Wardha News: पैसे का लालच देकर ठगी के मामले नए नहीं हैं, लेकिन कई बार पढ़े-लिखे लोग भी इसके शिकार बन जाते हैं। वर्धा के आर्वी तालुका के वर्ध मनेरी गांव में रहने वाले डॉ. नीलेश राऊत और डॉ. प्रीति राऊत का वर्धा के कारला चौक में एक दंत चिकित्सालय है. इस दंपत्ति ने जल्दी अमीर बनने के चक्कर में ठगी का रास्ता अपनाया और कई लोगों को आर्थिक रूप से ठग लिया.
डॉ. राऊत दंपत्ति ने लोगों को निवेश पर दोगुना पैसा लौटाने का लालच देना शुरू किया। इसके लिए उन्होंने पंजाब, कोलकाता, मुंबई, ठाणे, वर्धा और अन्य शहरों में अपना जाल बिछाया. कई लोग उनके झांसे में आ गए, जिनमें उनके रिश्तेदार और अन्य लोग भी शामिल थे. इस मामले की शिकायत नागपुर की आर्थिक अपराध शाखा में दर्ज की गई. शाखा की टीम ने डॉ. प्रीति राऊत को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उनके पति फरार हैं.
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दहिसर के विराज सुहास पाटिल इस घोटाले का मास्टरमाइंड है. वर्धा के सुरज सावरकर के साथ मिलकर पाटिल ने 'नाइन अकैडमी' नाम की कंपनी बनाई. वे लोगों को शेयर बाजार और क्रिप्टो करेंसी में निवेश का प्रशिक्षण देने का झांसा देते थे. एक बार लोग फंस जाते तो 5 से 15 प्रतिशत का रिटर्न देने का लालच दिया जाता. इसके लिए ऑनलाइन फॉरेक्स ट्रेडिंग में निवेश करने को कहा जाता था.
डॉ. प्रीति और डॉ. नीलेश ने भी वर्धा के होटलों में सेमिनार आयोजित किए और लोगों को बहकाया. मास्टरमाइंड विराज पाटिल पर कोलकाता ईडी ने केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया.
सावरकर की सलाह पर नागपुर के व्यापारी विक्रम बजाज ने निवेश किया, जिसके बाद कई और लोगों ने भी पैसा लगाया। आरोपियों ने निवेशकों से डमी कंपनी के बैंक खातों में पैसे जमा करने को कहा. शुरुआत में मुनाफा दिखाया गया, जिससे लोगों ने और ज्यादा पैसे निवेश किए. बाद में जब निवेशक पैसे निकालने गए तो उन्हें कुछ नहीं मिला. ठगी का एहसास होने पर बजाज ने पुलिस में शिकायत की.
इस ठगी की रकम करीब ढाई करोड़ रुपए बताई जा रही है. इस मामले में सुरेंद्र सावरकर, प्रियंका खन्ना जालंधर, पी. आर. ट्रेडर्स के प्रिन्सकुमार, एमआर ट्रेडर्स के राकेश कुमार सिंह, टीएम ट्रेडर्स के अमन ठाकुर, आरके ट्रेडर्स के राहुल कुमार अकेला, ठाणे की मिलन एंटरप्राइजेज और कोलकाता की ग्रीनवैली एग्रो के निदेशक आरोपी हैं. डॉ. प्रीति को गिरफ्तार कर पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है.
Success Story In Hindi: दोस्तों बीना Beena Tamta की कहानी शुरू होती है उत्तराखंड के बागेश्वर के बोलना नाघेर गांव से, जहां लड़कियों के घर से बाहर निकलने पर सवाल उठाए जाते हैं. अपने सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने ना सिर्फ समाज से लड़ाई लड़ी, बल्कि आर्थिक तंगी का टाइम देखा। लेकिन आज पहाड़ की इस बेटी की एक पहचान बन चुकी है.
बरसात में पहाड़ी रास्ते कीचड़ से भरे होते हुए भी नीले कलर की एक स्कूटी लेकर बीना घर के बाहर आकर रुकती है. स्कूटी चला रही बीना अपना हेलमेट निकलती है और सीट के आगे रखा अपना बैग उठाकर घर का दरवाजा खटखटाती है. दरवाजा खुलता है बीना अपने बैग से कुछ सामान निकालकर देती है और बदले में मिले रुपए अपनी जेब में रखते हुए स्कूटी स्टार्ट कर के आगे निकल जाती है. सुबह 8 बजे से लेकर शाम के करीब 5-6 बजे तक हर दिन बीना का यही काम है. वो अपनी स्कूटी से पहाड़ के उन गांवों में रोज के जरूति के सामान की डिलीवरी करती है, जहां के रास्ते मुश्किलों से भरे हैं.
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सिर्फ 24-25 साल की 'स्कूटी वाली मार्केटिंग मैनेजर' इस लड़की का नाम है Beena Tamta. उत्तराखंड के बागेश्वर में बोलना नाघेर की रहने वाली बीना नेको साबित करके दिखाया है. Physics, Chemistry and Biology विषयों के साथ इंटरमीडिएट की पढ़ाई कर चुकीं बीना ने जब देखा कि पहाड़ों में कुछ इलाके ऐसे हैं, जहां कुछ जरुरी ऑनलाइन सामान नहीं पहुंचता, तो उन्हें अपने स्टार्टअप के लिए एक जबरदस्त आइडिया मिल गयी। बीना ने अपनी स्कूटी के जरिए इन इलाकों में सामान पहुंचाने की ठान ली.
