Ahmadabad News: आजकल ऑनलाइन माध्यम से लड़कियों से दोस्ती करने का चलन बढ़ता जा रहा है, लेकिन इसके साथ ही ठगी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। अहमदाबाद से एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
चांदखेड़ा में रहने वाला 45 वर्षीय व्यक्ति, जो एक इंश्योरेंस कंपनी में एरिया मैनेजर है, सोशल मीडिया ऐप 'क्वेक क्वेक' के जरिए जाल में फंस गया। इस ऐप का उपयोग वह दोस्त बनाने और सामाजिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए करता था।
दो महीने पहले उसकी पहचान "जिया पटेल" नाम की एक लड़की से हुई। जिया ने खुद को मोरबी निवासी और भोपाल के एक ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली बताया। जिया की मीठी-मीठी बातों में फंसकर शख्स उससे मिलने भोपाल तक गया, लेकिन जिया ने बहाने बनाकर मुलाकात टाल दी। बाद में दोनों नलसरोवर के लिए लंबी ड्राइव पर गए, जहां जिया ने शारीरिक संबंध बनाने का प्रलोभन दिया।
22 नवंबर को दोनों की मुलाकात हुई। जिया ने शख्स को नलसरोवर रोड पर एक सुनसान जगह पर ले जाने को कहा। वहां पहुंचते ही जिया के दोस्त मौके पर आ गए। उन्होंने शख्स को पीटा और नकली पुलिस बनकर कानून का डर दिखाया। इसके बाद शख्स के क्रेडिट और डेबिट कार्ड से नकदी निकालकर गहने खरीदे।
नलसरोवर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए केस दर्ज किया। जांच में सामने आया कि यह कोई अकेला मामला नहीं था। गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई। पता चला कि इस गिरोह ने अन्य शहरों और जिलों में भी कई वारदातों को अंजाम दिया है।
गिरफ्तार आरोपियों में शामिल हैं:
ये सभी एक ही गांव के निवासी हैं और आपस में गहरे दोस्त हैं। गिरोह का मास्टरमाइंड कौसर है, जो हनीट्रैप के जरिए लोगों को फंसाता था।
कौसर पहले ऐप के माध्यम से लोगों से दोस्ती करता। मिलने की बात तय होने पर सुनसान जगहों का चयन करता, जहां गिरोह के अन्य सदस्य पहले से मौजूद रहते। वहां पहुंचने पर पीड़ित को लूट लिया जाता।
Chandrapur News: “पुष्पा नाम सुनके फ्लॉवर समझे क्या, फ्लॉवर नही, फायर है मै” – या दमदार डायलॉगने प्रसिद्ध झालेला दाक्षिणात्य अभिनेता अल्लू अर्जूनचा पुष्पा चित्रपट आणि त्याचा दुसरा भाग पुष्पा २ प्रेक्षकांच्या पसंतीस उतरलाय. लाल चंदनाच्या तस्करीवर आधारित असलेल्या या चित्रपटाने लाल चंदनाचे झाड चर्चेचा विषय बनवले आहे.
आता या प्रसिद्ध लाल चंदनाचे झाड भारतातील ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्पात सुद्धा आढळते. मोहर्ली वनपरिक्षेत्र अधिकारी संतोष थिपे यांनी दिलेल्या माहितीनुसार, ताडोबाच्या जंगलात तीन लाल चंदनाची झाडे आहेत. विशेष म्हणजे, या झाडांची योग्य निगा राखण्यासाठी वनविभागाने त्या ठिकाणी चबुतरा बांधला असून, झाडांची ओळख पटवण्यासाठी त्यावर नाव लिहिलेले आहे.
लाल चंदन हे अत्यंत दुर्मिळ आणि महागडे झाड असून, त्याची किंमत कोट्यवधी रुपयांमध्ये असते. पुष्पा चित्रपटाने याला विशेष प्रसिद्धी मिळवून दिली. लाल चंदनाच्या झाडांभोवती अनेक रंजक कथा आहेत, ज्यामुळे त्याचे महत्व अधिक वाढले आहे.
