेवा की महत्वपूर्णता को सिखाती है. उनके शब्दों से हम बदलने की प्रेरणा मिलती है.

 

Swami Vivekanand स्वामी विवेकानंद का गुरु

इस अनुभाग में, हम स्वामी विवेकानंद के गुरु और उनके प्रभाव के बारे में चर्चा करेंगे। हम उनके गुरु की महत्वपूर्णता को समझेंगे और उनके विद्यार्थी-गुरु सम्बंध को जानेंगे.

 

Swami Vivekanand स्वामी विवेकानंद का गुरु कौन था?

Swami Vivekanand का प्रथम गुरु था रामकृष्ण परमहंस। रामकृष्ण परमहंस ने स्वामी विवेकानंद को संतान बनाया और उन्हें उनके विचारों की मूलभूत शिक्षा प्रदान की. उनके प्रभाव से ही स्वामी विवेकानंद ने अपने जीवन में आध्यात्मिकता की ओर ध्यान केंद्रित किया और उनके अध्यात्मिक दर्शनों की विस्तारपूर्वक व्याख्या की.

 

Swami Vivekanand स्वामी विवेकानंद के गुरुओं का महत्व

स्वामी विवेकानंद के गुरुओं का महत्व उनके जीवन में अपार था। रामकृष्ण परमहंस के साथ ही स्वामी विवेकानंद ने सभी अध्यात्मिक ज्ञान को प्राप्त किया और उसे अपने जीवन के मूल्यों में समाहित किया. विवेकानंद के अलावा भी उनके और कई गुरु थे जो उन्हें अपने अध्यात्मिक सफर में मार्गदर्शन करते रहे। इन गुरुओं ने स्वामी विवेकानंद को ब्रह्मचर्य, ध्यान, स्वधर्म, और साधना की महत्वपूर्ण ज्ञान दिया, जो उन्हें आध्यात्मिक प्रगति के मार्ग पर आगे बढ़ने में सहायता करा.

 

Swami Vivekanand स्वामी विवेकानंद के गुरु-शिष्य संबंध

स्वामी विवेकानंद के गुरु-शिष्य संबंध विद्यार्था की इच्छा, सम्पादन, और एक सम्पूर्ण जीवनशैली का संकेत देता है. उन्होंने अपने गुरुओं के प्रति पूर्ण समर्पण और आदर्श शिष्यता दिखायी. स्वामी विवेकानंद के गुरुओं द्वारा प्रदान की गई ब्रह्मचर्य, साधना, और समाधाना की शिक्षा ने उन्हें संतोष, आध्यात्मिक संपन्नता, और व्यापारिक सफलता में मदद की.

स्वामी विवेकानंद के धार्मिक सिद्धांतों का आधार है कि सभी धर्म एक ही सत्य की ओर ले जाते हैं. उन्होंने 1897 में कहा था कि "धर्म वही है जिसे मनुष्य अपने अन्तरात्मा के उदय से बोलता है.

 

Swami Vivekanand स्वामी विवेकानंद के विचार

स्वामी विवेकानंद के अनुसार, सभी मनुष्य दिव्य हैं और आध्यात्मिकता से भरे हुए हैं। वे कहते हैं कि "मनुष्य देवताओं का संयोग है और देवताओं की सबसे महत्वपूर्ण शक्ति ईश्वर कायोग है।" उनके अनुसार, धर्म मानवता के गहरे आधार पर होना चाहिए. वे कहते हैं कि "मानवता में सत्य की अभिव्यक्ति धर्म है.

 

Swami Vivekanand अद्भुत संदेश

स्वामी विवेकानंद की जीवनी उनके संदेशों से भरी है. उन्होंने ज्ञान और तत्वज्ञान की महत्व को बताया. उन्होंने सत्य, धर्म, और प्रेम के माध्यम से संदेश दिया.


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Rahul Bisen

June 30, 2024

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Moon Story In Hindi: पृथ्वी के पास एक ही चंद्रमा क्यों है ?, जुपिटर के पास 95 चंद्रमा शनि के पास 146 चांद


Moon Story In Hindi: हमारी पृथ्वी से रात रत के समय ऊपर देखने पर आप सैकड़ों हजारों मील दूर चमकते हुए चंद्रमा को देखते हैं. लेकिन अगर आप शुक्र ग्रह Planet Venus पर जाएं तो ऐसा नहीं होगा. इसका मतलब ये होता है कि पृथ्वी Earth, जो खुद एक ग्रह है, और दूसरों Planet से कई मायनों में अलग है. इसका मतलब ये भी है कि हर ग्रह के पास चंद्रमा नहीं होता लेकिन साथ ही एक सच और है कि हर ग्रह के पास एक ही चंद्रमा moon हो जरूरी नहीं. बृहस्पति Jupiter के 95 चंद्रमा हैं जबकि शनि Saturn के 146 चंद्रमा हैं.

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The Conversation में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, हर ग्रह के पास चंद्रमा नहीं होता है. अब सवाल है कि सिर्फ कुछ ग्रहों के पास बहुत सारे चाँद क्यों हैं जबकि कुछ के पास एक भी चंद्रमा क्यों नहीं है? सबसे पहले चाँद को प्राकृतिक Satellite कहा जाता है. खगोलशास्त्री उपग्रहों astronomy satellites को space में मौजूद ऐसी वस्तुओं के रूप में देखते हैं जो बड़े पिंडों की परिक्रमा करते हैं. चूंकि चाँद मानव निर्मित नहीं है, इसलिए ये एक प्राकृतिक उपग्रह है. दिलचस्प बात ये है कि कुछ ग्रहों के पास चंद्रमा होने के २ मुख्य कारण हैं. चंद्रमा अगर ग्रह के Hill sphere radius के अंदर होते हैं या सौर मंडल के साथ मिलकर बनते हैं तो गुरुत्वाकर्षण gravity से खींच लिए या पकड़ लिए जाते हैं.

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वस्तुएं आस-पास की दूसरे वस्तुओं पर gravitational force लगाती हैं. इससे वो  उन्हें एक-दूसरे की तरफ खींचती हैं. जो चींजे जितनी बड़ी होगी उसका आकर्षण बल उतना ही ज्यादा होगा. gravitational force ही ये कारण है जिसके चलते हम सभी पृथ्वी से दूर जाने के बजाय उससे जुड़े हैं, क्योंकि इसके कारण ही पृथ्वी हमें अपनी तरफ खींचती है. सौरमंडल पर सूर्य के विशाल gravitational force का प्रभुत्व है जो सभी ग्रहों को अपनी कक्षा में रखता है.

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पृथ्वी का चंद्रमा क्यों है खास ? Why is Earth's moon special

पृथ्वी का चंद्रमा इसलिए खास होता है क्योंकि इसका निर्माण अलग तरीके से हुआ है. Scientists का मानना है कि बहुत पहले मंगल Mars ग्रह के आकार की एक बड़ी चीज पृथ्वी से टकराई थी. उस टक्कर में एक बड़ा टुकड़ा पृथ्वी से टूटकर उसकी कक्षा में चला गया और चंद्रमा बन गया. चंद्रमा का basalt पृथ्वी के अंदर पाए जाने वाले basalt जैसा ही प्रतीत होता है. इस सावल पर अभी भी बहस होती है कि कुछ ग्रहों के पास चंद्रमा क्यों हैं. ग्रह का आकार, gravitational force, Hill sphere radius और उस ग्रह का सौरमंडल किस प्रकार बना, जैसे कारक इसमें भूमिका निभा सकते हैं.

 

मंगल के 2 चंद्रमा कहां से आए ?

कई साइंसटिस्ट अभी भी ये जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या इन ग्रहों के पास अतीत में छोटे चंद्रमा रहे होंगे. Solar System के निर्माण के समय उनके पास ऐसे चंद्रमा हो सकते हैं जो दूसरे अंतरिक्ष space चींजो के साथ टकराव से नष्ट हो गए. मंगल Mars के 2 चंद्रमा हैं जिनका नाम Phobos and Deimos. है. उनके gravitational force चंद्रमा जैसे कई उपग्रहों को अपनी तरफ खींच सकते हैं और उन्हें कक्षा में रख सकते हैं.

 

ज्यादा गुरुत्वाकर्षण बल का है खेल !

पृथ्वी Earth की परिक्रमा करने वाला चंद्रमा moon इस बात का एक अच्छा उदाहरण है कि Hill sphere radius कैसे काम करती है. पृथ्वी सूर्य Earth Sun की परिक्रमा करती है, लेकिन चंद्रमा पृथ्वी के इतना करीब है कि पृथ्वी gravitational force उसे पकड़ लेती है. चंद्रमा सूर्य के बजाय पृथ्वी की परिक्रमा करता है, क्योंकि पृथ्वी के Hill sphere radius केअंदर है. बुध और शुक्र जैसे छोटे ग्रहों की Hill sphere radius बहुत छोटी होती है, क्योंकि वे बहुत अधिक gravitational force नहीं लगा सकते.

 


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Rahul Bisen

June 27, 2024

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Dolly Chai Wala: डॉली चाय वाले को मिला दादा साहेब फाल्के आइकन अवार्ड


Dolly Chai Wala: डॉली चाय वाला Dolly Chai Wala इस समय पूरी दुनिया में मशहूर हैं. वह शहर में चाय परोसने की स्टाइल के लिए फेमस हैं. जबसे दुनिया के सबसे बड़े अमीरों में शुमार बिल गेट्स Bill Gates ने डॉली चाय वाला Dolly Chai Wala की टपरी से चाय पी है, तबसे डॉली को पूरी दुनिया जानने लगी है. अब एक बार फिर से डॉली चर्चा में हैं. दरअसल डॉली को हिंदी सिनेमा के सर्वोच्च अवार्ड 'Dada Saheb Phalke Icon Award Film International 2024' से नवाजा गया है.

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उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी है. डॉली के इस पोस्ट में उनके हाथ में दादा साहेब फाल्के आइकन अवार्ड है। इस पोस्ट को शेयर कर डॉली चाय वाला Dolly Chai Wala ने कैप्शन में लिखा है, 'Dada Saheb Phalke Icon Award Film International 2024, मुझे विश्वास नहीं हो रहा कि अवार्ड मुझे मिलेगा, मुझे आमंत्रित करने 'के लिए शुक्रिया.