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बीना के परिवार में माता-पिता के अलावा उनकी 3 बड़ी बहनें और 1 छोटा भाई है। तीनों बहनों की शादी लायक हो चुकी है और पिता खेती-बाड़ी करके अपना परिवार चलाते हैं। पढ़ाई में शुरू से ही तेज रहीं Beena Tamta का मन था कि 12वीं के बाद वो बी. फार्मा की डिग्री लें, लेकिन फीस बहुत ज्यादा थी और घर के हालात इतने ख़राब थे की उन्हें अपने मन को मारना पड़ा. कुछ दिन बाद Beena Tamta ने रुद्रपुर के सिडकुल में एक कंपनी में काम करना शुरू कर दिया. और उनके परिवार ने इसका विरोध किया और कहा कि वो नहीं चाहते कि उनकी बेटी काम के लिए घर से बाहर जाए.
हालांकि, Beena Tamta का मन अपना कुछ स्टार्टअप शुरू करने का था. वर्ष 2017 में उन्होंने online products पर काम करना शुरू किया. बीना ने उन इलाकों को जाना, जहां ऑनलाइन सामान नहीं पहुंच पाता था. अपने छोटे से बजट के साथ उन्होंने रोज लगने वाला सामान खरीदा और स्कूटी के जरिए उन इलाकों में उसे बेचना चालू कर किया। अपने स्टार्टअप को आगे ले जाने के लिए बीना ने WhatsApp के catalog feature का इस्तेमाल किया और उसके बाद उन्हें ऑर्डर मिलने लगे. सामान की डिलीवरी करते समय बीना हर दिन लगभग 150 किलोमीटर का सफर करती हैं. सुबह घर से निकलने के बाद उनका दुकान, ऑफिस और खाना खाने का ठिकाना. पहाड़ के रास्ते और उनकी स्कूटी ही है.
Beena Tamta के पास आज अपने कस्टमरों का एक मार्केट है, जो भरोसे के साथ उनसे सामान खरीदते हैं। हालांकि, उनकी इस कोशिश में बहुत सारी मुश्किलों सामना भी करना पड़ा न जाने कई बार उन्हें आस-पड़ोस के लोगों के ताने देते थे लोग उनके पिता से लोग कहते थे कि बेटी को इस तरह छूट देना ठीक नहीं. लेकिन बीना के पिता अपनी बेटी के फैसले में उसके साथ खड़े थे. सामान की डिलीवरी के साथ-साथ वो 'Beena Uk02 The Queen Of Marketing' नाम से अपना YouTube channel भी चलाती हैं। Beena Tamta चाहती हैं कि उनकी इस कोशिश को अगर सरकारी तौर पर मदद मिलती है तो वो पहाड़ की दूसरी महिलाओं को भी रोजगार दे सकती हैं। Beena Tamta का सपना है कि एक दिन उनकी अपनी एक website हो, जहां से वो बाहर के इलाकों में भी सामान की डिलीवरी कर सके.
Success Story: मुंबई की रहने वाली Cheenu Kala ने अपनी जिंदगी में काफी सारे उतार-चढ़ाव देखे हैं. वो Rubans Accessories की संस्थापक हैं. 2014 में उन्होंने Rubans Accessories कंपनी की नींव रखी थी। लेकिन, उसके जिंदगी में वो भी दिन आए जब चीनू घर-घर चाकू-छुरी बेचा करती थीं.
आज चीनू काला सफल बिजनेसवुमन Successful Businesswoman हैं. उनकी जिंदगी की कहानी संघर्ष और हौसले का जीता-जागता उदाहरण है. केवल 15 साल की उम्र में मुश्किलों का सामना करते हुए उन्होंने कुछ कपड़ों और 300 रुपये के साथ अपना घर छोड़ दिया था. कई रातें चीनू कालान रेलवे स्टेशन पर सोईं। लेकिन, कभी अपने सपनों से संजोता नहीं किया. जोचीनू काला कभी घर-घर जा कर चाकू-छुरी बेच रोज के 20-40 रुपये कमाती थीं, आज वो Rubans Accessories की मालकिन हैं। ये कंपनी करोड़ों की है। तो दोस्तों आइए, आज चीनू की सफलता के बारे में जानते हैं.
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चीनू का सफर तब शुरू हुआ जब उन्होंने सिर्फ 15 साल की उम्र में 10 कक्षा की पढ़ाई के दौरान घर छोड़ दिया था. केवल 300 रुपये और कपड़ों के एक बैग के ले कर निकलीं चीनू काला कई बार रेलवे स्टेशन पर सोया करती थीं. घर की समस्याओं के बावजूद उन्होंने अपना रास्ता बनाने की ठान रखी थी. चीनू काला ने कमाई के लिए छोटी शुरुआत की. घर-घर जाकर चाकू-छुरी और कोस्टर बेचा करती थी। इससे उनकी रोज की कमाई 20-40 रुपये हो जाती थी। लेकिन, उन्होंने हार नहीं मानी. और एक दिन उनकी मेहनत रंग लाई। 2014 में उन्होंने बेंगलुरु के एक छोटे से मॉल में 'Rubans Accessories' की शुरुआत की.