ताडोबातील वाघ हे पर्यटकांचे मुख्य आकर्षण असले तरी आता लाल चंदनाचे झाड सुद्धा प्रकल्पाचा महत्त्वाचा भाग बनले आहे. ताडोबात येणाऱ्या पर्यटकांना या झाडाबद्दल माहिती दिली जाते, आणि पुष्पा चित्रपटामुळे या झाडाला पाहण्यासाठी लोकांची गर्दी वाढली आहे. लाल चंदनाचे झाड ताडोबातील जैवविविधतेचे खास वैशिष्ट्य ठरले आहे.
Anti Naxal Operation: नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी तेज हो गई है। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की पुलिस ने गुरकुडडोह बेस कैंप से संयुक्त पेट्रोलिंग शुरू कर दी है। यह बेस कैंप नक्सल विरोधी अभियानों का प्रमुख केंद्र बन गया है। यहां महाराष्ट्र की C-16, मध्य प्रदेश की हाफ फोर्स और छत्तीसगढ़ की डीआरजी फोर्स मिलकर पेट्रोलिंग कर रही हैं।
बीजापुर से आई खबर के अनुसार, डीआरजी और नेमेड पुलिस ने मोसला दुधा के जंगल में अभियान चलाकर एक लाख के इनामी नक्सली कोरसा उर्फ गुट्टा और पंथरू उरसा को गिरफ्तार किया है। ये दोनों कडेर के पूर्व सरपंच सुखराम अवलम की हत्या में शामिल थे। गिरफ्तारी के दौरान इनसे अन्य नक्सलियों की जानकारी मिली है, जिनकी तलाश जारी है।
एक और घटना में छत्तीसगढ़ के बीजापुर के लोदेड़ गांव में नक्सलियों ने पालम सुकरा नामक महिला का अपहरण कर जंगल में ले जाकर हत्या कर दी। नक्सलियों ने उस पर पुलिस मुखबिरी का आरोप लगाया था। घटना स्थल पर भाकपा माओवादी संगठन का पर्चा भी मिला है, जिसमें 18 नवंबर को हुए एनकाउंटर में सात नक्सलियों के मारे जाने का जिक्र है।
महिला का पति और उसका परिवार खेती-किसानी करते थे। अपहरण के बाद नक्सलियों ने पति के सामने ही महिला की रस्सी से गला घोंटकर हत्या की। इस घटना से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
Rajasthan News: राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य जिले बांसवाड़ा में चाय के एक प्याले ने ऐसा कहर बरपाया कि एक परिवार की तीन पीढ़ियों के तीन सदस्यों की मौत हो गई। यह दर्दनाक घटना आंबापुरा थाना क्षेत्र के नलदा गांव में हुई, जहां जहरीली चाय पीने से सास, बहू और पोते की मौत हो गई।
घटना रविवार को दोपहर में हुई, जब परिवार के सभी छह सदस्यों ने चाय पी। कुछ ही देर बाद सभी को उल्टी और दस्त होने लगे। उनकी हालत तेजी से बिगड़ने लगी और सभी बेहोश हो गए। परिवार के अन्य सदस्यों ने तुरंत सभी को बांसवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल पहुंचाया। गंभीर स्थिति को देखते हुए सास दरिया, बहू चंदा और पोते अक्षय (10) को उदयपुर के महाराणा भूपाल अस्पताल रेफर किया गया।
रविवार देर रात दरिया ने बांसवाड़ा में दम तोड़ दिया। सोमवार सुबह उदयपुर में चंदा और अक्षय की भी मौत हो गई। तीनों की मौत से नलदा गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
पुलिस ने बताया कि चाय में ज़हरीला पदार्थ मिल जाने की संभावना है। प्रारंभिक जांच में यह संकेत मिला है कि चाय पत्ती के बजाय कपास में उपयोग होने वाली कोई ज़हरीली दवा गलती से चाय में डाल दी गई होगी। हालांकि, इस बात की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
UP News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के एक गांव में एक महिला ने अपने पड़ोसी का गुप्तांग काटने का सनसनीखेज आरोप लगाया है। महिला का दावा है कि उसने आत्मरक्षा में यह कदम उठाया, जब पड़ोसी व्यक्ति उसके घर में घुसकर उसके साथ यौन उत्पीड़न करने की कोशिश कर रहा था।
