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तुमचे आरोग्य, आमची जबाबदारी
05-08-2023
साल 2007 में हुई भारत ऑस्ट्रेलिया की मैच में ब्रैड हॉग ने सचिन तेंदुलकर को बोल्ड कर दिया। ब्रैड हॉग बहुत खुश हुए क्युकी उस समय ब्रैड होओग नए नए थे। मैच ख़तम हुआ तो ब्रैड हॉग सचिन तेंदुलकर के पास बोल लेकर गया और कहा, की सर आज मेरे जिंदगी का बहुत बड़ा दिन है मैंने आपको बोल्ड किया।
तो सचिन रमेश तेंदुलकर ने उसके ऊपर लिखा " ये दिन तेरी जिंदगी में फिर कभी नहीं आएगा " और उसके बाद दोनों का सामना करीब ३० से ३५ बार वनडे, टेस्ट, यहाँ आईपीएल में लेकिन ब्रैड हॉग सचिन तेंदुलकर की विकेट नहीं ले सका।
क्युकी जब सचिन पर ये लिखा होगा , तब उन्होंने पहलेसे और मेहनत की होगी, और इसीलिए वो क्रिकेट के भगवन कहलाये। यही कारन है की आज हम उनकी जीवनी पढ़ रहे है।
भारतीय क्रिकेट का सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी, मास्टर ब्लास्टर, सचिन तेंदुलकर हमें विश्वभर में गर्व का अनुभव करवाते हैं। उनका सफर एक मामूली छोटे से शहर से लेकर विश्व के धरती पर तारों में भी चमकता रहा है। यह लेख सचिन तेंदुलकर के जीवन पर एक दृष्टिकोन प्रस्तुत करेगा जो उनके संघर्षों, सफलता, और मानवीयता को दर्शाता है।
सचिन तेंदुलकर का जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था। उनके पिता रमेश तेंदुलकर एक प्रोफेशनल आंचलिक क्रिकेटर थे और मां राजनी तेंदुलकर एक अध्यापिका थीं। जिनके परिवार में विशेष रूप से मां-बाप के प्रेरणादायक साथ के कारण, उन्होंने बचपन में ही क्रिकेट में रुचि बना ली थी।
सचिन के क्रिकेट के करियर की शुरुआत सिर्फ बारह वर्ष की उम्र में हुई थी, जब उन्होंने 1989 में पाकिस्तान के खिलाफ एक वनडे इंटरनेशनल मैच में खेलने का मौका पाया था। इससे पहले भारत के इतिहास में ऐसा किसी खिलाड़ी के साथ कभी नहीं हुआ था, इसलिए उन्हें "बाल सचिन" के नाम से भी जाना जाता है।
सचिन तेंदुलकर के करियर में भी कई संघर्षों का सामना करना पड़ा। वे विभिन्न चोटों और गंभीर चिकित्सीय समस्याओं के बीच भी बार-बार वापस आने वाले हारों का सामना करते रहे। लेकिन उन्होंने हमेशा विश्वास और सामर्थ्य दिखाया और इन संघर्षों से बचकर सफलता की ओर अग्रसर हुए।
सचिन तेंदुलकर के नाम कई विश्व-रिकॉर्ड्स हैं, और उनमें से एक विशेषता थी विश्व में सर्वाधिक अंतरराष्ट्रीय रन बनाने की। उन्होंने 15,921 टेस्ट रन्स और 18,426 वनडे रन्स बनाए, जिससे उन्हें क्रिकेट इतिहास में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी के रूप में गिना गया।
सचिन तेंदुलकर का इतना शोकिन क्रिकेट करियर होने के बावजूद, वे भारतीय समाज के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत रहे हैं। उन्होंने अपने नामकरण योजना के तहत गरीब बच्चों की मदद के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है। उन्होंने खुद भी एक प्रेरणास्रोत बनकर दूसरों को मार्गदर्शन किया है कि कैसे कठिनाइयों का सामना करके आगे बढ़ा जाए।
सचिन तेंदुलकर को उनके अद्भुत खेल के कारण विभिन्न सम्मानों से नवाजा गया है। उन्हें भारतीय रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया। संघर्ष के बाद, उन्हें 2014 में राष्ट्रीय भारतीय क्रिकेट के राष्ट्रीय कोच के रूप में भी नियुक्ति की गई थी।
सचिन तेंदुलकर की बायोग्राफी एक इंस्पायरिंग और मोटीवेशनल सफलता कहानी है। उनका सफर एक सामान्य परिवार से शुरू होकर भारतीय क्रिकेट के एक अग्रणी खिलाड़ी बनने की कहानी है। उनकी निरंतरता, आत्मविश्वास, और उन्हें सोचने के तरीके ने उन्हें उनकी ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
सचिन तेंदुलकर का पूरा नाम क्या है?
उनके करियर में सबसे ज्यादा रन किस फॉर्मेट में बनाए गए थे?
उनका विश्व रिकॉर्ड क्या है?
सचिन तेंदुलकर के कोच बनने के बाद उन्होंने किस तरह भारतीय टीम को बदला?
उनके खेल के अंत में उन्हें किस सम्मान से नवाजा गया था?
यह लेख सचिन तेंदुलकर के जीवन और क्रिकेट के उनके शानदार सफलता से जुड़ी एक रूपरेखा प्रस्तुत करता है। उनके इतिहास, संघर्ष, और सफलता की इस कहानी से हम सभी को प्रेरित होने का मौका मिलता है। इसलिए, हम सभी को सचिन तेंदुलकर के उदाहरण से प्रेरित होना चाहिए और अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए निरंतर प्रयास करना चाहिए।
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