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चीनू काला की कड़ी मेहनत और लगन से Rubans Accessories ने सफलता हासिल की है. आज Rubans Accessories 40 करोड़ रुपये का कारोबार करती है। ये 10 लाख से ज्यादा Accessories बेच चुकी है.
इतनी सफलता के बाद भी चीनू काला आज भी जमीन से जुड़ी हुई हैं। वो अपने पति और बेटी के साथ बेंगलुरु में एक आलीशान घर में रहती हैं। BMW 5 Series car चलाने के भी वो आज भी 15-15 घंटे काम करती हैं. अपनी कंपनी Rubans Accessories को और आगे ले जाने के लिए समर्पित हैं.
चीनू काला का सपना है कि साल के अंत तक Rubans Indian fashion jewellery market. 25% प्रतिशद हिस्सेदारी हासिल कर ले. उनका लक्ष्य महत्वाकांक्षी है, लेकिन उनकी कहानी साबित करती है कि दृढ़ संकल्प और अटूट हौसले से दुनिया में कुछ भी हासिल किया जा सकता है.
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सोने की कीमत महीने की शुरुआत में सोने के बाजार में बड़ी हलचल देखने को मिली है। शनिवार को बाजार खुलते ही सोने की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे उपभोक्ताओं को काफी राहत मिली। इस गिरावट से सोना और चांदी दोनों ही थोड़े सस्ते हो गए हैं। आइए आज इन बदलावों पर विस्तार से नजर डालते हैं।
सोने की कीमतों में मौजूदा ऊंचाई से करीब 55,000 रुपये की गिरावट आ चुकी है। यह खबर निश्चित रूप से उन ग्राहकों के लिए एक अच्छी खबर है जो सोना खरीदना चाहते हैं। ग्राहकों को आज अब तक के उच्चतम स्तर से सस्ते दाम पर सोना खरीदने का मौका मिलेगा।
महत्वपूर्ण बात यह है कि सोने की दरें अलग-अलग जिलों में अलग-अलग हो सकती हैं। इसलिए ग्राहकों को अपने जिले में नई दरों की जांच करनी चाहिए। स्थानीय बाजार में कीमतें जानने के लिए नजदीकी सर्राफा से जांच करना उचित होगा।
सोना खरीदते समय ध्यान रखने योग्य एक महत्वपूर्ण बात है। सुनार हमेशा पूछते हैं कि आपको 22 कैरेट सोना चाहिए या 24 कैरेट। उपभोक्ताओं को इस प्रश्न के महत्व को समझने की जरूरत है। 22 कैरेट सोना: यह 91.7% शुद्ध होता है और इसका उपयोग ज्यादातर आभूषण बनाने के लिए किया जाता है। 24 कैरेट सोना: यह 99.9% शुद्ध है, लेकिन आभूषणों के लिए इसका उपयोग कम होता है क्योंकि यह नरम होता है। उपभोक्ताओं को अपनी जरूरत के हिसाब से सही कैरेट सोने का चयन करना चाहिए।
मौजूदा कीमत में गिरावट का फायदा उठाते हुए, कई उपभोक्ता सोना खरीदने के लिए बाजार की ओर दौड़ रहे हैं। हालांकि, जानकारों के मुताबिक सोने की कीमत में अभी और गिरावट आने की संभावना है। इसलिए ग्राहकों को बिना जल्दबाजी किए बाजार के उतार-चढ़ाव को देखकर फैसला लेना चाहिए।
सोने की कीमतों में इस गिरावट के साथ-साथ, कुछ अन्य महत्वपूर्ण आर्थिक ख़बरें भी हैं जिन पर नज़र रखनी चाहिए:
1) घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतें कम हो गई हैं और नई दरों की घोषणा कर दी गई है।
2) बैंकों ने सेविंग बैंक अकाउंट के नियमों में बदलाव किया है और नए नियम आज से लागू हो गए हैं।
3) कुछ राज्यों ने लड़कियों को मुफ्त स्कूटी देने की योजना की घोषणा की है।
4) शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत हितग्राहियों के खाते में राशि जमा की जा रही है।
सोने की कीमतों में यह गिरावट उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद हो सकती है। हालांकि, खरीदारी से पहले स्थानीय बाजार दरों, सोने की शुद्धता और भविष्य में संभावित उतार-चढ़ाव पर विचार करना महत्वपूर्ण है। साथ ही अन्य वित्तीय निर्णय लेते समय वर्तमान बदलती स्थिति पर भी विचार करना चाहिए। अंत में, कोई भी वित्तीय निर्णय लेते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह लंबे समय में फायदेमंद होगा।
YTM business plan in hindi: दोस्तों, आज मैं आपको एक ऐसी इंडस्ट्री के बारे में बताने जा रहा हूं जिसने पिछले दो सालों में भारत में धूम मचा दी है। इस कंपनी का नाम है YTM (याशीका ट्रेडिंग एंड मार्केटिंग)। यह कंपनी लगभग दो सालों से पूरे भारत में तेजी से बढ़ रही है और इसका सबसे बड़ा कारण है YTM के प्रोडक्ट्स। आइए जानते है इस ब्लॉग में YTM business plan के बारे में. इस ब्लॉग पोस्ट को अलॉट तक पढ़िए क्योकि लास्ट में ytm business plan pdf को डाउनलोड करने का ऑप्शन मिलेगा
YTM कंपनी की शुरुआत 30 नवंबर 2015 को रायपुर, छत्तीसगढ़ से हुई थी। कंपनी के सीएमडी मिस्टर कमल नारायण साहू हैं और कंपनी के फाउंडर लीडर मिस्टर मुकुंद चतुर्वेदी हैं। प्रोडक्ट कैटिगरी की बात करें तो कंपनी हेल्थ केयर और ब्यूटी केयर प्रोडक्ट्स पर कार्य करती है.