 


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Rahul Bisen

June 23, 2024

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Success Story : 17 बार असफलता के बाद भी नहीं मानी हार, और बनाई 40,000 करोड़ की कंपनी


Success Story : IIT-कानपुर के छात्र रहने वाले अंकुश सचदेवा की कहानी लाखों-लाख युवाओं को  प्रेरित करती है। उन्‍होंने 17 बार स्टार्टअप शुरू करने की कोशिश की। लेकिन, हर बार असफल रहे। उन्होंने हार न मानते हुए 18वीं बार फिर से कोशिश की और शेयरचैट ShareChat नाम की कंपनी बनाई। येआज कई हजार करोड़ रुपये की कंपनी बन चुकी है। शेयरचैट ShareChat एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Social Media Platform है जो छोटे शहरों और कस्बों के लोगों को जोड़ने का काम करता है।

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Success Story : खुद का बिजनेस का था सपना

 IIT ग्रेजुएट्स अपनी दूरदृष्टि, कड़ी मेहनत और अलग सोच के लिए जाने जाते हैं। अक्सर उन्हें बड़ी कंपनियां ज्यादा वेतन पर नौकरी पर रखती हैं। आज दुनिया की कई बड़ी टेक कंपनियों tech companies का नेतृत्व IIT graduates ही कर रहे हैं। हालांकि, ज्‍यादातर IIT छात्र अच्छी सैलरी वाली नौकरियां पसंद करते हैं। लेकिन, कुछ लोग होते है जो अपना खुद का बिजनेस शुरू करते हैं। ऐसे ही एक IIT graduate Ankush Sachdeva है। उनका सपना अपना था बिजनेस शुरू करने का.

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Success Story : 17 स्‍टार्टअप हुए फ्लॉप

अंकुश सचदेवा Ankush Sachdeva ने IIT कानपुर से Computer Science में B.Tech किया। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने अपनी पहली कंपनी शुरू की। लेकिन, असफल रहे। फिर उन्होंने हार न मानते हुए एक और कंपनी शुरू की। हालांकि, वो  भी फ्लॉप रही। इस तरह से उन्होंने कुल 17 स्टार्टअप शुरू किए लेकिन सभी के साथ नाकामी का सामना करना पड़ा।

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Success Story : 18वीं बार किस्‍मत चमकी

18वीं बार किस्मत ने अंकुश का साथ दिया। उन्होंने शेयरचैट ShareChat कंपनी की शुरुआत की। शेयरचैट ShareChat एक ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म social media platform है जो खासतौर पर भारतीय लोगों के लिए बनाया गया है। ये प्लेटफॉर्म 15 भाषाओं में उपलब्‍ध है। इनमें Hindi, Malayalam, Gujarati, Marathi, Punjabi, Telugu, Tamil, Bengali, Oriya, Kannada, Assamese, Haryanvi, Rajasthani, Bhojpuri and English शामिल हैं। अंकुश सचदेवा ने महसूस किया कि भारत के छोटे शहरों और कस्बों के लोगों को जोड़ने के लिए एक ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की जरूरत है जो उनकी भाषा में हो। यही वजह है कि शेयरचैट ShareChat को इतनी ज्‍यादा सफलता मिली।


Success Story : दो दोस्‍तों का साथ आया काम

Ankush Sachdeva ने अपनी स्कूली शिक्षा सोमरविले स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने IIT कानपुर से कंप्यूटर साइंस में B.Tech किया। 2015 में ग्रेजुएशन करने से पहले उन्होंने मई से जुलाई 2014 तक Microsoft में इंटर्नशिप भी की। 17 बार स्टार्टअप शुरू करने में असफल होने के बाद अंकुश ने अपने दो IIT दोस्तों Farid Ahsan and Bhanu Singh के साथ मिलकर शेयरचैट ऐप ShareChat app लॉन्च किया। यह ऐप अक्टूबर 2015 में लॉन्च हुआ था। जून 2022 तक शेयरचैट ShareChat app की वैल्‍यू लगभग 5 अरब डॉलर यानी 40,000 करोड़ रुपये से भी ज्‍यादा हो चुकी थी।

 


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Rahul Bisen

June 19, 2024

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Char Dham Yatra Places : भारत के 10 पवित्र शहर, अगर आपने नहीं घूमे है तो बिना देरी के आपको जाना चाहिए


Char Dham Yatra Places : भारत अपनी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक विविधता के लिए विश्वभर में जाना जाता है। यहाँ के पवित्र स्थल न केवल धार्मिक आस्था और श्रद्धा का स्थान हैं, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ये स्थल न केवल आध्यात्मिक शांति देते हैं, बल्कि हमारी प्राचीन परंपराओं, आस्थाओं और संस्कृति की झलक भी प्रस्तुत करते हैं। आइए जानते हैं भारत के 10 प्रमुख पवित्र स्थलों के बारे में, जो देशभर के लाखों श्रद्धालुओं के लिए आस्था का स्थान हैं और एक अद्वितीय आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करते हैं।

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1. पुरी,  Puri Jagannath Mandir ओडिशा

पुरी ओडिशा का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है, जहाँ भगवान जगन्नाथ का प्रसिद्ध मंदिर स्थित है। यह मंदिर चार धाम यात्रा में से एक है। यहाँ की रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।

2. तिरुपति, Tirupati Balaji Mandir आंध्र प्रदेश

तिरुपति स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर हिंदू धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है। यह मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है और यहाँ हर साल करोड़ों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं।

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3. उज्जैन, Ujjain Mahakaleshwar मध्य प्रदेश

उज्जैन महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के महाकाल मंदिर में भगवान शिव की पूजा होती है। उज्जैन कुंभ मेले के लिए भी जाना जाता है, जो हर 12 साल में यहाँ आयोजित होता है।

 

4. अयोध्या, Ram Mandir Ayodhya उत्तर प्रदेश

अयोध्या भगवान राम की जन्मभूमि है और यह हिन्दू धर्म के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक है। यहाँ राम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हो रहा है, जो धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

 

5. मथुरा-वृंदावन, Mathura Vrindavan उत्तर प्रदेश

मथुरा भगवान कृष्ण की जन्मभूमि है और वृंदावन उनके बाल्यकाल की लीलाओं के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के मंदिर और घाट श्रद्धालुओं के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र हैं।

 

6. द्वारका, Dwarka Temple गुजरात

द्वारका भगवान कृष्ण की नगरी के रूप में जानी जाती है। यह चार धामों में से एक है और यहाँ का द्वारकाधीश मंदिर अत्यंत महत्वपूर्ण है। यहाँ की द्वारका समुद्र तट भी दर्शनीय है।

 

7. हरिद्वार, Haridwar उत्तराखंड

हरिद्वार गंगा नदी के तट पर स्थित है और यह हिन्दू धर्म के प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। यहाँ का हर की पौड़ी घाट सबसे प्रमुख स्थान है, जहाँ हर साल लाखों श्रद्धालु स्नान करते हैं।

 

8. कांचीपुरम, Kanchipuram Temple तमिलनाडु

कांचीपुरम दक्षिण भारत का प्रमुख धार्मिक स्थल है। यहाँ के कामाक्षी अम्मन मंदिर और एकाम्बरनाथर मंदिर प्रमुख आकर्षण हैं। इसे "मंदिरों का शहर" भी कहा जाता है।

 

9. हम्पी, Hampi Temple कर्नाटक

हम्पी कर्नाटक का ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है। यहाँ के विरुपाक्ष मंदिर और विजयनगर साम्राज्य के खंडहर विश्व धरोहर स्थल में शामिल हैं। यह स्थल हिन्दू वास्तुकला का उत्कृष्ट उदाहरण है।

 

10. वाराणसी (काशी), Varanasi Kashi Vishwanath उत्तर प्रदेश

वाराणसी या काशी गंगा नदी के तट पर स्थित है और इसे विश्व का सबसे प्राचीन जीवित शहर माना जाता है। यहाँ का काशी विश्वनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। गंगा आरती और घाटों की सुंदरता श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर देती है।

 


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Rahul Bisen

June 15, 2024

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Love Marriage vs Arrange Marriage: पति-पत्नी में ज्यादा झगड़े कब होते है, लव मैरिज के बाद या अरेंज मैरिज के बाद?


Love Marriage vs Arrange Marriage: दोस्तों ऐसा कहां जाता है की, जब तक पति -पत्नी के बिच झगड़ा नहीं होता तब तक जिंदगी ठीक से नहीं चलती। लेकिन पति-पत्नी दोनों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की, लड़ाई किसी आपदा में न बदल जाए. और झगड़ा फसाद लव Love Marriage या अरेंज मैरिज Arrange Marriage पर नहीं तो, उनके मानसिकता पर निर्भर करता है.

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पहले ज्यादा तर अरेंज मैरिज Arrange Marriage होती थी. इसमें लड़की के पिता या अन्य रिश्तेदार दूल्हे की तलाश कर रहे थे. इसमे दोनों भी शादी के बाद एक साथ आते थे. इसलिए दोनों का स्वभाव परिचित रहता नहीं था. कभी कभी दोनों के स्वभाव में बहुत बड़ा अंतर रहने से झगड़ा होता था. लव मैरिज Love Marriage लड़का लड़की एक दूसरे को ढूंढते है. शादी से पहले एक दूसरे को जानते रहते है. इसलिए उनमे झगड़ा नहीं होता ऐसा कहते है. लेकिन उनमे भी झगड़ा होता है, ऐसा पुलिस का कहना है.

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Husband Wife दोनों के स्वभाव में फरक:

दोनों का भी स्वभाव आक्रमक हों से विवाहिक जीवन में ज्यादा झगड़े होते है. दोनों में से एक अगर शांत होगा तो, झगड़े का प्रमाण काम होता है.

 

लव मैरिज के बाद शिकायतें ज्यादा Love Marriage

लव मैरिज में लड़का-लड़की शादी से पहले एक दूसरे के स्वभाव परिचित होते है. लेकिन उनमे भी कुछ दिनों के बाद  झगड़े बढ़ जाते है. ऐसी शिकायते पुलिस तक जाती है.

