दोस्तों नमस्कार मैं जवेंद्र अतुल कुमार तिवारी आपको बताना चाहता हूं की माय खबर 24 एक न्यूज़ प्लेटफार्म सोशल मीडिया है जिसमें आपको एक लिंक ओपन करना है उसके बाद आपको उसे लिंक में आईडी बनानी है इसके बाद आप आईडी बनाने के बाद आप उसे अपना लिंक अपने जान पहचान दोस्त रिलेशन के लोग अपरिचित व्यक्ति को आप लिंक शेयर कर सकते हैं जैसे वह लोग लिंक खोलते हैं आपको पर लिंक पर ₹25 इनकम में जुड़ जाते हैं पहली बात तो यह है कि आप जैसे लिंक में आईडी बनाते हैं तो आपको पहले ही आईडी बनाने पर ₹500 वेलकम बोनस के रूप में मिलता है इसके बाद पर लिंक पर ₹25 मिलता है यह आश्चर्य की बात है की माय खबर 24 जो की पहले सोशल मीडिया न्यूज़ प्लेटफार्म अपने सभी पब्लिक को लिंक शेयर करने पर एक रोजगार का मौका देती है साथ में आपकी आईडी बनने क लिंक शेयर का पैसा वेब सीरीज ब्लॉक लिखने का पैसा और बहुत सारी कमाने की मौका देती है आपसे अनुरोध है कि इसकी जानकारी के लिए मेरे से संपर्क कर सकते हैं आपका जवेंद्र अतुल तिवारी
Nagpur: यशवंतराव चव्हाण इंजीनियरिंग कॉलेज, वानडोंगरी, नागपुर में 26 सितंबर 2023 को "Career opportunities in digital media for electrical engineers" विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में डिजिटल इंटरप्रेन्योर प्रितम मडावी ने छात्रों को मार्गदर्शन दिया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में करियर के अवसरों के बारे में जागरूक करना था। प्रितम मडावी ने छात्रों को बताया कि डिजिटल मीडिया एक तेजी से बढ़ता हुआ क्षेत्र है जिसमें इलेक्ट्रिकल इंजीनियरों के लिए कई अवसर हैं। उन्होंने छात्रों को ब्लॉग्गिंग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, वेब डिज़ाइन और विकास, और डेटा विश्लेषण सहित विभिन्न क्षेत्रों में करियर के विकल्पों के बारे में बताया।
इस कार्यक्रम में छात्रों ने प्रितम मडावी से कई प्रश्न पूछे। उन्होंने डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए आवश्यक कौशल और योग्यता के बारे में जानकारी प्राप्त की।
कार्यक्रम के आयोजक, श्री सुदामे सर ने कहा कि यह कार्यक्रम छात्रों के लिए एक मूल्यवान संसाधन था। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम करियर को डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रेरित करेगा
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख डॉ. एस.जी.कडवाने सर ने कहा की डिजिटल मीडिया हमारे जीवन का हिस्सा है. छात्रों को डिजिटल मीडिया का सही उपयोग कैसे करना है यह कार्यक्रम में बताया गया. इससे छात्रों को अवश्य लाभ होगा।
कार्यक्रम में कृष्णा जी शेंडे और ऋतिक अलाम ने भी सहयोग किया।
कार्यक्रम में ब्लॉग्गिंग पर विशेष रूप से चर्चा हुई। प्रितम मडावी ने कहा कि ब्लॉग्गिंग एक शानदार तरीका है अपने विचारों और कौशल को दुनिया के साथ साझा करने का। उन्होंने छात्रों को बताया कि ब्लॉग्गिंग के माध्यम से वे अपनी खुद की ब्रांडिंग कर सकते हैं और एक सफल करियर बना सकते हैं।
प्रितम मडावी ने छात्रों को ब्लॉग्गिंग शुरू करने के लिए कुछ सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि छात्रों को एक ऐसा विषय चुनना चाहिए जिसमें उन्हें रुचि हो। उन्होंने छात्रों को नियमित रूप से ब्लॉग पोस्ट प्रकाशित करने और अपनी सामग्री को सोशल मीडिया पर बढ़ावा देने के लिए भी कहा।
कार्यक्रम के बाद छात्रों ने प्रितम मडावी से ब्लॉग्गिंग के बारे में और अधिक जानने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि वे प्रितम मडावी के मार्गदर्शन से ब्लॉग्गिंग में सफल होने के लिए प्रेरित हैं।