यह घटना नगर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की है, जहाँ 40 वर्षीय व्यक्ति पर महिला के साथ छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न का आरोप है। महिला का कहना है कि जब आरोपी व्यक्ति ने उसके विरोध के बावजूद उसे शारीरिक रूप से परेशान करने की कोशिश की, तो उसने आत्मरक्षा के लिए उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। महिला ने आरोप लगाया कि आरोपी व्यक्ति घर में घुस आया था और उसके साथ अनुचित संबंध बनाने की कोशिश कर रहा था, जिसे नकारने पर उसने उस पर हमला कर दिया।
हालांकि, आरोपी व्यक्ति ने अपनी सफाई में दावा किया कि वह बीमार था और डॉक्टर के पास जाने के लिए महिला के घर आया था। उसने कहा कि महिला ने उसे अंदर बुलाकर यौन संबंध बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसे उसने सख्ती से नकारा। इसके बाद, महिला ने अचानक हमला कर दिया और उसका गुप्तांग काट लिया।
घायल व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उसकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर बताई जा रही है। अस्पताल में इलाज के दौरान उसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें वह व्यक्ति अपनी दर्दनाक स्थिति के बारे में बता रहा है। पुलिस ने अभी तक इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
GK Question In Hindi: आलू और आलू से बने खाद्य पदार्थ भारतीयों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। आलू की खपत भारत में इतनी ज्यादा है कि इसे देश का एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पाद माना जाता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि भारत में आलू का सबसे ज्यादा उत्पादन किस राज्य में होता है और किन-किन राज्यों में आलू की पैदावार होती है।
आंकड़ों के मुताबिक, भारत में सबसे ज्यादा आलू का उत्पादन उत्तर प्रदेश में होता है। उत्तर प्रदेश में आलू की पैदावार करीब 15.89 मिलियन टन है, जो पूरे देश के आलू उत्पादन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उत्तर प्रदेश की जलवायु और उपजाऊ भूमि आलू की खेती के लिए अत्यधिक उपयुक्त मानी जाती है। राज्य में आलू का उत्पादन कुल आलू उत्पादन का लगभग 40 प्रतिशत होता है।
उत्तर प्रदेश के भीतर भी आलू उत्पादन में एक प्रमुख जिला है, और वह जिला है फर्रूखाबाद। फर्रूखाबाद जिले में आलू का उत्पादन अन्य जिलों की तुलना में सबसे ज्यादा होता है। इसके अलावा, इस जिले में आलू भंडारण के लिए भी सबसे ज्यादा कोल्ड स्टोरेज हैं, जो आलू के उत्पादकों के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन हैं।
उत्तर प्रदेश के बाद, आलू का सबसे ज्यादा उत्पादन पश्चिम बंगाल में होता है। पश्चिम बंगाल की मिट्टी और जलवायु आलू की खेती के लिए अनुकूल मानी जाती है। यहां की विशेष जलवायु आलू के अच्छे उत्पादन में मदद करती है।
इसके बाद बिहार राज्य तीसरे स्थान पर है, जहां आलू का उत्पादन काफी उच्च मात्रा में होता है। इसके अलावा, गुजरात, मध्य प्रदेश और पंजाब जैसे राज्य भी आलू के प्रमुख उत्पादक राज्य माने जाते हैं।
आलू भारत में एक महत्वपूर्ण कृषि उत्पाद है, और उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, और बिहार जैसे राज्यों में इसकी पैदावार बहुत ज्यादा होती है। आलू उत्पादन में इन राज्यों की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण है, जिससे देशभर में आलू की आपूर्ति सुनिश्चित होती है।
