शहडोल। एमपी के शहडोल जिले से ‘लाड़ली बहना योजना’ का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. जहां ठगों ने खुद को बैगा विकास विभाग का अधिकारी बताया और सास-बहू को KYC कराने दस्तावेज मांगे. जिसके बाद उन्होंने खाते से हजारों रुपये पार कर दिए और फरार हो गए. पीड़ित सास-बहू की शिकायत पर पुलिस ने अज्ञात ठगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है.
दसअसल, यह मामला सिंहपुर थाना क्षेत्र का है. बताया जा रहा है कि 26 वर्षीय मीनू बैगा घर के बाहर पीएम आवास का मकान कंप्लीट होने पर उसका नाम लिखा था. जिससे ठगी के उद्देश्य से आए दो लोग पहले महिला का नाम पुकार के उसे बाहर बुलाया. फिर खुद को बैगा विकास विभाग का अधिकारी बताते हुए लाड़ली बहना योजना का लाभ दिलाने के नाम पर सास-बहू से उनके आधार कार्ड और राशन कार्ड जैसे आवश्यक दस्तावेज मांगे.
फिर KYC कराने के नाम पर अंगूठा लगवा लिया और खाते से 10 हजार 500 रुपये पार कर दिए. इस दौरान उनके मोबाइल पर पैसा ट्रांजेक्शन का मैसेज आया. जिसे ठगों ने फर्जी मैसेज बताकर तुरंत डिलीट करवा दिया और फरार हो गए. जब सास- बहू को शक हुआ तो वो बैंक में जाकर स्टेटमेंट निकलवाया. तब उन्हें ठगी का पता चला.
UP News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में शुक्रवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें दूल्हा-दुल्हन सहित एक ही परिवार के सात लोगों की मौत हो गई। यह हादसा देहरादून-नैनीताल हाईवे पर तब हुआ जब एक बेकाबू कार ने टैंपो को जोरदार टक्कर मारी, जिससे टैंपो खाई में गिर गया।
पुलिस के मुताबिक, धामपुर के तीवड़ी गांव के विशाल और खुशी, जो हाल ही में झारखंड में शादी करके लौट रहे थे, अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ घर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान, तेज रफ्तार कार ने टैंपो को टक्कर मार दी। हादसे में चार पुरुष, दो महिलाएं और एक बच्ची की मौके पर ही मौत हो गई।
टैंपो चालक, जो गंभीर रूप से घायल हुआ था, को अस्पताल ले जाया जा रहा था लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। मृतकों में दूल्हा-दुल्हन के अलावा दूल्हे के पिता, साढ़ू, उनकी पत्नी और बेटी शामिल हैं।
हादसे में कार सवार सोहेल और अमन बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस का मानना है कि यह दुर्घटना घने कोहरे के कारण हुई।
UP News In Hindi: लखनऊ उत्तर प्रदेशातील झाशी मेडिकल कॉलेजच्या चाइल्ड वॉर्डमध्ये शुक्रवारी रात्री घडलेल्या भीषण आगीच्या घटनेत 10 नवजात बालकांचा दुर्दैवी मृत्यू झाला, तर 16 लहान मुलं गंभीर जखमी झाली आहेत. ही दुर्घटना सुरुवातीला शॉर्ट सर्किटमुळे घडल्याचं सांगितलं जात होतं, पण प्रत्यक्षदर्शीच्या विधानांमुळे धक्कादायक माहिती समोर आली आहे.
झाशीच्या चीफ मेडिकल सुप्रिटेंडंट यांच्या माहितीनुसार, NICU वॉर्डमध्ये 54 मुलं उपचारासाठी दाखल होती. रात्री अचानक ऑक्सिजन कंसंट्रेटरमध्ये आग लागली आणि ऑक्सिजनने भरलेल्या वॉर्डमध्ये आगीने रौद्ररूप धारण केलं. विभागीय डीआयजींनी सांगितलं की, आगीवर नियंत्रण मिळवण्यात आलं असून जखमींना तत्काळ इतर रुग्णालयांमध्ये हलवण्यात आलं आहे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यांनी घटनेची दखल घेत 12 तासांच्या आत चौकशी अहवाल सादर करण्याचे आदेश दिले आहेत.