 

Husband Wife पति-पत्नी के बीच विवाद के सबसे बड़े कारण

मोबाइल : मोबाइल पति-पत्नी के बीच झगड़े का सबसे बड़ा कारण बन गया है। मोबाइल फोन के कारण अविश्वास बढ़ने लगा है।

दोनों काम पर : अगर दोनों काम पर जाते हैं तो एक-दूसरे को समय नहीं दे पाते। ऐसे में एक दूसरे के बिच दूरियां पैदा होती है.

रिश्तेदारों का हस्तक्षेप : अगर दूसरे रिश्तेदार दोनों की जिंदगी में दखल दे रहे हैं तो पति-पत्नी के बीच झगड़े बढ़ जाएंगे।

 


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Rahul Bisen

June 12, 2024

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Well Health Tips in Hindi Wellhealth: रात को सोते समय तकिये के पास फोन रखना पड़ सकता है महंगा?


Well Health Tips in Hindi Wellhealth: दोस्तों रात को सोते वक्त बहुत सारे कोगों को अपने को तकिये के पास या तकिये के निचे रखने की आदत होती है. लेकिन ये आदत महंगी पड़ सकती है. तकिये के पास फ़ोन रखकर सोने से केलव मानसिक स्वास्थ पर नहीं तो, शारीरिक स्वास्थ पर भी दुष्परिणाम निर्माण होते है. अगर आप भी ऐसी गलती कर रहे है तो संभल जाए नहीं तो बहुत ज्यादा तकलीफ हो सकती है. फ़ोन तकिये के निचे रखकर सोने से क्या दुष्परिणाम होते है आइए जानते है.

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Well Health Tips in Hindi Wellhealth : सोते समय मोबाइल फ़ोन कितनी दूर रखना चाहिए?

आप जहां सो रहें हो वहां से दूर या दूसरी रुम में आपका फ़ोन रखें। आप एक और चीज कर सकते है, वो है आप जिस रुम में सो रहें है. उस रुम के दूसरे बाजु में आपका फ़ोन रखें। आप फोन टेबल पर भी रख सकते है. अगर आप आपके फोन को बेड पर रखकर सो रहें है तो उसका एरोप्लेन मोड ऑन रखे. इसे आपका ज्यादा नुकसान नहीं होगा।

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Well Health Tips in Hindi Wellhealth: तकिये के पास फोन रखकर सोने के ये 5 नुकसान 

1. स्ट्रेस: तकिये के पास फोन रखकर सोने से बहुत ज्यादा टेंशन आता है, स्ट्रेस निर्माण होता है. फोन से निकलने वाले रेडिएशन से ब्रेन मसल्स डैमेज होता है. 

2. एंग्जायटी : फोन से व्यक्ति स्ट्रेस और एंग्जायटी इसके साथी ही डिप्रेशन जैसे गंभीर रोगों का शिकार हो सकते है. इसलिए मानसिक स्वास्थ के अनेक समस्या निर्माण हो सकते है. इसलिए खुद को स्वस्थ रखने के लिए फ़ोन को दूर रखकर सोए. 

3. स्लिप क्वॉलिटी : आपका फोन एरोप्लेन मोड़ पर होने से, फ़ोन पर बार बार आनेवाले नोटिफिकेशन से आपके सोने की क्वॉलिटी मतलब स्लिप क्वॉलिटी ख़राब नहीं होगी। अच्छी नींद लेने के लिए फोन को तकिये पास न रखे.

4. सर्वाइकल : जब आप अपना फोन आपके तकिये पास रखकर सोते है, तब आपको सर्वाइकल कैंसर का खतरा होता है. 

5. मायग्रेन : फोन तकिये पास रखकर सोने से माइग्रेन की तकलीफ होती है. फोन का पुरे स्वास्थ दुष्परिणाम होता हैं. इसलिए अपने स्वास्थ का ठीक से ख्याल रखें। कुछ समस्या होने से डॉक्टर की राय जरूर ले.

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Rahul Bisen

June 9, 2024

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Modi Cabinet Ministers: मोदी 3.0 कैबिनेट में शामिल होंगे मध्य प्रदेश के ये सांसद, जानिए किसका लगा नंबर


Modi Cabinet Ministers: भाजपा ने मध्य प्रदेश के गुना से हाल ही में निर्वाचित सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से संपर्क किया है और सुझाव दिया है कि वे उन्हें एनडीए सरकार में मंत्री के रूप में शामिल करने की योजना बना रहे हैं।

2024 के लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद, नरेंद्र मोदी की नई सरकार आज यानी 9 जून को शाम 7:15 बजे शपथ लेगी। सूत्रों के मुताबिक, नरेंद्र मोदी के साथ 52 से 55 मंत्रियों के शपथ लेने की उम्मीद है। इस बीच, तीन अन्य नामों को लेकर अभी भी अनिश्चितता बनी हुई है, लेकिन मध्य प्रदेश के एक सांसद को कथित तौर पर फोन आया है।

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भाजपा ने जिन लोगों से संपर्क किया है, उनमें मध्य प्रदेश की गुना-शिवपुरी सीट से हाल ही में निर्वाचित सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हैं। गुना-शिवपुरी लोकसभा सीट पर सिंधिया ने रिकॉर्ड मतों से जीत दर्ज की थी। दिलचस्प बात यह है कि पिछली मोदी सरकार में मंत्री रहते हुए सिंधिया नागरिक उड्डयन मंत्रालय की देखरेख करते थे।

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शिवराज सिंह चौहान भी मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं

सूत्रों के मुताबिक मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं। उन्हें मंत्री बनाया जा सकता है या पार्टी के अंदर कोई बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। चौहान ने विदिशा लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार को आठ लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। कैबिनेट पद के लिए हिमाद्री सिंह, महेंद्र सिंह सोलंकी और वीडी शर्मा के अलावा फग्गन सिंह कुलस्ते और वीरेंद्र खटीक की पहचान अभी भी अज्ञात है।

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सिंधिया के अलावा, मध्य प्रदेश के किसी अन्य नेता को अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं मिली है कि उन्हें मोदी के मंत्रिमंडल में राज्य या मंत्री पद के लिए आवेदन करने के लिए आमंत्रित किया जाएगा। भाजपा केवल 250 सीटें ही जीत पाई, जो उसके 400 के ऊंचे लक्ष्य से कम है। लेकिन मध्य प्रदेश में, जहाँ भाजपा ने उल्लेखनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया, उसने राज्य की आज़ादी के बाद पहली बार सभी सीटें जीतीं।

 


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Rahul Bisen

June 7, 2024

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Bado Badi Song Deleted : बादो बदी ये गाना यूट्यूब ने किया डिलीट, जानिए क्या है कारन


Bado Badi Song Deleted : पाकिस्तानी सिंगर चाहत फ़तेह अली खान Chahat Fateh Ali Khan के "बादो बदी" इस गाने ने सोशल मिडिया पर तहलका मचाया हुआ है. उसके म्यूसिक डिलीवरी को बहुत ट्रोल भी किया गया है. एक से एक मिम्स इस गाने पर बनाए गए. लेकिन अब इस गाने को YouTube से ही डिलीट किया गया है. कॉपीराइट कंटेंट copyright content के कारन इस गाने को YouTube से हटाया गया है.

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चाहत फ़तेह अली खान Chahat Fateh Ali Khan के "बादो बदी" इस गाने को बहुत ही निगेटिव पब्लिसिटी मिली थी. गाना वाइरल हुआ लेकिन सिर्फ नाम रखने के लिए. सोशल मिडिया पर गाना सिर्फ और सिर्फ मिम्स का विषय बना था. भारत और पाकिस्तान इन दोनों देशो में इस गाने का मजाक बनाया गया. लेकिन अब YouTube पर कॉपीराइट स्ट्राइक आने के कारन ये गाना हटा दिया गया है. इस गाने को एक महीने में ही YouTube पर 128 मिलियन से भी ज्यादा व्यूज मिले। डेक्कन हेराल्ड इनके रिपोर्ट के अनुसार, गाने के बोल ये नूरजहां इनके 1973 में आए बनारसी ठग फिल्म के गाने से लिए गए थे.

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चाहत फ़तेह अली खान ये नाम लोकडाउन के प्रसिद्द हुआ. सोशल मीडया पर उनके गानो ने रेकॉर्ड बनाया। मिम्स की बारिश हुई. अब ये गाना डिलीट करने से लोग बहुत खुश हुए है. अच्छा हुआ परेशान हो हो गए थे. बादो बदी ने पागल बनाया था. बहुत अच्छा हुआ डिलीट किया तो. ऐसे कमेंट्स लोगों ने किए है.

 


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Rahul Bisen

June 5, 2024

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The Queen of Fruits : अगर आम फलों का राजा है, तो फलों की रानी कौन?


The Queen of Fruits : यह तो सभी जानते हैं कि आम फलों का राजा है। लेकिन क्या आप फलों की रानी को जानते हैं? शायद बहुत से लोगों को इसका जवाब नहीं पता होगा. दोस्तों गर्मी का मौसम आतेही हर कोई आम का इंतजार कर रहा होता है. इन दिनों में लोग आम का खूब आनंद लेते हैं. कभी इन्हें काटा जाता है तो कभी इनके रस बनाकर पिया  जाता है. जवान हो या बूढ़ा हर किसी को आम बहुत पसंद होता है। शायद ही कोई ऐसा हो जिसे आम पसंद न हो. इसीलिए आम को फलों का राजा कहा जाता है। mango king of fruits.