Shocking News: गुजरात के मेहसाणा जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है। सरकारी स्वास्थ्य विभाग पर टारगेट पूरा करने के लिए अविवाहित युवाओं की बिना सहमति नसबंदी करने का आरोप लगा है। मामला तब सामने आया जब नवी शेढवी गांव के एक 30 वर्षीय युवक गोविंद दंतानी को इस षड्यंत्र का शिकार बनाया गया।
गोविंद के अनुसार, वह खेतों में काम कर रहा था जब एक मल्टीपर्पस हेल्थ वर्कर ने उसे लालच दिया। वादा किया गया था कि उसे नींबू और अमरूद तोड़ने के लिए 500 रुपये प्रतिदिन मिलेंगे। गोविंद इस ऑफर को ठुकरा नहीं सका और उसके साथ जाने को तैयार हो गया।
रास्ते में, स्वास्थ्य कर्मी ने गोविंद को 100 रुपये की शराब पिलाई। शराब के नशे में धुत्त गोविंद को सरकारी एंबुलेंस में बिठाकर गांधीनगर के पास अदलज के एक सरकारी अस्पताल ले जाया गया। वहां, उसे बेहोश कर नसबंदी कर दी गई। अगले दिन गोविंद को वापस उसके खेत में छोड़ दिया गया, लेकिन उसे इस बात की भनक तक नहीं थी कि उसके साथ क्या हुआ है।
अगले दिन, गोविंद को मूत्राशय में असहनीय दर्द महसूस हुआ। जब उसने डॉक्टर से संपर्क किया, तो उसे पता चला कि उसकी नसबंदी हो चुकी है। गोविंद ने बताया, "मुझे फल तोड़ने का लालच दिया गया और बाद में नशे की हालत में अस्पताल ले जाकर ऑपरेशन कर दिया गया। यह सब मेरी जानकारी और सहमति के बिना हुआ।"
गुजरात में 24 नवंबर से 4 दिसंबर तक परिवार नियोजन पखवाड़ा आयोजित किया गया था। मेहसाणा जिले में इस दौरान 175 नसबंदी का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब तक सिर्फ 28 ही हो सकी थीं। सूत्रों के मुताबिक, इस टारगेट को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों ने अवैध तरीके अपनाए।
पूर्व ग्राम प्रधान प्रह्लाद ठाकुर ने इस घटना की निंदा की और इसे स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और अमानवीय कृत्य करार दिया। उन्होंने प्रशासन से इस घटना की उच्चस्तरीय जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
CG News Today: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 17 वर्षीय छात्र ने दो शिक्षकों पर चाकू से हमला कर दिया। यह हमला उस समय हुआ जब शिक्षकों ने छात्र को पढ़ाई पर ध्यान देने और मोबाइल फोन से दूर रहने की सलाह दी थी। गुस्से में आकर छात्र ने इस घटना को अंजाम दिया, और फिर चाकू लेकर फरार हो गया। पुलिस ने आरोपी छात्र की तलाश शुरू कर दी है।
घटना एक निजी स्कूल की है, जहां छात्र हाल ही में किसी अज्ञात कारण से दूसरे स्कूल से ट्रांसफर होकर आया था। पुलिस के अनुसार, छात्र की पढ़ाई में कोई रुचि नहीं थी, और शिक्षक उसे लगातार पढ़ाई पर ध्यान देने और मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करने की सलाह दे रहे थे। यही सलाह छात्र को गुस्से में ला रही थी।
यह विशेष हमला शिक्षक जुनैद अहमद पर किया गया, जिनके सिर, गर्दन और पीठ पर कई वार किए गए। उनकी हालत गंभीर है, और वे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हैं। अहमद सर ने बताया कि वे छात्र को स्कूल में मोबाइल लाने से मना करते थे और उसे सजा देने की भी चेतावनी दी थी। इसके अलावा, वे छात्र को नियमित रूप से स्कूल आने और पढ़ाई में ध्यान देने की सलाह देते थे। हालांकि, छात्र ने अपनी नाराजगी किसी से साझा नहीं की थी। अहमद सर ने पुलिस को यह भी बताया कि वे पिछले कुछ दिनों से महसूस कर रहे थे कि छात्र उन पर हमला करने का मौका ढूंढ रहा था, क्योंकि वे छात्र को उनके घर के आसपास अक्सर घूमते हुए देख रहे थे।