भगवान दास, हमीरपूर येथील एक नागरिक, ज्यांचा नातू NICU वॉर्डमध्ये होता, या दुर्घटनेच्या साक्षीदार ठरले. त्यांनी सांगितलं की, एका नर्सने ऑक्सिजन सिलिंडरच्या पाईपला जोडण्यासाठी काडीपेटी वापरली. काडी पेटताच वॉर्डमध्ये आगीचा भडका उडाला. भगवान दास यांच्या शब्दांत, "आग लागताच मी गळ्यातील कापड वापरून 3-4 मुलांना वाचवलं. इतर लोकांनीही मदतीचा हात पुढे केला."
या घटनेत वॉर्डमध्ये सुरक्षिततेच्या उपाययोजनांचा अभाव स्पष्ट दिसून आला. फायर अलार्म वाजला नाही, तसेच फायर एक्सटिंग्विशरची स्थिती अत्यंत खराब होती. घटनास्थळी आढळलेल्या सिलिंडरची एक्सपायरी डेट 2020 होती, म्हणजे चार वर्षांपूर्वीच ते निकामी झाले होते. ही बाब केवळ दाखवण्यासाठी सिलिंडर ठेवण्यात आल्याचा आरोप केला जात आहे.
Manipur News In Hindi: मणिपुर के जिरीबाम जिले में इंसानियत को झकझोर देने वाली घटना ने सबका दिल दहला दिया। तीन बच्चों की मां के साथ जिस क्रूरता से अत्याचार हुआ, उसने हर किसी की आत्मा को कंपा दिया। गुरुवार रात संदिग्ध उग्रवादियों ने इस मासूम महिला को ऐसी दर्दनाक मौत दी, जिसे बयां करते हुए भी रूह कांप उठती है।
7 नवंबर को एक तीन बच्चों की मां पर अत्याचार का मामला सामने आया। रिपोर्ट के अनुसार, संदिग्ध उग्रवादियों ने पहले महिला के साथ बलात्कार किया, फिर उसे ज़िंदा जला दिया। यह घटना सिर्फ यहीं नहीं रुकी, बल्कि हमलावरों ने उस क्षेत्र के कम से कम 20 घरों में भी आग लगा दी।
अटॉप्सी रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि महिला को जीवन के अंतिम पलों में भयानक यातना दी गई। रिपोर्ट में बताया गया कि उसे कीलों से ठोंका गया, और फिर शरीर को लगभग पूरी तरह जला दिया गया। रिपोर्ट में महिला की दाहिनी जांघ में घाव और बाईं जांघ में कील गढ़े होने का उल्लेख किया गया है। उसका शरीर 99% जल चुका था, और कुछ हड्डियों के टुकड़े भी पूरी तरह राख हो गए।
एफआईआर के अनुसार, उसके पति ने बताया कि अपराधियों ने उनके घर में प्रवेश किया और महिला के साथ क्रूरता की। उन पर घाटी में सक्रिय एक संगठन के सदस्य होने का संदेह है। उस रात, हमलावरों ने ज़ैरावन गाँव के 17 घरों में लूटपाट की और उन्हें आग के हवाले कर दिया।
इस घटना के बाद, फेरज़ावल और जिरीबाम की स्वदेशी जनजाति वकालत समिति ने केंद्र सरकार से कुकी-ज़ोमी-हमार समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है। चुराचांदपुर के आदिवासी समुदाय ने चेतावनी दी है कि अगर हमलावरों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो हालात और खराब हो सकते हैं।
Bhartiya Janganana 2025: भारत में हर दस साल में होने वाली जनगणना इस बार 13 साल बाद शुरू हो रही है। इस प्रक्रिया के तहत सरकार को देश की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को समझने और विकास योजनाओं को सही दिशा में आगे बढ़ाने में मदद मिलती है। महामारी के कारण 2021 में जनगणना को स्थगित कर दिया गया था, लेकिन अब 2024 के अंत तक यह प्रक्रिया फिर से शुरू हो रही है।
क्या आप जानना चाहते हैं कि इस बार जनगणना के दौरान आपको कौन-कौन से सवालों का जवाब देना होगा और कौन से दस्तावेज़ ज़रूरी होंगे? इस आर्टिकल में हम आपको जनगणना की पूरी प्रक्रिया, पूछे जाने वाले सवालों और आवश्यक दस्तावेज़ों के बारे में पूरी जानकारी देने वाले है. तो आइए जानते है.