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यह तो सभी जानते हैं कि आम फलों का राजा है। लेकिन क्या आप फलों की रानी को जानते हैं? शायद बहुत से लोगों को इसका जवाब नहीं पता होगा. आज हम आपको यही बताने वाले हैं. आम हर किसी को पसंद होता है और आज से नहीं बल्कि बहुत पहले से ही आम को फलों का राजा कहा जाता है। आम का मीठा स्वाद और मनमोहक खुशबु हर किसी को पसंद आती है।

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तो दोस्तों यह तो सभी जानते हैं कि आम फलों का राजा है। लेकिन फलों की रानी कौन है इसके बारे में शायद ही कोई सोचता हो. लेकिन आज हम आपको फलों की रानी के बारे में बताने जा रहे हैं। तो दोस्तों मैंगोस्टीन फलों की रानी है। मैंगोस्टीन Mangosteen फल को फलों की रानी कहा जाता है। यह फल मुख्य रूप से थाईलैंड, मलेशिया और सिंगापुर में पाया जाता है। यह यहां अधिक लोकप्रिय है. एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू यह है कि मैंगोस्टीन थाईलैंड का राष्ट्रीय फल है।

The Queen of Fruits  अगर आम फलों का राजा है, तो फलों की रानी कौन

इस फल का scientific नाम Garcinia mangostana है। ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया Queen Victoria को भी यह फल बहुत पसंद था। इस फल को अंग्रेजी में मैंगोस्टीन Mangston और हिंदी में मैंगस्टन Mangosteen कहा जाता है। Mangosteen anti-oxidants से भरपूर होता है और कैंसर और हृदय रोगों से बचाता है। कहा जाता है कि अगर आप सर्दी-खांसी होने पर इन फलों को खाते हैं तो आपको काफी फायदा मिलता है.

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Rahul Bisen

May 31, 2024

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Patna News: बिहार में लू से 24 घंटे में 62 लोगों की मौत


Patna News: बिहार में लू की बहुत ही तेज लहर चल रही है, राज्य के अनेक भागो में 2 से 3 दिनों में 70 लोगों की मौत हो चुकी है. इन में से 62 लोगों की मौत गए 24 घंटो में हुई है.

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लू के चलते अभी बहुत सारे लोग हस्पताल में भर्ती है. लू से 500 से अधिक लोग बेहोश होने की घटना से मुख्यमंत्री नितीशकुमार इन्होने राज्य के स्कुल बंद करने के आदेश दिए है. आनेवाले 24 घंटो में तापमान में ज्यादा कोई बदलाव नहीं होगा ऐसा हवामान विभाग बताया है.

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गए कुछ दिनों से बढ़ते तापमान के कारन लोग परेशान हुए है. कल औरंगाबाद  हॉस्पिटल में 13 लोगों की मौत हुई. उन्हें लू के कारन हॉस्पिटल में भर्ती किए थे लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हुई. 

इसके साथ ही कैमूर, गया, रोहतास यहाँ प्रति एक व्यक्ति की मौत हुई. बेगूसराय और बक्सर यहाँ प्रति दो दो लोग और बिहारशरीफ यहाँ एक की, मौत हुई.


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Rahul Bisen

May 30, 2024

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Neem Karoli Baba: एक ऐसा धाम जहां पर जाते ही तक़दीर बदल जाती है, जानिए कैंची धाम के बारे में 


Neem Karoli Baba:  दोस्तों इन दिनों उत्तर भारत में हर जगह बजरंगबली हनुमान जी की पूजा होती है. और लोग उन सभी जगह पर जाते है जहां बजरंगबली साक्षात् विराजते है. और लोगों को ऐसी ही श्रद्धा संत बाबा नीम करौली के प्रति है. लोग कैंची धाम बाबा के दर्शन करने जाते है. और बहुत सारी मन्नते मंगाते है. और इसके साथ ही ये जगह बहुत ही खूबसूरत है. और दोस्तों आप यहाँ जाकर आस पास के इलाके की खूबसूरती का मजा उठा सकते है. तो दोस्तों आइए जानते है कैंची धाम कहां है और दिल्ली से कैंची धाम कैसे जाए जानते है इसके बारे।

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नीम करौली बाबा कैंची धाम आश्रम कहां है Neem Karoli Baba Ashram Kainchi Dham

कैंची धाम नैनीताल से लगभग 17 किलोमीटर है. कैंची धाम ये नैनीताल जिले आता है. आपको कैंची धाम जाने के लिए वहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है. जहां से नीम करौली बाबा का आश्रम लगभग 38 कलोमीटर है.

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दिल्ली से कैंची धाम कैसे जाएं

दिल्ली से कैंची धाम जाने के लिए सबसे सस्ता उपाय है ट्रेन। दोस्तों आपको दिल्ली काठगोदाम जाने के लिए ट्रेन पकड़ना होगा। और वहां से टैक्सी या बस पकड़ के कैंची धाम पहुंच सकते है. आपको लगभग 6 से 8 घंटे लग सकते है. और बस से जाना चाहे तो दिल्ली से बस पकड़कर नैनीताल जाना होगा। और वहां से आप कैंची धाम जा सकते है.

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Neem Karoli Baba Ashram Kainchi Dham
 कितना खर्चा आएगा

दोस्तों आपको बस से नैनीताल जाने के लिए लगभग 400 से 800 रुपए लग सकते है. इसके बाद आपको नैनीताल से कैंची धाम आश्रम Neem Karoli Baba Ashram जाने के लिए बस से 100 रुपए और टैक्सी से 300 रुपए तक लग सकते है. इसके साथ ही आप अगर ट्रेन से भी जाते है तो ज्यादा से ज्यादा जाना, खाना, और रहना मिलाकर आपको 5000 रुपए तक का खर्चा आ सकता है.

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 Neem Karoli Baba Ashram Kainchi Dham
 कैंची धाम आश्रम के पास पर्यटन स्थल

कैंची धाम के पास बहुत सारे पर्यटन स्थल है. जैसे की नीम करौली बाबा कैंची धाम आश्रम, नैनीताल, भीमताल, रानीखेत, मुक्तेश्वर, कौसानी, बिनसर, तो दोस्तों अगर आप हनुमान जी के सच्चे भक्त है तो नीम करौली बाबा कैंची धाम आश्रम के दर्शन करने जरूर जाएं।


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Rahul Bisen

May 23, 2024

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IPL 2024 : मैक्सवेल ने डुबोई RCB की नाव


IPL 2024 : IPL 2024 का एलिमिनेटर मैच बुधवार को राजस्थान रॉयल और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर इनमे हुआ. इस मैच में राजस्थान ने RCB के 4 खिलाडियों से जित हासिल की है. इसके साथ ही RCB की IPL जर्नी ख़तम हुई और राजस्थान क्वालीफायर -2 में पहुंची है.

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इस दौरान, इस मैच में RCB को ग्लेन मैक्सवेल से एक बड़े पारी की अपेक्षा थी, लेकिन इस मैच में भी उसका बल्ला शांत था. ये IPL मौसम मैक्सवेल के लिए एक भयंकर सपने से कम नहीं। राजस्थान के विरुद्ध में एलिमिनेटर मैच में मैक्सवेल  गोल्डन शून्य पर आउट हुआ.

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ग्लेन मैक्सवेल इसे एक स्पोटक बल्लेबाज के रूप में जाना जाता है, लेकिन IPL 2024 में उसका बल्ला एकदम शांत था. इस मौसम में उसने 10 परियों में 43 गेंदों का सामना करके सिर्फ और सिर्फ 52 रन बनाए। इस मौसम में मैक्सवेल का स्ट्राइक रेट 120 है और लगभग 5.8 है. और इस मौसम में मैक्सवेल 4 बार बिना खाता खोले पावरप्ले में ही आउट हुआ. मैक्सवेल को RCB 11 करोड़ रुपयों में ख़रीद कर टीम का हिस्सा बनाया था. इस परिस्थिति में, इस मौसम में उसके एक रन की कीमत देखि जाए तो  वो लगभग 2,115,385 रुपए है.

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ग्लेन मैक्सवेल अब IPL के एक ही मौसम में सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने वाला संयुक्त दूसरा खलाड़ी  बन चूका है. इस मामलेमे जोस बटलर सबसे आगे है.


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Rahul Bisen

May 22, 2024

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Murder Case : अप्रैल में हुई शादी और मई में निकली अंतयात्रा, शादी के एक महीने में ही नई नवेली दुल्हन का खून


Murder Case : बिहार के नालंदा में बेन पोलीस स्टेशन के हद में आने वाले धरणी धाम गांव में मंगलवार को दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. विवाहित के  शादी को आज एक महीना हुआ है और आज ही उसकी अंतयात्रा घर से निकली है. शादी के एक महीने में ही उसकी हत्या हुई. नई दुल्हन को मारने वाला उसका पति ही है. पत्नी का खून करके शव को पलंग पर रखकरक वो भाग गया. सुबह लड़की न उठाने से ये मामला  सामने आया.

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पड़ोस वालो ने विहित के मौत की खबर परिवार वालों को दी और उसके बाद परिवार वाले घटनास्थल पहुंचे और शव चुनचुन राम की 20 वर्षीय पत्नी काजल कुमारी का है ये पता चला. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्डम के लिए बिहार शरीफ हॉस्पिटल में भेजा। इस घटना से परिवार वालों को बड़ा झटका लगा है. घर में सिर्फ पति पत्नी रहते थे, ऐसा बताया जा रहा है. गए दो दिन से दोनों में वाद विवाद शुरू था.

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काजल कुमारी की रिश्तेदार रेणुका देवी ने बताया की, काजल ने रात 9 बजे फोन करके वो उसे जान से मारेगा ऐसा बताय था. दो दिन से झगड़ा शुरू था. काजल ने ऐसा भी बताया की, उसके पति का एक लड़की के साथ संबंध है और बार बार उसके साथ वीडियो कॉल पर बात करता है. उसे ये पता चलने के बाद उसको मारना पीटना शुरू किया। पति के नाजायद संबंधो का विरोध करने से काजल का खून किया गया.


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Rahul Bisen

May 21, 2024

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Nagpur News : खुद की मां ने अपने 3 साल के मासूम बच्ची को गाला घोट कर मार डाला


Nagpur News : पति के साथ हुए झगड़े से ग़ुस्से में आ कर मां ने ही अपने 3 साल के बच्ची को गला दबा कर मार डाला है। ये घटना MIDC पुलिस स्टेशन के हद में आती है. सोमवार को दुपहर लगभग 4 से 5 बजे बिच ये घटना हुई है. इस घटना से आस पास के परिसर में सनसनी सी फ़ैल गई है. MIDC पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है.