हमला गुरुवार को हुआ जब छात्र अपने बैग में चाकू छिपाकर स्कूल आया। जैसे ही क्लास खत्म हुई और शिक्षक व छात्र बस में चढ़ने लगे, छात्र ने चाकू निकालकर पीछे से अहमद सर पर वार कर दिया। इसके बाद छात्र घबराकर इधर-उधर भागने लगा।
कुलप्रीत सिंह नामक एक अन्य शिक्षक ने अहमद को बचाने की कोशिश की, लेकिन छात्र ने उन पर भी हमला कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सिंह ने लड़के को रुकने के लिए कहा, लेकिन उसने अहमद पर वार करना जारी रखा। इसके बाद, खून से सना चाकू लेकर लड़का फरार हो गया।
दोनों घायल शिक्षकों को उनके साथियों ने अस्पताल पहुंचाया। जहां सिंह को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, लेकिन अहमद की स्थिति गंभीर बनी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी छात्र की तलाश जारी है। वे इस मामले में छात्र के माता-पिता से भी बातचीत कर रहे हैं ताकि यह समझ सकें कि छात्र ने इतनी हिंसक प्रतिक्रिया क्यों दी।
यह घटना न केवल स्कूल की सुरक्षा के सवाल उठाती है, बल्कि बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य और उनके गुस्से को नियंत्रित करने की जरूरत पर भी प्रकाश डालती है। आजकल बच्चों में बढ़ते गुस्से और हिंसा की प्रवृत्ति एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है। इसके समाधान के लिए माता-पिता और शिक्षकों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। बच्चों को गुस्से को नियंत्रित करने और शांतिपूर्ण तरीके से समस्याओं को हल करने के तरीके सिखाए जाने चाहिए। इसके साथ ही, स्कूलों में काउंसलिंग सुविधाओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता है ताकि बच्चे अपनी समस्याओं को साझा कर सकें और मानसिक दबाव से बच सकें।
Chandrapur News: चंद्रपूर जिल्ह्यातील सावली तालुक्यातील पारडी येथील जिल्हा परिषद शाळेत शालेय पोषण आहारामुळे 132 विद्यार्थ्यांना अन्नातून विषबाधा झाल्याची धक्कादायक घटना घडली आहे. शासनाच्या कंत्राटदारांकडून पुरविण्यात आलेल्या निकृष्ट दर्जाच्या अन्नामुळे ही घटना घडल्याचा संशय व्यक्त होत आहे.
4 डिसेंबर रोजी विद्यार्थ्यांनी शाळेत दिलेले जेवण घेतले. रात्री विद्यार्थ्यांच्या प्रकृतीत बिघाड दिसून येताच पालकांना चिंता वाटू लागली. दुसऱ्या दिवशी, 5 डिसेंबर रोजी, शाळेत परिपाठाच्या वेळी विद्यार्थ्यांची संख्या कमी असल्याचे शिक्षकांच्या लक्षात आले. उपस्थित विद्यार्थ्यांनाही मळमळ, उलटी, हगवण, ताप, पायगळणे अशी लक्षणे दिसू लागली.
शाळेत तातडीने आरोग्य शिबीर आयोजित करण्यात आले. गंभीर अवस्थेत असलेल्या विद्यार्थ्यांना ग्रामीण रुग्णालयात दाखल करण्यात आले. परिस्थिती हाताबाहेर जात असल्याने विद्यार्थ्यांना चंद्रपूर, गडचिरोली, आणि मूल येथील रुग्णालयांमध्ये हलविण्यात आले. सध्या 106 विद्यार्थी रुग्णालयांमध्ये उपचार घेत आहेत, तर 20 विद्यार्थ्यांवर गावातच प्राथमिक उपचार सुरू आहेत.
जिल्हा शल्य चिकित्सक डॉ. महादेव चिंचोळे, वैद्यकीय अधीक्षक बंडू रामटेके, गटविकास अधिकारी मधुकर वासनिक, आणि गटशिक्षणाधिकारी मोरेश्वर बोडे यांनी मध्यरात्रीपर्यंत परिस्थितीचा आढावा घेतला. जिल्हा साथरोग तज्ञ डॉ. सचिन भगत आणि अन्न निरीक्षक सातकर यांनीही गावाला भेट देऊन घटनेची चौकशी केली.
सध्या बाधित विद्यार्थ्यांच्या प्रकृतीत सुधारणा होत असून त्यांच्या लघवी, हगवण आणि उलटीचे नमुने प्रयोगशाळेत तपासणीसाठी पाठविण्यात आले आहेत. प्रयोगशाळेच्या अहवालानंतर दोषींच्या विरोधात कठोर कारवाई करण्यात येणार असल्याचे प्रशासनाने स्पष्ट केले आहे.