छोटी शुरूवात बड़ी कामयाबी
Small Start Big Success
कहते है कि छोटी सुरूवात से ही बडी कामयाबी हासिल होती है। अगर हम एक दम बडा फायदा काम सोचोगे तो जो हमारे पास है वो चला जायेगा। इसीलिए लिए छोटी कामयाबी को ही बडी खुशी मानकर हमे अपना हौसला बनाना चाहिए। तभी हमारा बडे मुकाम तक पहुंच सकते है।
एक बार एक गांव मे निर्धन परिवार रहता था। परिवार की हालात इतनी तंगी थी कि उसके खाने पीने के भी लाले पडे हुए थे। परिवार सिर्फ तीन ही लोगों का था। पती पत्नि और बेटा ।
पती को कोई काम नही देता था। क्योंकि वह बीमारी के कारण सुस्त भी रहता था। इसीलिए उसे काम नही देते थे। उसकी पत्नी थोडा बहुत घरों मे काम करती थी तो थोडा ही खर्च निकल पाता था। बेटे की पढ़ाई के लिए नही बच पाता था।इसीलिए वह स्कूल नही जाता था।
अचानक एक दिन उसकी मृत्यु हो जाती है । पत्नी बेचारी अब अकेली हो चुकी थी। लोगों ने उसे अपसगुनी मानकर काम से निकाल दिया। अब उसकी आजीविका का कोई सहारा न था। जहां काम मांगने जाती लोग मना कर देते थे। घर मे भी कुछ न बचा था। बेटे को तड़पते देख उसे कुछ नही सूझ रहा था।
एक दिन उसके दिमाग मे आया कि उसे आचार बनाना आता है। उसके पास कुछ पैसे थे।उसने आम और मसाले लाये और आचार बनाना शुरू किया। आचार दो दिन मे तैयार हो गया , फिर उसने बाजार मे बेचने के लिए ले गया उसे थोडा बहुत पैसे मिल गये थे। दूसरे दिन वह उससे उसने खाने के लिए नही लाया बल्की भूखे ही रहे। लेकिन उन पैसों से उसने और आम लाये और आचार बनाकर दूर गांव मे बेचने गयी।
धीरे-धीरे उसकी इन्कम बड़े लगी उसका बेटा स्कूल जाने लगा। वह और मेहनत करने लगी अब उसने बाजार मे दुकान भी खोल ली जिससे काफी ग्राहक उसके बन गये , अब उसका अपना गांव मे सबसे बडा घर था। उसने काफी फैक्ट्री भी खोल दी औ लोगों को रोजगार देने लगी। धीरे-धीरे वह शहर की सबसे रहीस बन गयी।
इसीलिए कहा काम छोटा नही होता आदमी उसे छोटा बना देता है।
चिमूर प्रतिनिधी :-
उपाध्यक्ष ओबीसी महासंघ महाराष्ट्र प्रदेश तथा समन्व्यक तथा ७४ चिमूर विधानसभा डॉ. सतिशभाऊ वारजूकर यांच्या उपस्थित महागाई पे चर्चा व कार्यकर्ता बैठक घेण्यात आली.
यावेळी महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस कमिटी सेवा दल महासचिव प्राध्यापक राम राऊत, तालुका काँग्रेस कमिटी अध्यक्ष डॉ. विजय गावंडे पाटील, जिल्हा सरचिटणीस तथा माजी जिल्हा परिषद सदस्य गजाननभाऊ बुटके, ओबीसी तालुका अध्यक्ष विलासभाऊ डांगे, सेवादलचे जिल्हा सदस्य घनश्यामजी चाफले, कांग्रेस कार्यकर्ते विलास पिसे, भक्तदास शेंडे, अमित राऊत, आत्माराम वसाके, प्रफुल जांभूळकर, श्रीकांत गेडाम, व गावकरी उपस्थित होते
चिमूर प्रतिनिधी :-
उपाध्यक्ष ओबीसी महासंघ महाराष्ट्र प्रदेश तथा समन्व्यक तथा ७४ चिमूर विधानसभा डॉ. सतिशभाऊ वारजूकर ,चिमूर विधानसभा क्षेत्रातील चिमूर तालुक्यातील गोंदोडा येथे जाऊन गावाकऱ्यांच्या समस्या जाणून घेतल्या यावेळी महाराष्ट्र प्रदेश काँग्रेस कमिटी सेवा दल महासचिव प्राध्यापक राम राऊत सर,तालुका काँग्रेस कमिटी अध्यक्ष डॉ. विजय गावंडे पाटील, जिल्हा सरचिटणीस तथा माजी जिल्हा परिषद सदस्य गजाननभाऊ बुटके, ओबीसी तालुका अध्यक्ष विलासभाऊ डांगे, सेवादलचे जिल्हा सदस्य घनश्यामजी चाफले, कांग्रेस कार्यकर्ते विलास पिसे, श्रीकांत गेडाम, सरपंच गिरजाबाई गायकवाड, उपसरपंच साधनाताई डांगे, राजेंद्र धारणे, मृणाली कोडापे, मिलिंद वाढई, नानाजी खोब्रागडे, अनुसयाताई मानकर, प्रशांत मोगरे, विठ्ठल वाढई व गावकरी उपस्थित होते