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ट्विंकल रामा राऊत ( 24 S 44. BSK पेपर प्रोडक्ट कंपनी MIDC ऐसा आरोपी महिला का नाम है. और रियांशी रामा राऊत (3 ) ऐसा मृत बच्ची का का नाम है. आरोपी महिला ये रामा लक्ष्मण राऊत (24 ) इनके साथ 2020 से Live in relationship. में रहते है. दोनों भी एक ही कंपनी में काम करते है. उनको 5 फरवरी 2021 को रियांशी का जन्म हुआ. लेकिन ट्विंकल और रामा के बिच हमेशा एक दूसरे पर अनैतिक संबंध के चलते दोनों झगड़ा करते थे. सोमवार 20 मई 2024 को ट्विंकल और रामा दोनों भी सुबह 8 बजे कंपनी में गए. कंपनी से रामा दुपहर को 12 से 3 बजे के आसपास रामा बाहर गया. ट्विंकल को शक हुआ और उन दोनों में फिर से झगड़ा हुआ. इसलिए रामा घर में सो गया. ट्विंकल दुपहर को 3 :30 बजे रियांशी को ले कर घर से बहार चली गई.

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पत्नी और बच्ची घर में न दिखने से रामा ने ढूंढा। लेकिन वो मिले नहीं। इसलिए रामा घर वापस आ गया. उसके बाद MIDC पुलिस रामा के आए वो रामा को लेकर लता मंगेशकर हॉस्पिटल में गए. वहां रामा को अपनी बच्ची का मौत का पता चला. उसने अपनी पत्नी को रियांशी के मौत का कारन पूछतेहि। उसने अपने आप रियांशी का इलेकट्रिकल चौक से अमर नगर के तरफ जाने वाले रोड पर एक पेड़ के निचे गला, मुंह, नाक, छाती दबाकर मार डाला ऐसा उसने बताया। ट्विंकल के विरुद्ध धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज करके उसको गिरफ्तार किया है.


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Rahul Bisen

May 19, 2024

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Sarkari Yojana : कठिन समय में परिवार को मदद कर सकती है ये 3 सरकारी योजना


Sarkari Yojana : दोस्तों पोस्ट post office ऑफिस ग्राहकों के लिए कहीं योजनाएं लाती रहती है. जिसमे अनेक छोटी बचत वाली योजना है. तो कुछ योजना कठिन समय में परिवार को सुरक्षित रखने वाली है. पोस्ट ऑफिस post office के सार्वजनिक सुरक्षा योजना भी ऐसेही है. इसमे 3 प्लान का समावेश है. पोस्ट ऑफिस post office सार्वजनिक सुरक्षा के अंतर्गत आप प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा विमा योजना और अटल पेंशन योजना में निवेश कर सकते है. अपने कमाई से थोड़ा सा निवेश करके आप खुद के लिए और परिवार के लिए एक बड़ी मदत कर सकते है. तो दोस्तों चलिए जानते है इन योजना Sarkari Yojana के बारे में.

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1. प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बिमा योजना Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Yojana

Pradhan Mantri Jeevan Jyoti Yojana ये टर्म इन्शुरन्स योजना है जो आपके पश्चात् आपके परिवार को आर्थिक मदत करती है. इस योजना Sarkari Yojana के अंतर्गत बीमाधारक की मौत हुई तो परिवार को 2 लाख तक आर्थिक मदत दी जाती है. अगर किसी व्यक्ति को सरकार के इस योजना लाभ लेना है तो उसको वार्षिक सिर्फ 436 रुपए भर के इस योजना का Sarkari Yojana लाभ लिया जा सकता है. 436/12 =36.3 मतलब अगर किसी व्यक्ति ने हर महीने लगभग 36 रुपए की बचत करें तो आराम से उसका वार्षिक प्रीमियम भर सकते है. 18 से 50 उम्र के कोई भी ये बिमा योजना खरीद सकते है.

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2. प्रधानमंत्री सुरक्षा बिमा योजना Pradhan Mantri Suraksha Bima Yojana

प्रधानमंत्री सुरक्षा बिमा योजना Pradhan Mantri Suraksha Bima Yojana का फायदा विशेष करके ऐसे लोगों का हो सकता है जो आर्थिक रूप से कमजोर है और निजी बिमा कंपनी के हफ्ते भी उनको बर्दाश नहीं हो सकते। 2015 में शुरू होने वाली सुरक्षा बिमा योजना में दुर्घटना हुई तो 2 लाख तक बिमा सुरक्षा दिया जाता है. इस योजना का वार्षिक प्रीमियम सिर्फ 20 रुपए है. ये एक ऐसी रक्कम है जो गरीब भी आसानी से भर सकता है. दुर्घटना के दौरान बिमा धारक के बिमा की रक्कम उसके नॉमिनी को दी जाती है. इसके साथ ही बिमा धारक अपंग होता है तो उसको नियम के अनुसार 1 लाख रुपए मदत मिलती है. इस योजना Sarkari Yojana का लाभ उम्र के 18 से 70 साल तक लिया जा सकता है. अगर लाभार्थी की उम्र 70 या उससे भी ज्यादा है तो प्रधानमंत्री सुरक्षा बिमा योजना Sarkari Yojana Pradhan Mantri Suraksha Bima Yojana बंद की जाएगी।

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3. अटल पेंशन योजना Atal Pension Yojana Benefits

Atal Pension Yojana Benefits अगर आपको भी अपने बुढ़ापे के लिए नियमित पैसो की व्यवस्था करनी होगी तो आप सरकार के अटल पेंशन योजना Atal Pension Yojana में निवेश कर सकते है. भारत सरकार के इस योजना Sarkari Yojana के माध्यम से हर महीने 5,000 हजार रुपए तक पेंशन मिल सकता है. लेकिन, आपको कितनी पेंशन मिलेगी ये आपके निवेश पर निर्भर है. कोई भी भारतीय नागरिक जो करदाता नहीं और जिसकी उम्र 18 वर्ष से 40 वर्ष है तो इस सरकारी योजना Sarkari Yojana में योगदान दे सकता है.

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Rahul Bisen

May 18, 2024

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Chanakya Niti : शादी के लिए लड़की पसंद करते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान


Chanakya Niti : दोस्तों चाणक्य निति का उपयोग लोग आज भी कर रहे है. अपने व्ययक्तिक जीवन में सफलता पाने के लिए चाणक्य निति का उपयोग किया जाता है. उसी तरीके से, शादी ये हर व्यक्ति के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है. योग्य और मन मुताबिक साथी मिले ऐसा सबको लगता है. 

Chanakya Niti दोस्तों ऐसा कहते है की, हर सफल व्यक्ति के पीछे एक स्त्री का हाथ मतलब पत्नी का हाथ होता है. लेकिन, अगर पत्नी में कुछ गुण काम हो तो सारे परिवार का नुकसान होता है. इसलिए आचार्य चाणक्य इन्होने इस संबंध में कुछ जरुरी बाते बताए है तो दोस्तों आइए जानते है वो जरुरी बातें।

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1. Chanakya Niti अपने सौंदर्य पर घमंड करने वाली

 चाणक्य कहते है की, अगर कोई लड़की अपने बौद्धिक क्षमता के व्यतिरिक्त अगर खुद के सौंदर्य का घमंड कर रही है तो ऐसी लड़की जिस घर में जाएगी वो घर तबाह होने से कोई बचा नहीं सकता। क्योंकि जो लड़कियां खुद असंतुष्ट रहते है वो दूसरों को संतुष्ट नहीं कर सकते।

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2. Chanakya Niti हमेशा दूसरों का अपमान करने वाली

आचार्य चाणक्य इनके अनुसार जो महिला, लड़कियां, लगातार दूसरों का अपमान करते है, ऐसे लड़कियों कभी भी शादी मत करिए। ऐसे लड़कियां कभी अपने परिवार वालों को मान सन्मान नहीं दे सकते।

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3. Chanakya Niti झूठ की राह पर चलने वाली लड़कियां

 चाणक्य के अनुसार जो लड़कियां लगातार झूठ बोलने की, और गलत रस्ते पर चलने की आदत होती है तो ऐसी लड़कियों को किसी का घर बर्बाद करने में समय नहीं लगता। इन जैसी लड़कियों सिर्फ अपने पति को भड़काना आता है इसलिए ऐसे लड़कियों से दूर रहने में ही भलाई है.

 

4. Chanakya Niti विश्वासघात करने वाली लड़कियां

आचार्य चाणक्य ने लड़कियों के बारे में अंतिम बात बताते हुए ऐसा कहां है की, जो लड़कियां दूसरों को तकलीफ, धोका देने को या अपने स्वार्थ के लिए किसीको इस्तेमाल करते है, ऐसी लड़कियां कभी भी परिवार में एकता नहीं ला सकती। ऐसी लड़कियों से दूर रहने में ही भलाई है.

ऊपर दी गई सारी बातें हमने सिर्फ जानकारी के रूप में पाठक वर्ग के लिए दी है. इन बातों का हम कोई भी दावा नहीं करते।


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Rahul Bisen

May 17, 2024

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New Maruti Swift 2024 : मारुती ने लॉन्च की सबसे सस्ती और जबरदस्त फीचर्स वाली नई Swift कीमत बस इतनी


New Maruti Swift 2024 : दोस्तों देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी बाजार में कई बेहतरीन कारों को लॉन्च करती रहती है। Maruti Suzuki मारुति सुजुकी ने 9 मई 2024 को इंडियन मार्केट में New Maruti Swift 2024 को लॉन्‍च किया है। तो दोस्तों Maruti Suzuki मारुति सुजुकी ने इसे कितने दमदार इंजन और कोनसे फीचर्स के साथ इसे पेश किया है। आइए जानते हैं।

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New Maruti Swift 2024 launch in india:

देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी Maruti Suzuki ने 9 मई 2024 को New Maruti Swift 2024 को लॉन्‍च किया है।

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कैसी है New Maruti Swift 2024:

मारुति की तरफ से हैचबैक hatchback कार के तौर पर Swift को ऑफर किया जाता है। कंंपनी ने हाल ही में ही इसकी चौथी जेनरेशन को इंडियन मार्केट में लॉन्‍च किया है। जिसमें कई सारे महत्‍वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। कार के एक्‍सटीरियर से लेकर इंटीरियर तक में बहुत सारे बदलाव हुए हैं, जिसके बाद ये और अन्‍य कारों को चुनौती देगी।

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कितनी है कीमत New Maruti Swift 2024 price in india:

 मारुति New Maruti Swift 2024 को कंपनी ने पांच वेरिएंट्स में पेश किया गया है। इसके बेस वेरिएंट की ex-showroom कीमत की शुरूआत 
Rs 6.49 लाख रुपये से होती है। जबकि इसके टॉप वेरिएंट की ex-showroom कीमत को Rs 9.64 लाख रुपये रखा गया है।

New Maruti Swift 2024


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Rahul Bisen

May 16, 2024

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Murder Case : एकतरफा प्यार में सनकी आशिक ने 21 वर्षीय युवती की कर दी हत्या


Murder Case : Hubli Karnataka कर्नाटक में एकतरफा प्यार में एक सनकी प्रेमी ने 21 वर्षीय युवती की हत्या कर दी है. Anjali Murder Case आरोपी विश्वा उर्फ़ गिरीश सावंत ये सुबह 5 बजे अंजलि के घर पहुंचा। अंजलि  ने दरवाजा खोलतेही गिरीश ने चाकू से वार किया। उसके बाद वो वहां से फरार हो गया. अंजलि के बहन के सामने ही हत्या होने से वो बहुत घबराह गई है.