Road Accident: उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में शुक्रवार दोपहर एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ। लखनऊ से दिल्ली जा रही यात्रियों से भरी एक डबल डेकर बस की टक्कर एक टैंकर से हो गई। यह दुर्घटना लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर हुई, जहां टक्कर के बाद दोनों वाहन डिवाइडर से टकराकर पलट गए। हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई और 40 से अधिक यात्री घायल हो गए।
घटना के दौरान उत्तर प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह का काफिला वहां से गुजर रहा था। उन्होंने तुरंत काफिला रुकवाकर हादसे की जानकारी ली और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का प्रबंध किया। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को मेडिकल कॉलेज तिर्वा और सैफई के अस्पताल में रेफर किया गया है।
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गौरतलब है कि इस हादसे से पहले उत्तर प्रदेश के पीलीभीत और चित्रकूट में भी गुरुवार रात बड़े सड़क हादसे हुए थे। पीलीभीत में हुए हादसे में 5 लोगों की मौत हुई, जबकि चित्रकूट में 6 लोग अपनी जान गंवा बैठे। सर्दियों के मौसम में कोहरे के कारण सड़क हादसों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। कन्नौज में बीते 24 घंटे के अंदर यह तीसरा बड़ा हादसा है।
इस दर्दनाक हादसे ने सड़क सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि कोहरे और तेज रफ्तार के कारण दुर्घटनाओं की संभावना और बढ़ जाती है।
Delhi Murder Case: दिल्लीतील राजेश कुमार, कोमल आणि कविता यांची हत्या काही दिवसांपूर्वी घडली. पोलिसांच्या प्राथमिक तपासानुसार, हत्येनंतर घरात कोणतीही तोडफोड किंवा चोरी झाल्याचे आढळले नाही. सीसीटीव्ही फुटेजवरून देखील कोणत्याही संशयास्पद व्यक्तीचे ठळक चित्र समोर आले नाही. शेजाऱ्यांची चौकशी केल्यानंतर पोलिसांनी सांगितले की, मृतकांचे कोणाशीही वाद झाले नव्हते.
पोलिसांनी त्रिपल मर्डर प्रकरणात आरोपीला ताब्यात घेतले. आरोपीने त्याच्याच आई-वडील आणि बहिणीची हत्या केली होती. पोलिसांनी भारतीय दंड संहितेअंतर्गत तक्रार दाखल केली असून, सीसीटीव्ही फुटेजच्या आधारे काही तासांतच आरोपीला पकडले.
मयताचा मुलगा अर्जून याच्याविरोधात पोलिसांनी ठोस पुरावे मिळवले होते, त्यानंतर त्याला ताब्यात घेतले. कसून चौकशी केल्यावर अर्जूनने आपल्या गुन्ह्याचा कबूल केला. त्याने सांगितले की, त्याचे वडील माजी सैनिक होते आणि सतत त्याला अभ्यासासाठी ओरडत होते. काही दिवसांपूर्वीच त्याने त्याला सर्वांसमोर मारले होते, ज्यामुळे अर्जूनला अपमानित झाल्यासारखे वाटले.
त्याच वेळी अर्जूनला कळले की, त्याचे वडील त्याच्या बहिणीला सर्व संपत्ती देत आहेत. या गोष्टीमुळे तो तिला मारण्याचा निर्णय घेतो. बुधवारी, 27 व्या लग्नवर्धापन दिनी त्याने घरात चाकू काढला आणि त्याच्या आई-वडिलांसह बहिणीची निर्घृण हत्या केली.
हे कुटुंब हरियाणातून 15 वर्षांपूर्वी दिल्लीत शिक्षण आणि करिअरसाठी आले होते. अर्जून आणि त्याची बहिण कविता दोघेही मार्शल आर्टमध्ये ब्लॅक बेल्ट होते. ही घटना शेजाऱ्यांसह नातेवाईकांमध्ये धक्काच ठरली आहे.
RBI News Today: जर तुमचे बँक खाते अनेक दिवसांपासून निष्क्रिय असेल, म्हणजेच कोणतेही व्यवहार झाले नसतील, तर ही बातमी तुमच्यासाठी महत्त्वाची आहे. रिझर्व्ह बँक ऑफ इंडियाने (RBI) मोठा निर्णय घेतला असून, निष्क्रिय बँक खाती बंद करण्याचे आदेश सर्व बँकांना दिले आहेत.