भारत में जनगणना हर दस साल में एक बार होती है, और यह देश की सामाजिक-आर्थिक स्थिति को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 13 साल बाद, 2024 के अंत तक भारत में जनगणना की प्रक्रिया शुरू हो रही है, जो अगले डेढ़ साल तक चलेगी।
भारत में जनगणना की प्रक्रिया 1872 से शुरू हुई थी, और 2011 में इसकी आखिरी प्रक्रिया पूरी हुई थी। 2021 में जनगणना का प्रस्ताव था, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था। इस बार, 2024 के अंत तक जनगणना प्रक्रिया शुरू होने वाली है, और इसके परिणाम 2026 तक घोषित किए जाएंगे।
जनगणना के आंकड़े सरकार को विकास योजनाएं बनाने, सरकारी सेवाएं प्रदान करने, और अन्य महत्वपूर्ण निर्णय लेने में मदद करते हैं।
जब जनगणना के कर्मचारी आपके घर आएंगे, तो वे आपको कुछ महत्वपूर्ण सवाल पूछेंगे, जिनमें शामिल हो सकते हैं:
इसके अलावा, जनगणना के दौरान अन्य संबंधित सवाल भी पूछे जा सकते हैं।
जनगणना के दौरान कौन से दस्तावेज़ चाहिए होंगे?
जनगणना के दौरान आपको कोई विशेष दस्तावेज़ प्रस्तुत करने की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन आधार कार्ड और वोटर कार्ड जैसे पहचान पत्रों की आवश्यकता हो सकती है। जनगणना कर्मचारी आपके घर आएंगे और इन दस्तावेज़ों को देख सकते हैं, इसलिए इन्हें तैयार रखें।
क्या जनगणना से NRC या CAA का संबंध है?
कुछ लोग जनगणना के दौरान NRC (National Register of Citizens) और CAA (Citizenship Amendment Act) से जुड़ी शंका व्यक्त कर रहे हैं। हालांकि, केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया पूरी तरह से एक सामान्य और नियमित प्रक्रिया है, और इसका NRC या CAA से कोई संबंध नहीं है।
जनगणना के कर्मचारी आपके घर आएंगे और एक पुस्तक के माध्यम से सभी सवाल पूछेंगे, इसलिए आप निश्चिंत रहें और सही जानकारी प्रदान करें।
जनगणना के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर भी जा सकते हैं।
गांव चांदूपुर में हाल ही में एक बाघ की गतिविधियों ने ग्रामीणों के बीच दहशत का माहौल बना दिया है। बाघ जंगल से निकलकर आबादी के नजदीक पहुंच गया और एक पालतू गाय को शिकार बना लिया, जिससे ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई।
जानकारी के अनुसार, गांव निवासी दलजीत सिंह ने अपने घर के पास एक गाय बांध रखी थी। शनिवार शाम को जंगल से निकले एक बाघ ने गाय पर हमला कर दिया, जिसके कारण गाय की मृत्यु हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी। वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर आसपास के घरों के चारों ओर जाल लगा दिया ताकि बाघ रात्रि में घरों में प्रवेश न कर सके।
रविवार सुबह जब ग्रामीणों ने देखा तो गाय का शव वहां मौजूद नहीं था। खोजबीन करने पर शव गन्ने के खेत में अधखाया पड़ा मिला। वन विभाग की टीम ने बाघ के पैरों के निशान देखे और पाया कि बाघ अभी भी गन्ने के खेत में ही छिपा हुआ है।
टाइगर ट्रेकर कंधई लाल ने बताया कि उनकी टीम बाघ की गतिविधियों पर नज़र रख रही है और उच्च अधिकारियों को सूचना दी गई है। माला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रोबिन सिंह के अनुसार, बाघ को वापस जंगल में खदेड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। बाघ की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ है, और कई लोग डर के कारण घर से बाहर निकलने में भी हिचकिचा रहे हैं।
भोपाल। मध्य प्रदेश के भोपाल रेलवे स्टेशन में एक दर्दनाक घटना में 45 साल की महिला की मौत हो गई। चलती ट्रेन से उतरने के दौरान उसका पैर ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच में फंस गया। इस दौरान महिला ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच कुछ दूरी तक घिसटते हुए चली गई। जिससे उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
दरअसल, महिला को मालवा एक्सप्रेस में सवार होकर देवास जाना था, लेकिन वो गलती से जल्दबाजी में समता एक्सप्रेस पर सवार हो गई। ट्रेन में मौजूद पैसेंजर से जब उसने पूछा कि यह कौन से ट्रेन है? जिस पर उन्होंने समता एक्सप्रेस बताया।
जिससे उसे गलत ट्रेन में बैठने की जानकारी मिली। लेकिन तब तक ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली थी। महिला ट्रेन से उतरने का प्रयास करने लगी। इस दौरान उसका पैर फिसल गया और वह ट्रेन और प्लेटफार्म के बीच में फंस गई।
Pini Village: हिमाचल प्रदेशातील कुल्लू जिल्ह्यात स्थित पिनी गावातील एक अनोखी परंपरा देशभरात चर्चेचा विषय ठरली आहे. या गावातील महिलांना प्रत्येक वर्षी श्रावण महिन्यात पाच दिवस कपडे घालत नाहीत. यामागील कारण आणि परंपरेच्या गाभ्यात असलेली कथा तुम्हाला थक्क करणारी आहे.