YTM में इनकम करने के लिए सबसे पहले आपको एक स्पॉन्सर के साथ अपने आप को डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में रजिस्टर करना होगा। इसके बाद अपनी आईडी को एक्टिवेट करने के लिए चार एक्टिवेशन पैकेज में से किसी एक का चुनाव करके अपनी आईडी ग्रीन कर लीजिए. आइए जानते हैं एक्टिवेशन पैकेज के बारे में.
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Success Story : IIT-कानपुर के छात्र रहने वाले अंकुश सचदेवा की कहानी लाखों-लाख युवाओं को प्रेरित करती है। उन्होंने 17 बार स्टार्टअप शुरू करने की कोशिश की। लेकिन, हर बार असफल रहे। उन्होंने हार न मानते हुए 18वीं बार फिर से कोशिश की और शेयरचैट ShareChat नाम की कंपनी बनाई। येआज कई हजार करोड़ रुपये की कंपनी बन चुकी है। शेयरचैट ShareChat एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म Social Media Platform है जो छोटे शहरों और कस्बों के लोगों को जोड़ने का काम करता है।
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IIT ग्रेजुएट्स अपनी दूरदृष्टि, कड़ी मेहनत और अलग सोच के लिए जाने जाते हैं। अक्सर उन्हें बड़ी कंपनियां ज्यादा वेतन पर नौकरी पर रखती हैं। आज दुनिया की कई बड़ी टेक कंपनियों tech companies का नेतृत्व IIT graduates ही कर रहे हैं। हालांकि, ज्यादातर IIT छात्र अच्छी सैलरी वाली नौकरियां पसंद करते हैं। लेकिन, कुछ लोग होते है जो अपना खुद का बिजनेस शुरू करते हैं। ऐसे ही एक IIT graduate Ankush Sachdeva है। उनका सपना अपना था बिजनेस शुरू करने का.
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अंकुश सचदेवा Ankush Sachdeva ने IIT कानपुर से Computer Science में B.Tech किया। ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने अपनी पहली कंपनी शुरू की। लेकिन, असफल रहे। फिर उन्होंने हार न मानते हुए एक और कंपनी शुरू की। हालांकि, वो भी फ्लॉप रही। इस तरह से उन्होंने कुल 17 स्टार्टअप शुरू किए लेकिन सभी के साथ नाकामी का सामना करना पड़ा।
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18वीं बार किस्मत ने अंकुश का साथ दिया। उन्होंने शेयरचैट ShareChat कंपनी की शुरुआत की। शेयरचैट ShareChat एक ऐसा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म social media platform है जो खासतौर पर भारतीय लोगों के लिए बनाया गया है। ये प्लेटफॉर्म 15 भाषाओं में उपलब्ध है। इनमें Hindi, Malayalam, Gujarati, Marathi, Punjabi, Telugu, Tamil, Bengali, Oriya, Kannada, Assamese, Haryanvi, Rajasthani, Bhojpuri and English शामिल हैं। अंकुश सचदेवा ने महसूस किया कि भारत के छोटे शहरों और कस्बों के लोगों को जोड़ने के लिए एक ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की जरूरत है जो उनकी भाषा में हो। यही वजह है कि शेयरचैट ShareChat को इतनी ज्यादा सफलता मिली।
Ankush Sachdeva ने अपनी स्कूली शिक्षा सोमरविले स्कूल से पूरी की। इसके बाद उन्होंने IIT कानपुर से कंप्यूटर साइंस में B.Tech किया। 2015 में ग्रेजुएशन करने से पहले उन्होंने मई से जुलाई 2014 तक Microsoft में इंटर्नशिप भी की। 17 बार स्टार्टअप शुरू करने में असफल होने के बाद अंकुश ने अपने दो IIT दोस्तों Farid Ahsan and Bhanu Singh के साथ मिलकर शेयरचैट ऐप ShareChat app लॉन्च किया। यह ऐप अक्टूबर 2015 में लॉन्च हुआ था। जून 2022 तक शेयरचैट ShareChat app की वैल्यू लगभग 5 अरब डॉलर यानी 40,000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो चुकी थी।
Zomato Share Price : गए दो दिन से इस बात की चर्चा है की Zomato Paytm का टिकट और मूवी बिजनेस को खरीदने संभावना है. इस खबर की अभी पुष्टि भी हुई है. जुमतो को कंफर्म किया है की वो Paytm के साथ बात चित कर रहा है.