निष्क्रिय बँक खाती ही अशी खाती असतात ज्यामध्ये 12 ते 24 महिन्यांच्या कालावधीत कोणताही व्यवहार झालेला नसतो. व्यवहार न झाल्यामुळे ही खाती 'डॉर्मंट' किंवा 'गोठवलेली' मानली जातात. आरबीआयने अशा खात्यांच्या वाढत्या संख्येमुळे चिंता व्यक्त केली आहे, कारण अनेक बँकांमध्ये निष्क्रिय खात्यांमध्ये मोठ्या प्रमाणावर निधी अडकलेला आहे.
आरबीआयने सर्व बँकांना तातडीने कारवाई करून निष्क्रिय खात्यांची संख्या कमी करण्यास सांगितले आहे. याशिवाय, निष्क्रिय खात्यांमधील रकमेची माहिती देखील देण्याचे निर्देश दिले आहेत. अनेक बँकांच्या तपासणीदरम्यान असे आढळून आले आहे की निष्क्रिय खाती व दावा न केलेल्या ठेवींची संख्या त्यांच्या एकूण ठेवींपेक्षा जास्त आहे, ज्यामुळे बँकिंग व्यवस्थेवर गंभीर परिणाम होत आहेत.
ग्राहकांसाठी सूचना:
जर तुम्ही तुमच्या खात्याचा नियमित वापर करत नसाल, तर त्वरित व्यवहार करून खाते सक्रिय ठेवा, अन्यथा खाते कायमचे बंद होण्याची शक्यता आहे. त्यामुळे तुमच्या बँक खात्यावरील नियंत्रण गमावण्यापूर्वी सावध रहा आणि तुमचे खाते अद्ययावत ठेवा.
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CG News In Hindi: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में मंगलवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) कैंपस के ब्लॉक-3 के पास एक युवती की अर्धनग्न और सड़ी-गली लाश मिली है, जिसका सिर धड़ से अलग था। झाड़ियों में युवती के कपड़े भी पाए गए हैं, जिससे यह आशंका जताई जा रही है कि हत्या कर शव को वहां फेंका गया है।
लाश की पहचान अब तक नहीं हो पाई है। घटना सिटी कोतवाली थाना क्षेत्र की है, जहां स्थानीय लोग लकड़ी लेने गए थे और झाड़ियों से आ रही बदबू ने उनका ध्यान खींचा। जब वे पास पहुंचे, तो लाश देखकर दंग रह गए। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद सुकमा थाने से पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया।
सुकमा थाना प्रभारी शिवानंद तिवारी ने बताया कि पुलिस हर पहलू से मामले की जांच कर रही है। लाश की स्थिति और सिर अलग मिलने से मामला और भी संदिग्ध हो गया है। पुलिस के अनुसार शव करीब 10 दिन पुराना हो सकता है। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भय और आक्रोश का माहौल है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है और शव की शिनाख्त की कोशिशें जारी हैं।
Takshak Nag: झारखंड के नामकुम स्थित RCH दफ्तर में 1 दिसंबर को एक दुर्लभ प्रजाति का सांप मिला, जिसे ऑर्नेट फ्लाइंग स्नेक या 'तक्षक नाग' कहा जाता है। यह सांप अपनी अनोखी उड़ने की क्षमता और महाभारत काल से जुड़े संदर्भों के कारण चर्चाओं में है।
इस सांप को रेस्क्यू करने वाले रमेश कुमार महतो ने बताया कि यह झारखंड में इस प्रजाति का पहला रेस्क्यू है। सांप की लंबाई तीन फीट से अधिक है और यह मादा है। रमेश ने एक कार्टन का उपयोग करके सांप को सुरक्षित रूप से पकड़ लिया, जिसके बाद कर्मचारियों ने राहत की सांस ली। दिलचस्प बात यह है कि सांप की सुंदरता ने वहां मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, और उन्होंने इसका वीडियो बनाना शुरू कर दिया।
महाभारत के अनुसार, तक्षक नाग ने राजा परीक्षित को काटा था, जिससे उनकी मृत्यु हुई थी। इस सांप का नाम सुनते ही प्राचीन कथा जीवंत हो उठती है। हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसे ऑर्नेट फ्लाइंग स्नेक के रूप में जाना जाता है, लेकिन लोककथाओं में इसे तक्षक नाग के रूप में विशेष स्थान प्राप्त है।
यह सांप अपनी खूबसूरती और छलांग लगाने की क्षमता के लिए जाना जाता है। यह 50 से 100 फीट तक छलांग लगा सकता है और ज्यादातर पेड़ों पर रहता है। इसकी चमकीली त्वचा इसे आभूषण जैसा रूप देती है। हल्का जहरीला होने के बावजूद, यह इंसानों के लिए अधिक खतरनाक नहीं है। इसका मुख्य आहार छोटी छिपकलियां और अन्य छोटे जीव हैं।
ऑर्नेट फ्लाइंग स्नेक का झारखंड में पाया जाना पर्यावरणीय दृष्टि से एक महत्वपूर्ण घटना है। यह दर्शाता है कि क्षेत्र में जैव विविधता अभी भी समृद्ध है। रमेश कुमार महतो जैसे विशेषज्ञों का प्रयास इस दुर्लभ प्रजाति के संरक्षण में अहम भूमिका निभाएगा।
Earthquake Just Now: तेलंगणा राज्यातील मुलुगु येथे आज सकाळी 7 वाजून 27 मिनिटांनी भूकंप झाला आहे. याचे सौम्य धक्के गडचिरोली आणि चंद्रपूर जिल्ह्यात जाणवले आहे.