पिनी गाव, ज्याचे स्थान हिमालयाच्या कुशीत आहे, आपल्या अनोख्या परंपरांसाठी ओळखले जाते. येथील एक अत्यंत आश्चर्यकारक परंपरा म्हणजे महिलांनी विशेष दिवसांमध्ये कपडे न घालण्याची. ही परंपरा शतकानुशतके चालत आली आहे आणि आजही तेच पाळले जाते.
आश्चर्याची बाब म्हणजे, स्त्रिया प्रत्येक श्रावण महिन्यात पाच दिवस कपडे घालत नाहीत. त्याऐवजी त्या लोकरीचे कपडे घालून अंग झाकतात. येथील लोक मानतात की, जर एखादी महिला या परंपरेला पाळत नाही, तर तिच्या कुटुंबाला कोणत्याही प्रकारचा अपघात किंवा वाईट घटना अनुभवावी लागते.
पिनी गावातील या परंपरेमागील एक प्राचीन कथा आहे. काही शतकांपूर्वी गावात एका राक्षसाचा आतंक होता. हा राक्षस चांगले कपडे घाललेल्या महिलांना पळवून नेत असे. त्याच्या अत्याचारांपासून सुटका मिळवण्यासाठी गावातील देवतेने त्याच्या वधाची योजना केली आणि त्या राक्षसाचा संहार केला. तेव्हापासून, हि परंपरा सुरु झाली आणि श्रावण महिन्यात पाच दिवसांत कपडे घालत नाही.
त्यानंतर आता ही परंपरा बदलली आहे, परंतु अजूनही काही महिलांना ती पाळतात. आता, काही महिलाही पाच दिवस पूर्णपणे कपडे न घालता फक्त हलक्या कपड्यांमध्ये घरात राहतात. या काळात पुरुष आणि महिलां हे एकमेकांपासून वेगळे असतात. पती-पत्नी देखील या पाच दिवसांत एकमेकांना भेटत नाहीत.
हा उत्सव केवळ महिलांसाठीच नाही, तर पुरुषांसाठी देखील काही नियम आहेत. या कालावधीत, पुरुष मांसाहार, मासे, दारू पिणे किंवा इतर काही अशुद्ध पदार्थांचा सेवन करू शकत नाहीत. या सणाला अत्यंत पवित्र मानले जाते आणि त्यासाठी बाहेरून कोणत्याही व्यक्तीला गावात प्रवेश करण्याची परवानगी सुद्धा राहत नाही.