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Anjali Murder Case गिरीश को पकड़ ने के लिए पुलिस ने एक  योजना बनाई है. इस घटना के मामले मे मृत अंजलि के बहन ने बताया है की, गिरीश गए कुछ दिनों से मेरी बहन अंजलि को परेशान कर रहा था. उसने प्यार का इजहार किया लेकिन मेरी बहन ने उसको नकार दिया था. उसने अंजलि को मैसूर आने के लिए दबाव डाला था. अगर तू नहीं आई तो तेरी हालत नेहा जैसी करुंगा ऐसी धमकी भी आरोपी गिरीश ने दी थी. हम पुलिस पुलिस को इस धमकी के बारे में जानकारी दी थी, लेकिन उन्होंने कोई एक्शन नहीं लिया और आज मेरी बहन की मौत हो गई.

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इस, दौरान आरोपी युवक पर चोरी जैसे कहीं सारे केस है. वो बाइक चोर नाम से प्रसिद्ध था. आरोपी की ओर से अंजलि को लगातार परेशान किया जा रहा था. उस बारे में अंजलि के परिवार ने भी पुलिस को घटना के बारे में बताए थे. गिरीश 7 महीने से अंजलि को परेशान कर रहा था ऐसा मृत अंजलि के पिता ने बताया।


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Rahul Bisen

May 14, 2024

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Mumbai Rain News Today : होल्डिंग दुर्घटना में 21 वर्षीय युवक के साथ 14 लोगों की मौत


Mumbai Rain News Today : घाटकोपर होल्डिंग दुर्घटना में 21 वर्षीय युवक की मौत हो गई है. परिवार का कमाने वाला एक लौता आधार चले जाने से परिसर में मायूसी छा गई है. पेट्रोल पंप पर पेट्रोल डालने के लिए गया था. भरत राठोड ऐसा इस युवा का नाम है.

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भरत पेट्रोल डालने के लिए आया था. लेकिन जोरों की हवा बारिश के कारन वो पेट्रोल पंप सहारा लेने के लिए रुका था. उसके बाद बैठ जोर से तूफान आया और होल्डिंग गिर गई. इससे भरत की मौत हो गई. Ghatkopar Hoarding Collaps घाटकोपर दुर्घटना में अभीतक 14 लोगों की मौत हो चुकी है. और 74 लोग गंभीर रूप से घायल है.

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भरत जाधव घर का बड़ा बेटा था. परिवार का वो सहारा था. उसके घर की परिस्थिति बहुत गंभीर है, घर में कमाने वाला भी कोई नहीं है. उसको एक छोटा भाई भी है. उसके पिताजी को कुछ दिन पहले हस्पताल में भर्ती किया गया था. उसके मां की कोरोना में मौत हो गई थी. इसलिए भरत कमाने वाला अकेला था. सरकार ने यंत्र अच्छी होती तो आज ये दुर्घटना नहीं हुई होती। ऐसा भरत के रिश्तेदारों ने कहाँ है. 

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इन्होने नुकसान भरपाई जारी करने के साथ मुंबई की सभी होल्डिंग ऑडिट करने का निर्देश दिया है. मृतकों के लिए नुकसान भरपाई की घोषणा करते समय मुख्यमंत्री ने कहाँ की, जख्मी पर योग्य इलाज करने की व्यवस्था की जा रही है.Mumbai Rain News Today


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Rahul Bisen

May 12, 2024

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dirty act in restaurant : खाद्य पदार्थ पर घिसता था अपना गुप्तअंग और करता था ये घिनौना काम


dirty act in restaurant : दोस्तों हम सब लोग बहुत खुश हो कर बाहर होटल में खाना खाने जाते है. लेकिन कोई होटल में कभी अस्वच्छता दिखाई देती है. ऐसा ही कुछ प्रकार अमेरिका US के कॉन्संस शहर के एक होटल में सामने आया है. एक होटल में काम करने वाला एक वेटर ऐसा गंदा काम करता है की, ये समझने के बाद लोगों को बहुत बड़ा झटका लगा है. 21 वर्षीय जेस क्रिस्टियन हैंसंस ने काबुल किया है की, वो खाने में उसके प्राइवेट पार्ट को घिसता था. इसके आलावा खाने में पेशाब भी करता था. हेअरफोर्ट हॉउस स्टीकहाउस रेस्टारेंट Herefort Haus Steakhouse Restaurant में काम करने वाले एक वेटर ने कबूल किया है की, उसने सॅलमन फिश पर उसने प्राइवेट पार्ट घिसा और सॉस, अचार में पेशाब की.

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उसने ऐसा प्रकार लगभग 20 बार किया है ऐसा कबूल किया है. उसने बताया की डेटिंग आप्स और फेटिश वेबसाइट  पर उसके दोस्त उसको ऐसा काम करने के लिए बताते थे. पुलिस में एक वेबसीटे पर पोस्ट किया हुआ एक वीडियो थंबनेल देखा था. हैंडलायझर नाम के एक यूजर ने ये वीडियो वेबसाइट पर डाला था.

वीडियो में एक व्यक्ति रेस्टारेंट के खाने पर अपना प्राइवेट पार्ट घिसते हुए दिख रहा है. इसके साथ ही उसने खाने में पेशाब करते हुए भी दिख रहा है. उसने खाने को पाव से कुछला फिर उसके बाद वो लोगों को खाने के लिए दिया था. पुलिस में होटल के मनिजर से संपर्क किया उसने बताया की, ये उनके रेस्टारेंट का खाना था जो वीडियोमें दिख रहा था.उसके बाद हैंसंस को बुलाया गया और हैंसंस ने किए हुए गंदे काम की कबुली की है.

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उसने ये भी बताया की, वो होटल में हस्तमैथुन करता था लेकिन उसने कभी भी खाने में नहीं मिलाया। ये काम पसंद नहीं था इसलिए ये गन्दा काम करता था ऐसा उसने बताया। लेकिन ये गन्दा काम करने से उसको ये काम पसंद आने लगा था. हॅनस को गिरफ्तार किया है.

 


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Rahul Bisen

May 11, 2024

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Andhra Pradesh News : नोटों से भरा ट्रक, हुआ पलटी रास्ते पर गिरे 7 करोड़


Andhra Pradesh News : आंध्र प्रदेश में शनिवार को फिर से बड़े पैमाने पर पैसा जप्त किया गया है। शुक्रवार को भी NTR जिले में 8 करोड़ रुपए जप्त किया गया था। उसके बाद अब राज्य के गोदावरी जिले का सामने आया है। 

7 बॉक्स में 7 करोड़ रुपए छुपाकर ले जा रहे थे। एक ट्रैक के टक्कर देने से छोटा ट्रैक टाटा एस वाहन पलटी हुआ और उसमे से ये प्रकार सामने आया। इस वाहन में बोरियां भरी हुई थी। उसमे 7 बॉक्स छुपाए गए थे इस घटना की खबर पुलिस को दी गई तब वे घटनास्थल पर पहुंचे इस वाहन से पोलिस ने 7 करोड़ रुपए जप्त किए है।

Andhra Pradesh News : इससे पहले भी शुक्रवार को आंध्र प्रदेश में ntr जिले के पोलिस को बड़ी सफलता मिली। चेकिंग के समय लगभग 8 करोड़ रुपए जप्त किया गया। पुलिस ट्रक और पैसे के साथ ही दो लोगों को हिरासत में लिया है। पैसों वाला ट्रक जरीकपाडु चेक पोस्ट पर चेकिंग करते समय पाया गया। ये पैसा हैदराबाद से गुंटूर को ले जाया जा रहा था। पुलिस ने ये रक़्कम जांच एजेंसी के पास सौंप दी है। और इस घटना की चुनाव आयोग जांच कर रही है।


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Rahul Bisen

May 9, 2024

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IPL 2024: हार्दिक पांड्या के नाम बना शर्मनाक रिकॉर्ड, मुंबई का नया कप्तान पहिलेही मौसम में असफल


IPL 2024: IPL 2024 के इस मौसम में Mumbai Indian,s कुछ बड़े बदलाव के साथ मैदान में उतरी थी. Mumbai Indian,s ने रोहित शर्मा के बदले टीम की कमान हार्दिक पांड्या Hardik Pandya के पास सोपि थी. लेकिन Mumbai Indian,s का कप्तान के रूप में हार्दिक पांड्या पहला IPL मौसम बहुत खराब गया.

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उसकी टीम प्लेऑफ से बहार हो  चुकी है. इसके पहले हार्दिक पांड्या Hardik Pandya ने गुजरात टाइटंस के 2 बार कप्तान के रूप में जीती थी और दोनों बार टीम को अंतिम सामने तक पोहंचाय था. एक बार टीम को चैम्पियन बनाने में वो सफल हुआ था.

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IPL 2024 में प्लेऑफ़ से बाहर होने वाली Mumbai Indian,s ये पहली टीम है. IPL के इतिहास में Mumbai Indian,s टीम पहली बार प्लेऑफ से बाहर होने की ये दूसरी बार है. इसके साथ ही हार्दिक पांड्या Hardik Pandya ये Mumbai Indian,s का दूसरा कप्तान है. जिसके नेतृत्व में टीम को प्लेऑफ से बाहर होना पड़ा है.