गडचिरोली आणि चंद्रपूर जिल्ह्यातील तालुक्यासह अनेक गावांना भूकंपाचे सौम्य धक्के जाणवल्याची माहिती प्राप्त झालली आहे. भूकंपाचे धक्के 7:29 मिनिटांनी गडचिरोली आणि चंद्रपूर जिल्ह्यातील तालुक्यासह अनेक गावांना जाणवले आहे.
या भूकंपची तीव्रता रिष्टर स्केल वर 5.3 अशी नोंदविण्यात आलेली आहे. यापूर्वी 40 वर्षे अगोदर भूकंपाचे हादरे जाणवले होते.
छत्तीसगड-तेलंगण सीमेवर ग्रेहाऊंड्स फोर्सने एका महिला नक्षलवाद्यांसह ७ नक्षलवाद्यांचा खात्मा केला आहे. जवानांनी घटनास्थळावरून ए-47 आणि इतर शस्त्रेही जप्त केली आहेत. सकाळपासून दोन्ही बाजूंनी गोळीबार सुरू असल्याचे सांगण्यात येत आहे. हे प्रकरण तेलंगणातील मुलुगु जिल्ह्यातील इटुनगरम पोलिस स्टेशन परिसरातील आहे.
मिळालेल्या माहितीनुसार, चकमकीनंतर सुरक्षा दलांनी सर्व नक्षलवाद्यांचे मृतदेह ताब्यात घेतले आहेत. परिसरात अजूनही शोधमोहीम सुरू आहे. असे सांगण्यात येत आहे की नक्षलवादी काही मोठे गुन्हे घडवून आणण्याच्या योजना आखत होते, परंतु जवानांनी त्यांना चकमकीत ठार केले. या आठवड्यात केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा देखील बस्तरला जाणार आहेत.
ठार झालेल्या नक्षलवाद्यांची ओळख पटली
ठार झालेल्या नक्षलवाद्यांची ओळख पटली आहे. यामध्ये तेलंगणा राज्य समिती सदस्य, विभागीय समिती सदस्य, क्षेत्र समिती सदस्य आणि 2 पक्ष सदस्यांचा समावेश आहे. सुरक्षा दलांनी सर्व नक्षलवाद्यांचे मृतदेह ताब्यात घेतले आहेत. या वर्षात राज्यात 207 हून अधिक नक्षलवादी मारले गेले आहेत.
केंद्रीय गृहमंत्री शहा यांच्या दौऱ्यापूर्वी नक्षल कारवाया तीव्र झाल्या
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शहा डिसेंबरच्या पहिल्या आठवड्यात छत्तीसगडच्या दौऱ्यावर जाणार आहेत. बस्तर येथे ऑलिम्पिक क्रीडा कार्यक्रमाच्या समारोप समारंभाला उपस्थित राहणार आहेत. याशिवाय नक्षलवाद संपवण्याच्या रणनीतीबाबत अमित शहा प्रशासकीय अधिकाऱ्यांची बैठक घेणार आहेत. त्याआधी जवानांनी नक्षल कारवाया तीव्र केल्या आहेत.