Railway News: भारत में ट्रेन से यात्रा करना हर दिन लाखों लोगों का रोज़ाना का हिस्सा है। इसकी मुख्य वजह है सस्ता किराया और आरामदायक सफर। हालांकि, पिछले कुछ समय से ट्रेन हादसों में भी वृद्धि देखी जा रही है। कभी ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतर जाते हैं, तो कभी जानबूझकर ट्रेन को पलटाने की साजिशें रची जाती हैं। ऐसे हादसों ने यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों दोनों के लिए खतरा बढ़ा दिया है।
इसी बीच, बिहार के बेगूसराय जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। बरौनी जंक्शन पर एक रेलवे कर्मचारी की दर्दनाक मौत हो गई। यह हादसा तब हुआ जब रेलवे कर्मचारियों को शंटिंग के दौरान इंजन बदलने का काम सौंपा गया था। जानकारी के मुताबिक, मृतक रेलवे कर्मचारी अमर कुमार राउत (35) अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इंजन और बोगी के बीच कपलिंग खोल रहे थे, तभी इंजन पीछे की तरफ बढ़ा और वह उसके नीचे आ गए।
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यह हादसा 15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर हुआ। ट्रेन को शंटिंग में ले जाने के लिए इंजन बदला जा रहा था, और अमर कुमार को इस काम की जिम्मेदारी दी गई थी। वह कपलिंग खोलने के दौरान इंजन और बोगी के बीच घुस गए थे, लेकिन अचानक इंजन पीछे बढ़ा और वह दब गए। मौके पर ही उनकी दर्दनाक मौत हो गई।
इस घटना के बाद प्लेटफार्म पर मौजूद अन्य रेलवे कर्मचारियों ने शोर मचाया, लेकिन ड्राइवर ने इंजन को पीछे करने की बजाय उसे आगे की ओर बढ़ा लिया। इसके बाद मृतक के शव को दो घंटे बाद इंजन और बोगी के बीच से निकाला गया। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद रेलवे अधिकारियों ने घटना की जांच शुरू कर दी है और पूर्व मध्य रेलवे के जीएम ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच का आदेश दिया है।
नोएडा. नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर भीषण सड़क हादसा हुआ है. जहां एक तेज रफ्तार कार सीधे खड़े ट्रक में जा घुसी. हादसे में 5 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. घटना के बाद इलाके में हड़ंकप मच गया है. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गई है.
बता दें कि एक ही परिवार के 5 लोग कार में सवार होकर नोएडा से परी चौक की ओर जा रहे थे. इसी दौरान कार खड़े एक खराब ट्रक में पीछे से जा घुसी. हादसा इतना भयानक था कि कार के परखच्चे उड़ गए. मौके पर ही 5 लोगों की जान चली गई. हादसे के वक्त कार में 3 महिलाएं और 2 पुरुष सवार थे. पूरी घटना ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क थाना क्षेत्र की है.
वहीं हादसे की वजह कार का तेज रफ्तार होना बताया जा रहा है. घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई. मौके पर मौजूद लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. पुलिस ने सभी शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया.
Gujarat Viral News: गुजरात के अमरेली जिले के पदारसिंह गांव में एक किसान ने अपनी पुरानी कार का अनोखे तरीके से अंतिम संस्कार किया, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया है। संजय पोलरा नाम के इस किसान ने अपनी 12 साल पुरानी वैगनआर कार का भव्य समारोह के साथ अंतिम संस्कार किया, जिसमें लगभग 1,500 लोग, जिसमें संत, आध्यात्मिक नेता और ग्रामीण शामिल थे, मौजूद रहे।
इस आयोजन पर पोलरा परिवार ने लगभग 4 लाख रुपये खर्च किए। कार को फूलों और मालाओं से सजाया गया और एक खेत में ले जाया गया, जहां पहले से ही 15 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था। पूजा और मंत्रोच्चार के बाद कार को विधिपूर्वक गड्ढे में उतारा गया और गुलाब की पंखुड़ियों से विदाई दी गई।
संजय पोलरा ने इस कार को परिवार के लिए 'भाग्यशाली' मानते हुए इसे बेचे बिना अपने खेत में समाधि देने का निर्णय लिया। पोलरा ने बताया कि इस कार ने उनके परिवार को सुख-समृद्धि और व्यवसाय में सफलता दिलाई, इसलिए उन्होंने इसे सम्मान के साथ विदाई देने का फैसला किया।
आयोजन में शामिल लोगों के लिए भोज का भी आयोजन किया गया, जिसमें लगभग 1,500 लोगों ने भोजन ग्रहण किया। इस अद्भुत आयोजन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और यह अनोखी श्रद्धांजलि लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है।
Gang Rape: सांगलीतील विश्रामबाग परिसरात एक धक्कादायक घटना समोर आली आहे. मूल होत नसल्याच्या अंधश्रद्धेचा शिकार झालेल्या विवाहितेवर तिच्या पती, दिर आणि अर्जुनवाड (ता. शिरोळ) येथील एक मांत्रिकाने शुद्धीकरणाच्या नावाखाली सामूहिक बलात्कार केला. या घटनेने परिसरात खळबळ उडाली असून, विश्रामबाग पोलिसांनी या गंभीर प्रकरणाची दखल घेतली आहे.