Exchange को Zomato की ओर से बताया गया है की हम Paytm के साथ इस ट्रांजक्शन के बारे में बातचित कर रहे है. दीपेंद्र गोयल की अगुवाई वाली कहाँ है की हम अभी तक किसी भी अंतिम फैसले पर नहीं पहुँच पाए है. वहीं दूसरी ओर से Paytm ने बातचीत को लेकर जानकारी शेयर बाजार को दी है. हालांकि Paytm ने Zomato का नाम नहीं लिया है. Paytm अपना पूरा फोकस पेमेंट्स और फाइनेंशियल सर्विसेस पर रखा है.
Bloomberg ने इससे पहले अपनी रिपोर्ट में दवा किया था की Paytm अपना टिकट और मूवीज बिजनेस Zomato को बेच सकता है. Paytm को ये कदम सेल्स घटने के कारन उठाना पद रहा है. Paytm के लिए गए कुछ महीने अच्छे नहीं रहें है.
Zomato के शेयर में शुक्रवार को 0.7 % प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 186. 19 रुपए के लेवल पर बंद हुए. जोमाटो के शेयरों की कीमतों में इस साल अबतक 50 % प्रतिशत की तेजी देखने को मिली।
Success story of Aarushi Agarwal: सक्सेस होने के लिए कई बार हमें बड़े रिस्क उठाने पड़ते हैं। गाज़ियाबाद की आरुषी अग्रवाल ने एक करोड़ रुपये की नौकरी का ऑफर ठुकरा दिया और सिर्फ एक लाख रुपये की पूंजी से अपना बिज़नेस शुरू किया। उनकी मेहनत और लगन से उनका छोटा सा स्टार्टअप आज करोड़ों का हो गया है।
नई दिल्ली: हमारे देश के कई युवाओं का सपना होता है कि वे करोड़पति बनें। कई सालों की पढ़ाई और मेहनत के बाद अगर किसी को एक करोड़ रुपये का पैकेज मिलता है, तो वह अपने सपनों को पूरा हुआ मानता है। लेकिन गाज़ियाबाद की आरुषी अग्रवाल का सपना कुछ अलग था। अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद आरुषी को दो बड़ी कंपनियों से एक करोड़ रुपये के पैकेज के साथ नौकरी का ऑफर मिला। लेकिन आरुषी ने करोड़ों रुपये की नौकरी करने के बजाय एक लाख रुपये की पूंजी से खुद का बिज़नेस शुरू करने का फैसला किया। शुरुआत में दोस्तों और परिवार ने उन्हें पागल समझा, लेकिन चार सालों में उनकी सफलता ने सबको गलत साबित कर दिया।
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सफलता प्राप्त करने के लिए जोखिम उठाने वाले बहुत कम लोग होते हैं। जितना बड़ा रिस्क, उतनी बड़ी सफलता की संभावना। जीवन में संघर्ष के माध्यम से ऊंचाइयों को छूने वाले लोग बहुत कम होते हैं, और आरुषी ने भी ऐसा ही कर दिखाया। गाज़ियाबाद के नेहरू नगर की निवासी 28 वर्षीय आरुषी ने सिर्फ एक लाख रुपये से अपना व्यवसाय शुरू किया। इसके लिए उन्होंने एक करोड़ रुपये की नौकरी का ऑफर ठुकरा दिया था। आज, उनका स्टार्टअप TalentDecrypt का वैल्यू कई गुना बढ़ गया है और आरुषी अब करोड़पति लोगों में गिनी जाती हैं। लेकिन इस सफलता तक पहुंचने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की।
मूल रूप से मुरादाबाद की रहने वाली आरुषी ने नोएडा के एक निजी कॉलेज से बीटेक और एमटेक की पढ़ाई की। 2018 के अंत में, उन्होंने कोडिंग सीखकर सॉफ्टवेयर विकसित करना शुरू किया और अपनी मेहनत के दम पर डेढ़ साल में TalentDecrypt सॉफ्टवेयर तैयार किया। इस सॉफ्टवेयर के बल पर आरुषी ने करोड़पति का टैग हासिल किया और उन्हें भारत सरकार के नीति आयोग से देश की 75 महिला उद्यमियों में से एक के रूप में सम्मानित किया गया।
आरुषी ने आईआईटी दिल्ली से सॉफ्टवेयर डेवलपर का प्रशिक्षण प्राप्त किया और वहीं से इंटर्नशिप पूरी की। इसके बाद उन्हें दो कंपनियों से एक करोड़ रुपये के जॉब ऑफर मिले, लेकिन उन्होंने नौकरी करने के बजाय खुद का काम शुरू करने का फैसला किया। जब उनका प्लान आगे बढ़ रहा था, तब कोरोना ने दस्तक दी।
2020 में जब पूरी दुनिया कोरोना से जूझ रही थी, तब आरुषी ने इस संकट में भी अपने लिए अवसर खोजा। उन्होंने जोखिम उठाया और केवल एक लाख रुपये की पूंजी से TalentDecrypt नामक सॉफ्टवेयर बनाया, जो युवाओं को नौकरियां खोजने में मदद करता है। इस सॉफ्टवेयर की मदद से कोडिंग सीखने वाले युवाओं के टैलेंट के अनुसार नौकरी खोजी जाती हैं।