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Mumbai Indian,s इस मौसम में अभीतक 12 पारियां खेली है. इस कालावधि में Mumbai Indian,s सिर्फ 4 पारियां जित पाई है. इसके साथ ही Mumbai Indian,s को 8 पारियों में हार का सामना करना पड़ा.

 


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Rahul Bisen

May 8, 2024

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Aadhar card photo update: आधार कार्ड का फोटो चेंज करना है, जानिये पुरा प्रोसेस


Aadhar card photo update: दोस्तों हमारे आधार कार्ड पर नाम, पता, Date of birth के साथ और बहुत सारी जानकारिया होती है. आज के टाइम में ये हमारी पहचान का सबसे बड़ा डॉक्यूमेंट है सरे फाइनेंशियल कामों के किए इसकी जरुरत होती है. 

आधार कार्ड अब हमारी पहचान का एक सबसे बड़ा डाक्यूमेंट बन चूका है. और न की सिर्फ पहचान के लिए जरुरत होती है, बल्कि हमारे सरे जरुरी कामों के लिए इसको दिखाना पड़ता है. लेकिन दोस्तों अक्सर आधार कार्ड या वोटर कार्ड बनाते टाइम ली गई फोटो खुद को ही पसंद नहीं आती. दोस्तों आपके साथ भी ये समस्या है और आप भी अपनी फोटो बदलना चाहते है, तो आज हम आपको आधार कार्ड में फोटो बदलने का बहुत ही आसान तरीका बताने जा रहे है. तो आइए जानते है.

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Aadhar card photo update: पास के आधार सेंटर में जाना होगा 

आधार कार्ड पर नाम, पता, जन्म तारीख के साथ बहुत सारी जानकारियां लिखी होती है. और इसके साथ इस पर आपकी फोटो भी होती है. जो की हमारी पहचान कराती है. आधार कार्ड की अपनी पुरानी फोटो चेंग करके दूसरी नई फोटो लगाने के लिए आपको अपने पास के आधार सेंटर में जाना होगा। आधार सेंटर का पता लगाने के लिए UIDAI की वेबसाईट appointments.uidai.gov.in पर जाकर सभी नजदीकी आधार सेंटर की लिस्ट आप चेक कर सकते है.

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Aadhar card photo update: आधार कार्ड फोटो अपडेट करने लिए 100 रुपए लगेंगे 

आधार सेंटर में जाने के बाद आपको आधार कार्ड फोटो अपडेट Aadhar card photo update सम्बंधित एक फार्म लेना होगा। इसके बाद फॉर्म अच्छी तारिके से पढ़ कर भरे. और फिर काउंटर पर जमा करे. इसके बाद मौजूद ऑपरेटर आपका नया फोटो लेगा और update request नंबर वाली स्लिप आपको देगा। नई फोटो अपडेट होने के बाद नए आधार कार्ड की डिजिटल कॉपी digital copy को uidai.gov.in पर जाकर बहुत ही आसानी से डाउनलोड कर सकते है. इस काम के लिए आपको 100 रुपए देना होता है.

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Aadhar card photo update: घर बैठे करें अपडेट आधार कार्ड को डाउनलोड 

आधार कार्ड अपडेट होने के बाद आप UIDAI की वेबसाइट पर जा के ई-आधार कार्ड डाउनलोड कर सकते है. आधार कार्ड को ऑनलाइन एक्सेस करने के लिए सबसे पहले आपका मोबाइल नंबर उसके साथ रजिस्टर होना चाहिए। इसको करने का प्रोसेस बहुत ही आसान है. जिसे आप घर बैठे आसानी से कर सकते है.

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1 www.uidai.gov.in इस वेबसाइट पर जाए और Download Aadhar पर क्लिक करें।

2. नए पेज पर आधार नंबर या, नामांकन ID या वर्चुअल ID डालें।

3. कैप्चा Cod सब्मिट करें और Send OTP के ऑप्शन पर क्लिक करें।

4. आपके मोबाइल पर OTP आएगी। इस OTP को उसके जगह पर पेस्ट करें और verify and download. पर क्लिक करें।

इस तरीके से आपका नई फोटो वाला ई-आधार कार्ड डाउनलोड हो जाएगा।

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Rahul Bisen

May 7, 2024

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Google CEO Sundar Pichai : दुनिया में सबसे ज्यादा पगार लेने वाले व्यक्ति


Google CEO Sundar Pichai : दोस्तों करोड़पति या अब्जोपटी बनने के लिए नौकरी नहीं, तो खुद का बिजनेस करना पड़ता है. ऐसा बहुत सारे लोगों का मानना है. महीने के पगार से करोड़ती या अब्जोपती नहीं बन सकते, आपको लगता होगा तो आप गलत सोच रहे है. पगार लेने वाले लोग भी अब्जोपटी हो सकते है. Google के CEO भारतीय वंशज सुंदर पिचाई इन्होने ये साबित करके दिखाया है.

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सुंदर पिचाई sundar pichai ये दुनिया के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले CEO बन चुके है। उनके कुल सम्पति के बारे बात करे, तो अब 1 अब्ज डॉलर के आसपास पहुंच चुकी है. इसका मतलब सुंदर पिचाई बहुत जल्द अब्जोपती के सूचि में शामिल होंगे और उन्हें अब्जपति का Tag मिलेगा दो रूम के छोटे से घर में रहने वाले सुंदर पिचाई sundar pichai आज अब्जो की सम्पति के मालिक है.

 

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Google CEO Sundar Pichai : सुंदर पिचाई की वजह से कंपनी का शानदार प्रदर्शन 

सुंदर पिचाई sundar pichai गए 7 साल से google के CEO के रूप मे काम  कर रहें है. सुंदर पिचाई sundar pichai इनके नेतृत्व में कंपनी बहुत ही शनदार प्रदर्शन की है. कंपनी के शेयर में ही 400% से भी ज्यादा बढ़ चुकी है. इसके अलावा उनके नेतृत्व में कंपनी ने इतिहास में पहली बार इतना फायदा कमाया है.

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sundar pichai salary : सुंदर पिचाई इन्हे कैसा फायदा हुआ 

Google के CEO सुंदर पिचाई sundar pichai इनको सबसे ज्यादा पगार मिलता है. पगार के अलावा उन्हें मिलियन डॉलर के स्टॉक, मतलब कंपनी के शेयर भी मिलते है. Google शेयर ने 400% वापस देने से सुंदर पिचाई इनके शेयर की कीमत भी बढ़ चुकी है. उनके पगार के बारे में बात करे तो उनका पगार भी सैलून साल दो गुना या दिन गुना होता चला गया. 3 साल पहले सुंदर पिचाई का इनका पगार $2 मिलियन था हो गए साल $6.3 मिलियन हुआ है.

 

Google CEO Sundar Pichai : मदुराई से गूगल का सफर 

मदुराई से गूगल के ceo बनने का सफर सुंदर पिचाई इनके लिए आसान नहीं था. भारत के चेन्नई में जन्मे हुए सुंदर पिचाई sundar pichai इनका बचपन बहुत ही परेशानीयों से भरा था. पूरा परिवार दो रूम के छोटे से अपारमेंट में रहता था. एक मुलाखत में सुंदर पिचाई sundar pichai इन्होने बताया की, उनके बचपन में उनके पास टीवी या कार जैसे सविंधा नहीं थी. वो 12 साल के थे तब परिवार में पहला टेलीफोन आया. इस टेलीफोन ने उन्हें टेक्नोलॉजी पास लाया। खरगपुर IIT में इंजीनियरिंग करने के बाद उन्होंने स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में MS और वार्टन स्कूल ऑफ़ पेंसिल्वेनिया विद्यापीठ से MBA किए. 2004 में गूगल में शामिल हुए और 2015 में उन्हें गूगल के CEO बनाया गया.

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Google CEO Sundar Pichai :  दुनिया में सबसे ज्यादा पगार लेने वाले व्यक्ति


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Rahul Bisen

May 6, 2024

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Success Mantra : इन आदतों से खराब हो सकता है आपका करियर


Success Mantra : दोस्तों बहुत सारे लोग ज़िन्दगी में सफलता पाने के लिए दिन रात मेहनत करते है। लक्ष तक पहुँचने के लिए लगातार प्रयत्नशील रहने से सफलता जल्दी प्राप्त होती है. लेकिन हमारी कुछ आदते सफलता के मार्ग पे बाधाएं निर्माण करती है. तो दोस्तों चलिए जानते है की ऐसी कोण कोण सी आदते है जिनसे हमारा करियर खराब हो सकता है.

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Success Mantra : इन आदतों से खराब हो सकता है करियर

 

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Success Mantra : ऑफिस में देर से जाना

अगर आप अक्सर ऑफिस में देर से पहुँचते है तो आपका करियर खराब होने में देर नहीं लगेगी। ये एक आदत है जो आपके सहकर्मी को और आपके बॉस को ही निराश नहीं करती है तो आपके काम के गुणवत्तापर भी परिणाम करती है. देर से ऑफिस जाने से आपके जिम्मेदारियां पूरा नहीं कर सकते।

 

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Success Mantra : आलसी होना

अगर आप कोई भी काम करने में बहुत आलसी है और आपका समय बर्बाद कर रहे है. तो आप जिंदगी में कभी सफल नहीं हो सकते। अपने काम के प्रति उत्साहित नहीं है तो आप अपने करियर में कभी भी सफलता नहीं पा सकते। आप हमेशा अपने काम में सक्रिय रहे और अपने समय का सही उपयोग करना सीखें।

 

Success Mantra : नकारात्मक विचार

नकरात्मक दृष्टी रखने वाले लोग कोई भी काम में  अच्छे नहीं होते। जो लोग हमेशा नकारात्मक और शिकायते करते है. वो आपके आजुबाजु के लोगों के मनोबल हमेशा काम रखते है. इसलिए काम का वातावरण खराब होता है.

 

Success Mantra : नियमों का पालन

 काम जगह पर नियमों का पालन करना बहुत जरुरी होता है. अगर आप नियमों का पालन नहीं किए और आपकी जिम्मेदारी निभाने में लापरवाह होना आपको बिलकुल मुसीबतों सामने जाना पड़ेगा। नियमों का पालन न करने से कहीं बार करियर खराब हो सकता है.