पोलिसांच्या माहितीनुसार, पंढरपूर तालुक्यातील एका तरुणीचे विवाह सांगलीतील एक सुशिक्षित कुटुंबातील तरुणाशी झाले होते. परंतु, मूल होत नसल्यामुळे तिचा शारीरिक आणि मानसिक छळ सुरू झाला. अंधश्रद्धेच्या प्रभावाखाली घरातील सदस्यांनी विविध बुवांशी संपर्क साधला आणि त्यांना घरात आणून बुवाचे पाय धुवून पाणी प्यायला लावले जात होते. 'शुद्धीकरण' करण्याचा दावा करत होते, पण त्याच वेळी त्या तरुणीचा छळही सुरू राहिला.
धक्कादायक घटनाक्रम एक महिन्यापूर्वी घडला, जेव्हा पीडितेच्या सासरच्यांनी अर्जुनवाड येथील बुवा काशिनाथ उगारे याच्याकडून मदतीची मागणी केली. त्यानंतर, बुवाने त्यांना सांगितले की त्यांची सून 'अपशकुनी' आहे आणि तिचे शुद्धीकरण करणे आवश्यक आहे. दुसऱ्या दिवशी विश्रामबाग येथे बुवा उगारे पीडित पीडितेच्या घरी आला. पूजा झाल्यानंतर पीडितेला अंगोळ करण्यास सांगितले. आणि त्यानंतर शुद्धीकरण करण्याच्या बहाण्याखाली पती, दीर आणि बुवा काशिनाथ यांनी पीडितेवर सामूहिक बलात्कार केला.
या घटनेनंतर पीडिता माहेरी गेली आणि काही दिवस ती शोकाकूल अवस्थेत रडत राहिली. अखेर, तिच्या आईने तिला विचारले आणि तिने तिच्यावर झालेल्या अत्याचाराची संपूर्ण हकीकत सांगितली. पीडितेच्या कुटुंबीयांना हा धक्का बसला आणि त्यांनी तात्काळ विश्रामबाग पोलिस ठाण्यात तक्रार केली.
पोलिसांनी जादूटोणा प्रतिबंधक कायद्याअंतर्गत पती, दीर, सासू, सासरे आणि बुवाविरुद्ध गुन्हा दाखल केला.
मघ्यप्रदेश मे 1 करोड 29 लाख लाडली बहनो को 9 नवम्बबर यानि आज डॉ मोहन यादव देंगे सौगात। 1250 रू कि राशि सिधे लाडली बहनाओ के खाते मे होंगे टृांस्फर
यह राशि इंदौर से 1574 करोड की राशि बहनो के खाते मे टृांस्फर करेंगे साथ हि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना की राशि भी हितग्राही के खातो मे टृांस्फर करेंगे
सी एम डॉ मोहन यादव उज्जवला योजना के तहत एल पी जी गैस कनेक्शन धारी उपभोगताओ और गैर उज्जवला योजना श्रेणी की लाडली बहनाओ को 450 रू मे गैस सिलेन्डर की 3 महिने की अनुदान राशि भी टृांस्फर करेंगे ।
Chandrapur News: गोंडपिपरी तालुक्यातील पारगाव येथे एक खळबळजनक घटना घडली आहे. चारित्र्यावर संशय घेत पतीने आपल्या वृद्ध पत्नीची लाकडी दांड्याने मारहाण करून हत्या केली. गुरुवार, दिनांक 7 रोजी सायंकाळी 6 वाजताच्या सुमारास ही घटना घडली. मृतक महिलेचे नाव सुमित्रा नारायण आलाम (65) असे आहे. आरोपी पती नारायण आलाम याला पोलिसांनी अटक केली आहे.