आरुषी की TalentDecrypt कंपनी युवाओं को मनपसंद नौकरी दिलाने में मदद करती है। वर्तमान में अमेरिका, जर्मनी, सिंगापुर, यूएई, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, नेपाल आदि देशों की 380 कंपनियां आरुषी की कंपनी की सेवाओं का लाभ उठा रही हैं। इस कंपनी में युवाओं को हैकाथॉन के माध्यम से वर्चुअल स्किल टेस्ट देने होते हैं। अब तक, TalentDecrypt के माध्यम से सैकड़ों युवाओं को रोजगार मिल चुका है।
आरुषी अग्रवाल की कहानी हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए जोखिम उठाने से नहीं कतराते। उनकी मेहनत, समर्पण और दृढ़ता ने उन्हें वह मुकाम दिलाया, जो आज कई लोग पाने की चाहत रखते हैं। उनकी यह सफलता न सिर्फ उनके लिए बल्कि उन सभी युवाओं के लिए भी एक मिसाल है, जो अपने सपनों को हकीकत में बदलना चाहते हैं।
आज गर्रा बालाघाट में श्री पितृदेव रेस्टारेंट एवं चौपाटी का शुभारंभ हुआ, बालाघाट जिले के ह्रदय स्थल गर्रा में भोजन नाश्ता, चायनीज और फ़ास्ट फ़ूड के लिए यह उपक्रम विजय नायडू , नरेश राहंगडाले, के सौजन्य से राजू टेंभरे, गजेंद्र राहंगडाले ने खाने का उत्तम स्वाद और शीघ्र सेवा खाने की उत्तम व्यवस्था, छोटी पार्टी जन्मदिन, किटी पार्टी के लिए विशेष सुविधाओ के साथ यह रेस्ट्ररेंट प्रारम्भ हुआ है,
खाने के आर्डर और पार्सल सुविधाओं का भी उचिग ध्यान रखा गया है, शहर में नए और उत्तम स्वाद के लिये यह उपयुक्त स्थल होगा।
Vodafone Idea Share : टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड telecom company Vodafone Idea Limited (VIL) के निदेशक मंडल ने फंड जुटाने की योजना को मंजूरी दे दी है। इसके तहत कंपनी ₹2,458 करोड़ जुटाने के लिए ₹14.80 प्रति शेयर के हिसाब से करीब 166 करोड़ नए शेयर जारी करेगी।
कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि वह नोकिया सॉल्यूशंस एंड नेटवर्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड का अधिग्रहण करेगी। 1,520 करोड़ मूल्य के 102.7 करोड़ शेयर आवंटित किए जाएंगे। जबकि बाकी 938 करोड़ रुपये के 63.37 करोड़ शेयर एरिक्सन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को दिए जाएंगे.
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दो महीने पहले एफपीओ के जरिए 18,000 करोड़ रुपये जुटाए गए
दो महीने पहले अप्रैल 2024 में वोडाफोन आइडिया ने फॉलो ऑन पब्लिक ऑफर यानी एफपीओ के जरिए 18,000 करोड़ रुपये जुटाए थे. कंपनी ने अपने एफपीओ के लिए ₹10 और ₹11 के बीच मूल्य बैंड निर्धारित किया था। निवेशक कम से कम एक लॉट यानी 1298 शेयरों के लिए बोली लगा सकते हैं।
हाल ही में VI को 14,000 करोड़ के लोन की मंजूरी मिली है
हाल ही में, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के नेतृत्व वाले ऋणदाताओं के एक संघ ने वोडाफोन आइडिया (VI) को 14,000 करोड़ रुपये के ऋण के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी। वोडाफोन आइडिया 5G सेवाओं की लॉन्चिंग सहित कई उपायों के माध्यम से अपने घाटे में चल रहे परिचालन को पुनर्जीवित करने की कोशिश कर रहा है।
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मनीकंट्रोल ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. हालाँकि, वोडाफोन ग्रुप पीएलसी और बिड़ला ग्रुप के बीच संयुक्त उद्यम को पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक और अन्य निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों सहित कई ऋणदाताओं से अनौपचारिक प्रतिबद्धताएं प्राप्त हुई हैं।
Vodafone Idea Share के शेयरों ने 6 महीने में 15.27% का रिटर्न दिया
वोडाफोन आइडिया के शेयर आज 2.13% गिरकर 16.08 रुपये पर बंद हुए। पिछले 5 दिनों में इसके शेयर में 4.42% और 1 महीने में 21.36% की तेजी आई है। वहीं, टेलीकॉम कंपनी के शेयरों ने पिछले 6 महीने में 15.27% और एक साल में 103.54% का पॉजिटिव रिटर्न दिया है। हालांकि, वोडाफोन आइडिया के शेयरों ने इस साल अब तक 5.41% का नेगेटिव रिटर्न दिया है।
Vodafone Idea आर्थिक समस्याओं का सामना कर रही है.