 

Success Mantra : प्लानिंग करनी चाहिए

 कोई भी प्लानिंग के बिना काम करना मतलब कीमती समय बर्बाद करने  जैसा है. जिन लोगों को समय बर्बाद करने की आदत होती यही. उनका करियर बर्बाद होने में समय नहीं लगता। वैसे ही प्लानिंग करके काम करने से समय बचता है. इसलिए एक हप्ता महीना या एक साल की प्लानिंग करके काम करने की आदत डाले।

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Success Mantra  इन आदतों से खराब हो सकता है आपका करियर


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Rahul Bisen

May 4, 2024

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Organic Farming in Hindi : जैविक खेती के प्रकार, लाभ जानिए सम्पूर्ण जानकारी


Organic Farming in Hindi : खेती, हमारे समाज का आधार है, खेती के बिना जीवन असंभव है और देश की अर्थव्यवस्था का मुख्य स्तंभ खेती है। लेकिन, आधुनिक खेती में ज़्यादा केमिकल के उपयोग से हमें अनेक पर्यावरणीय और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए, एक उपाय है, वो है जैविक खेती (Organic Farming), जिसे आमतौर पर नेचरल फार्मिंग के रूप में भी जाना जाता है।

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आधुनिक खेती के नुकसान से समाज के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होने लगा है। इसके कारण, जैविक खेती की मांग भी बढ़ती जा रही है। "Organic Farming in Hindi: जैविक खेती के प्रकार, लाभ जानिए सम्पूर्ण जानकारी" इस लेख में, हम जैविक खेती के प्रकार, लाभ और जैविक खेती कैसे कैसे करें इसकी सटीक जानकारी हम देंगे तो इस लेख को पूरा पढ़े।

Organic Farming in Hindi  जैविक खेती के प्रकार, लाभ जानिए सम्पूर्ण जानकारी

 

Types of Organic Farming (जैविक खेती के प्रकार)

जैविक खेती कई प्रकार की होती है। प्रमुख रूप से जलीय खेती, जीवात्मक खेती, बागवानी, आदि उनमें से हैं। 

जलीय खेती वह है जिसमें जल संसाधन का उपयोग होता है, जैसे कि हाइड्रोपोनिक्स और एक्वापोनिक्स। यह खेती बिना मिट्टी के भी की जा सकती है और पानी के उपयोग को कम करती है।

जीवात्मक खेती में, उपजाऊ संयंत्रों का उपयोग होता है जो मिट्टी में पोषण को बढ़ाते हैं। यह एक प्राकृतिक और स्वस्थ खेती पद्धति है जो मिट्टी के स्वास्थ्य को बनाए रखती है।

बागवानी भी एक प्राकृतिक खेती का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह छोटे स्थानों पर भी की जा सकती है और फल, सब्जियां और फूलों का उत्पादन करती है।

Organic Farming in Hindi  जैविक खेती के प्रकार, लाभ जानिए सम्पूर्ण जानकारी

 

Benefits of Organic Farming (जैविक खेती के लाभ)

जैविक खेती के कई लाभ हैं। पहले तो, यह स्वास्थ्यपूर्ण खाद्य उत्पन्न करता है जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। 

दूसरे, यह पर्यावरण के लिए अधिक मित्रपूर्ण होता है। जैविक खेती में की जाने वाली उत्पादन प्रक्रियाएं प्रदूषण को कम करती हैं और जल संसाधन का बचत करती हैं।

तीसरे, प्राकृतिक खेती में उपयोग किए जाने वाले उपादान और पदार्थ हमारी मिट्टी की संतुलन को बनाए रखते हैं। यह खेती की जमीन को स्वस्थ रखने में मदद करता है और उत्पादकता को बढ़ाता है।

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Advantages of Organic Farming (जैविक खेती के फायदे)

1. उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार: जैविक खेती में उत्पादित फसलें स्वास्थ्यपूर्ण और पोषण से भरपूर होती हैं। यह सेहतमंद जीवनशैली को प्रोत्साहित करता है।

2. जैविक उपादानों के प्रयोग से प्रदूषण कम होता है: जैविक खेती में जैविक खाद्य उपादानों का उपयोग करने से वायु, जल, और मिट्टी के प्रदूषण का स्तर कम होता है।

3. स्थायी खेती पद्धति के अनुसार भूमि की संतुलन को बनाए रखना: प्राकृतिक खेती बुनियादी रूप से स्थायी खेती पद्धतियों का पालन करती है जो भूमि की संतुलन को बनाए रखती है और उसकी उपजाऊता को बढ़ाती है।

4. जैविक खेती का समर्थन करते हुए, हम न केवल स्वस्थ खाद्य प्राप्त करते हैं, बल्कि हम पर्यावरण को भी संरक्षित रखते हैं। 

5. जैविक खेती से लाभ उठाने के लिए, लोगों को खेती और प्राकृतिक प्रणालियों के संबंध में शिक्षित करने की आवश्यकता है। 

6. जैविक खेती से लाभांवित होने के लिए, सरकारों को नीतियों और योजनाओं के माध्यम से कृषि क्षेत्र में निवेश करने की आवश्यकता है। 

7. जैविक खेती के प्रोत्साहन के लिए, किसानों को संगठित रूप से अधिक संसाधनों और समर्थन की आवश्यकता है।

Organic Farming in Hindi  जैविक खेती के प्रकार, लाभ जानिए सम्पूर्ण जानकारी

 

How to Do Organic Farming (जैविक खेती कैसे करें)

इस अनुभाग में हम विस्तृत रूप से बताएंगे कि जैविक खेती कैसे की जाती है। निम्नलिखित तरीके का पालन करके आप प्राकृतिक खेती का प्रारंभ कर सकते हैं:

जैविक खेती की तैयारी: पहला कदम यह है कि आपको अपनी भूमि की तैयारी करनी होगी। इसमें कीटनाशकों और केमिकल खाद्य से दूर रहना शामिल है।

बीज चुनाव: अगला महत्वपूर्ण कदम है सही बीजों का चयन करना। आपको प्राकृतिक और जीवात्मक बीजों का चयन करना चाहिए जो आपके क्षेत्र में अच्छे प्रदर्शन करते हैं।

मिट्टी की देखभाल: मिट्टी की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए, आपको जैविक खाद्य और उपादानों का उपयोग करना चाहिए। यह मिट्टी को स्वस्थ और पौष्टिक बनाए रखेगा।

जल संचयन और जल संरक्षण: जल संचयन और जल संरक्षण के लिए सही प्रणालियों का उपयोग करें। ध्यान दें कि पानी की आपूर्ति का संतुलन बना रहना आवश्यक है।

उपयुक्त कल्चरल प्रथाओं का पालन: जैविक खेती में विशेष रूप से यह महत्वपूर्ण है कि आप उपयुक्त कल्चरल प्रथाओं का पालन करें। इसमें सही समय पर खेती, खाद्य, और रोपण शामिल है।

कीट प्रबंधन: जैविक खेती में कीट प्रबंधन के लिए बायोकंट्रोल, जैविक रोगनाशक, और प्राकृतिक दवाओं का उपयोग करें। इससे प्रदूषण कम होगा और प्रकृति को नुकसान नहीं पहुंचेगा।

संवेदनशीलता: जैविक खेती में संवेदनशीलता एक महत्वपूर्ण घटक है। आपको अपने कृषि प्रक्रियाओं को पर्यावरणीय दृष्टिकोण से  समझना चाहिए और संवेदनशील रूप से कृषि करना चाहिए।

समय और धैर्य: जैविक खेती एक समय लेने वाली प्रक्रिया है। आपको समय और धैर्य रखना होगा जब आप इसे कर रहे हैं। सही परिणामों के लिए, इसे धैर्यपूर्वक की जानी चाहिए।

इस प्रकार, जैविक खेती न केवल कृषि उत्पादन को बढ़ावा देती है, बल्कि प्रदूषण को कम करने में भी मदद करती है और पृथ्वी के प्राकृतिक संतुलन को स्थिर रखती है। इसलिए, हमें जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए उत्साहित करना चाहिए और इसे अपने कृषि प्रक्रियाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना चाहिए।

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Rahul Bisen

May 3, 2024

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Success Story : छठवीं और आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले दो भाई बन गए बड़ी कंपनी के CEO


Success Story : दोस्तों हमारे देश में एक ऐसे नौजवान है जिन्हे डिग्री लेने के बाद भी लाइफ में क्या करें ? ऐसा प्रश्न पड़ता है. लेकिन 14-15 वर्ष के 6 और 7 वीं   कक्षा में पढ़ने वाले दो भाइयों ने कुछ ऐसा कर के दिखाया है जो करने के लिए लोगों को कई साल मेहनत करनी पड़ती है. इन दोनों ने ऐसा पराक्रम किया है. जिससे वो पुरे देशभर के लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्थान बन चुके है.

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आम तौर पर 6 और 8 वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे 10 वीं -12 वीं अच्छे नंबर से पास होने के बाद डॉक्टर, इंजिनियर, वकील या कोई और नौकरी करने का सोचते है. लेकिन इन दोनों ने बचपन से बिजनेस बनाने का सपना देखें थे. विशेष रूप से उन्होंने ये सपना पचपन में पूरा कर चुके है. और 6 -8 वीं कक्षा में पढ़ते समय ही भारत के सबसे युवां CEO भी बन चुके है. इनके बारे में सुनकर आपके मन में  सवाल जरूर आया होगा की ये बच्चे कोण है और इन्होने इतनी छोटी सी उम्र में क्या किया है?

Success Story

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Success Story : कम उम्र में बन गए CEO

श्रवण कुमारन Shravan Kumaran और संजय कुमारन, Sanjay Kumaran ये इन दोनों बच्चो के नाम है. शायद ये नाम अपने कभी सुने नहीं होंगे। लेकिन व्यवसाय की दुनिया में उनकी बहुत चर्चा है. देश के सबसे युवां app डेवलपर होने का सन्मान वो दोनोने हासिल किया है.उम्र के 10 और 12 वर्ष में  श्रवण और संजय ने 2011 में चेन्नई उनके घर से Godimension नाम की कंपनी  शुरू की. संजय कंपनी का CEO है तो श्रवण कंपनी का chairman है.