नारायण आलाम याचा एक मुलगा, सून व दोन नातवांसह छोटा परिवार आहे. त्याचा एक मुलगा शिक्षणासाठी बाहेर असतो. नारायण याला दारूचे व्यसन असल्यामुळे, तो पत्नी सुमित्राच्या चारित्र्यावर संशय घेऊन वारंवार तिला मारहाण करायचा. गुरुवारी संध्याकाळी सुमित्रा भांडी घासत असताना, नारायणने तिच्यावर पाठीमागून लाकडी दांड्याने हल्ला केला, ज्यात तिचा जागीच मृत्यू झाला.
या घटनेनंतर मृतकाची सून अल्का आलाम हिने पोलिसांत तक्रार दाखल केली. गोंडपिपरी पोलिसांनी भारतीय न्याय संहिता 103 (1) बीएनएस अंतर्गत गुन्हा नोंदवून आरोपीला अटक केली असून, पुढील तपास ठाणेदार हत्तीगोटे यांच्या नेतृत्वाखाली सुरू आहे.
Husband Wife Fight: दुनिया में पति-पत्नी के बीच झगड़े होना एक सामान्य बात है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक पति-पत्नी की लड़ाई का असर भारतीय रेलवे पर भी पड़ा? यह एक अजीब और चौंकाने वाली घटना है, जिसमें रेलवे को करोड़ों का नुकसान हुआ।
यह घटना विशाखापट्टनम के एक स्टेशन मास्टर और उनकी पत्नी के बीच के झगड़े से जुड़ी है। कुछ समय से इन दोनों के बीच कहासुनी चल रही थी। एक दिन स्टेशन मास्टर को ड्यूटी के दौरान अपनी पत्नी का फोन आता है, और दोनों के बीच फिर से विवाद शुरू हो जाता है। एक हाथ में वह ऑफिस के फोन पर बात कर रहे थे, जबकि दूसरे हाथ में वह अपनी पत्नी से मोबाइल पर बातें कर रहे थे। पति ने अपनी पत्नी से कहा कि वह ड्यूटी पर हैं और बाद में घर जाकर बात करेंगे, लेकिन बातचीत के बीच में कुछ और बहस हो गई। अंत में पत्नी ने कहा, "घर आओ फिर बात करते हैं," और पति ने बस एक शब्द कहा, "OK"।
अब, यही 'OK' शब्द उनके लिए परेशानी का कारण बन गया। स्टेशन मास्टर का सहकर्मी, जो दूसरे स्टेशन पर तैनात था, इस 'OK' को अपने लिए समझा और ट्रेनों को रवाना करने का ग्रीन सिग्नल दे दिया। लेकिन वह जानता नहीं था कि यह 'OK' स्टेशन मास्टर ने अपनी पत्नी से बात करते हुए बोला था। नतीजतन, ट्रेनों को उस रूट पर रवाना कर दिया गया जो प्रतिबंधित था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस गलती के कारण रेलवे को लगभग तीन करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
रेलवे ने इस घटना के बाद स्टेशन मास्टर पर सख्त कार्रवाई की और उसे सस्पेंड कर दिया। लेकिन इस घटना के पीछे की असल वजह कुछ और थी। स्टेशन मास्टर ने आरोप लगाया कि उसकी पत्नी अपने प्रेमी के संपर्क में थी। उसने अपनी पत्नी के प्रेमी के बारे में ससुराल वालों से शिकायत की, और उन्हें आश्वासन मिला कि वह भविष्य में अपने प्रेमी से बात नहीं करेगी। लेकिन इसके बावजूद, पत्नी ने अपने आशिक से संपर्क जारी रखा। इस मामले के बढ़ने पर, स्टेशन मास्टर को अपनी पत्नी से तलाक लेना पड़ा और साथ ही नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा।
डाटा इंट्री ऑपरेटर नियोजन(D.E.O.) हेतु ऑनलाइन आवेदन सूचना
सेंट्रल रुरल अर्बन इमपलॉयमेंट कॉर्पोरेशन (CRUEC Mission) के माध्यम से बिहार,राजस्थान और मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिलों के विभागों /कार्यालयों/निकायों के अधियाचनाओ के विरुद्ध संविदा के आधार पर पाँच वर्षों के लिए डाटा इंट्री ऑपरेटर की सेवा उपलब्ध करायी जाती है | ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि दिनांक 07/11/2024
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