वोडाफोन आइडिया आर्थिक तंगी से जूझ रही है, उन पर 210000 करोड़ रुपये का कर्ज है. वोडाफोन आइडिया अपने प्रतिस्पर्धियों (जियो और भारती एयरटेल) से प्रतिस्पर्धा करने के लिए अपनी सेवाओं और बुनियादी ढांचे में सुधार करना चाहती है। कंपनी फिलहाल रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसे प्रमुख प्रतिस्पर्धियों से पीछे है।
Vodafone Idea को चौथी महीनो में ₹7,674 करोड़ का घाटा हुआ है
वोडाफोन आइडिया को वित्त वर्ष 2024 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) में ₹7,674 करोड़ का घाटा हुआ। एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध घाटा 6,418 करोड़ रुपये था। यानी चौथी तिमाही में कंपनी का घाटा सालाना आधार पर 19.56% बढ़ गया है।
VI ने 16 मई को अपनी चौथी तिमाही और वार्षिक नतीजों की घोषणा की थी। परिचालन से VI का समेकित राजस्व साल-दर-साल आधार पर 0.71% बढ़ा। चौथी तिमाही में परिचालन से राजस्व ₹10,606 करोड़ था। पिछले साल की समान तिमाही में राजस्व ₹10,531 करोड़ था।
आर्थिक वर्ष 2024 में कंपनी का घाटा 6.6% बढ़ गया
पूरे FY24 के लिए VI का समेकित घाटा 6.61% बढ़कर ₹31,238 करोड़ हो गया। FY2023 में घाटा ₹ 29,301 करोड़ था।
आर्थिक वर्ष 2024 में राजस्व ₹42,651 करोड़ था
परिचालन से VI का समेकित राजस्व FY24 में बढ़कर ₹42,651 करोड़ हो गया। FY23 में राजस्व ₹42,177 करोड़ था। यानी रेवेन्यू में 1.12% की बढ़ोतरी हुई है।
4G ग्राहकों की संख्या 12.63 करोड़ थी
कंपनी ने कहा कि लगातार 11वीं तिमाही में 4जी ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। चौथी तिमाही के अंत में 4जी ग्राहकों की संख्या 12.63 करोड़ थी. पिछले साल की समान 3 महीनो में यह 12.26 करोड़ रुपये था. कंपनी का कुल ग्राहक आधार 21.26 करोड़ था। चौथी तिमाही में कुल डेटा ट्रैफ़िक में साल दर साल 4.3% की वृद्धि हुई।
The Election Commission will hold a press conference on June 3, a day before the counting of votes polled in the Lok Sabha elections 2024. This likely will be the first time in India’s electoral history that the poll panel has convened a presser on the conclusion of an election.
The press conference will be held in New Delhi at 12.30 p.m.
The Election Commission will hold a press conference on June 3, a day before the counting of votes polled in the Lok Sabha elections 2024. This likely will be the first time in India’s electoral history that the poll panel has convened a presser on the conclusion of an election.
The press conference will be held in New Delhi at 12.30 p.m.
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The seven-phase elections which began on April 19 concluded on June 1.
"Press conference by Election Commission of India on General Elections 2024," the media invite by the EC said.
Till the 2019 parliamentary polls, deputy election commissioners used to hold media briefings after each phase of polls, but the practice has been done away with.
Haldiram : करोड़ों भारतीयों की सबसे पसंदीदा कंपनी हल्दीराम Haldiram बहुत जल्द विदेशी कंपनी के हाथों में जा सकती है. अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और GIC सिंगापूर के साथ दुनिया की सब्से बड़ी निजी इक्विटी फर्म, ब्लैकस्टोन Blackstone हल्दीराम Haldiram का हिस्सा खरीद रहीं है.
गए हप्ते में ब्लैकस्टोन ने हल्दीराम Haldiram स्नैक्स फ़ूड प्राइवेट लिमिटेड HSFDL में से हिस्सा खरीद ने के लिए बोली लगाई है. इकोनॉमिक्स टाइम्स में अपने रिपोर्ट में भी जानकारी दी है.
87 वर्ष की हल्दीराम Haldiram ये भारत की सबसे बड़ी स्नैक्स और सुविधा देने वाली कंपनी है. ब्लैकस्टोन Blackstone और उसके भागीदारों को हल्दीराम Haldiram का 74 से 76% प्रतिशत हिस्सा खरीदने में रस दिखाया है. उसकी कीमत 8-8.5 अरब डॉलर्स ( 66,400-70,500 करोड़ रखी है.
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गंगा बिसन अग्रवाल Ganga Bisson Agarwal इन्होने 1937 में हल्दीराम Haldiram ब्रांड की शुरआत की. आज कंपनी का 100 से भी ज्यादा देशो में बिजनेस है. हल्दीराम Haldiram लगभग 400 प्रकार केक खाद्य पदार्थ बेचता है.
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इसमें Snacks, Namkeen, Sweets, Frozen Food, Biscuits, Ready to Drink Beverages, Pasta, Confectionery, and Ready to Eat Food इनका समावेश है.
ब्लैकस्टोन Blackstone ने दिया हुआ ये प्रस्ताव अगर मंजूर होता है तो ब्लैकस्टोन की भारत की सबसे बड़ी खरीदी होगी। लेकिन इस पुरे मामले में अभीतक कोई भी कंपनी से आधिकारिक व्यक्तव्य नहीं आया है.
4 BUSINESS IDEAS 2024 : यदि ऑफिस से निकलने के बाद आपके पास कुछ समय बच जाता है और उस समय का उपयोग करके थोड़ी एक्स्ट्रा इनकम करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको कोचिंग या ट्यूशन पढ़ाने की जरूरत नहीं है।
आपके पास बस अपना एक स्मार्टफोन और इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए। अगर आपके पास यह दो चीजें मौजूद हैं तो आप घर बैठे सिर्फ कुछ ही मिनटों में अच्छी खासी इनकम कर सकते हैं।
यदि आप अपने समय का उपयोग करके घर बैठे अपने मोबाइल से ऑनलाइन अच्छा-खासा पैसा कमाना चाहते हैं, तो हम आपको 4 ऐसे आसान तरीके बताने जा रहे हैं, जिससे आप मोटी कमाई कर सकते हैं।
कई ऐसे ऐप और वेबसाइट्स उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से आप बस कुछ मिनटों का सर्वे पूरा करके हर रोज तकरीबन एक हजार रुपए तक की कमाई कर सकते हैं।
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कोई ऐसा ऑनलाइन फ्रीलांसिंग कार्य करें, जिसमें अधिक समय न लगे और जिसे आसानी से किया जा सके। इससे भी घर बैठे अच्छी कमाई की जा सकती है।
निवेश पैसा कमाने का सबसे अच्छा तरीका है, तब भी जब आप सो रहे हों। ट्रेडिंग और शेयर बाजार में हाथ आजमाएं, लेकिन संभावित नुकसान से भी सावधान रहें।
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देश में कई ऑनलाइन कंपनियां अब आपको अपना वाहन किराए पर देने की सुविधा देती हैं। उससे भी आप मोटी कमाई कर सकते है।
Viral Video: सोशल मीडिया पर रोज नए नए वीडियो वायरल Viral Video होते रहते है. इसमेसे रस्ते पर बचने वालों की कुछ चीजें भावुक करती है. ऐसे ही एक दिल को छूने वाली घटना अभी वाइरल हो रही है. दिल्ली के तिलक नगर में एग रोल बेचने वाले बच्चे के वीडियो की चर्चा हो रही है. जसप्रीत नाम के इस बच्चे की उम्र सिर्फ 10 साल है. एक फ़ूड ब्लॉगर उसका एक वीडियो Viral Video इंस्टग्राम पर शेयर किया है.
वो ब्लॉगर उस बच्चे से पूछता है- बीटा आप मुझे क्या खिलारहे हो? बच्चा कहता है- एग रोल. ब्लॉगर पूछता है बीटा तुम्हारी उम्र क्या है - बच्चा कहता है 10 साल. फिर एक बार ब्लॉगर पूछता है ये रोल बनाना तुमने कहाँ से सीखा ? बच्चा कहता है पापा से. पापा दुकान में आते नहीं क्या? ऐसा पूछने के बाद बच्चे ने कहाँ बीमारी के कारन उनका देहांत हो गया.
उस ब्लॉगर ने बच्चे से पूछा तुम्हारी माँ कहाँ गई? ऐसा पूछने पर बच्चे कहाँ की वो पंजाब चली गई. मुझे तुम्हारे साथ रहना नहीं है ऐसा माँ ने बताया मुझको। मुझे 14 साल की बहन है और मई अपना घर चलाता हूं. काम के साथ पढ़ाई भी करता हूँ. फिलाल मैं मेरे चाचा साथ रहता हूँ. ब्लॉगर कहता है मैं तुम्हारी हिम्मत की दाद देता हूँ. इस वीडियो Viral Video से तुम्हे इतना प्यार मिलेगा की देख तुही इसके बाद बहुत मजा आएगा ऐसा कहाँ।
बच्चे का Viral Video वीडियो वाइरल होने के बाद अब उद्योकपति आनंद महिंद्रा industrialist Anand Mahindra इन्होने बच्चे का कॉन्टैक्ट डिटेल्स मांगा है. उन्होंने कहां की, महिंद्रा फाउंडेशन बच्चे की पढाई के लिए मदत कर सकती है. इसके साथ ही ट्विट भी किया है. जसप्रीत के पढाई पर परिणाम न हो. वो तिलक नगर दिल्ली यहाँ रहता है. किसी के पास उसका मोबाइल नंबर होगा तो कृपया शेयर करें। महिंद्रा फाउंडेशन Mahindra Foundation टीम उसके पढाई मदत कर सकती है ऐसा ट्वीट में कहाँ गया है.
Success Story : दोस्तों हमारे देश में एक ऐसे नौजवान है जिन्हे डिग्री लेने के बाद भी लाइफ में क्या करें ? ऐसा प्रश्न पड़ता है. लेकिन 14-15 वर्ष के 6 और 7 वीं कक्षा में पढ़ने वाले दो भाइयों ने कुछ ऐसा कर के दिखाया है जो करने के लिए लोगों को कई साल मेहनत करनी पड़ती है. इन दोनों ने ऐसा पराक्रम किया है. जिससे वो पुरे देशभर के लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्थान बन चुके है.
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आम तौर पर 6 और 8 वीं कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे 10 वीं -12 वीं अच्छे नंबर से पास होने के बाद डॉक्टर, इंजिनियर, वकील या कोई और नौकरी करने का सोचते है. लेकिन इन दोनों ने बचपन से बिजनेस बनाने का सपना देखें थे. विशेष रूप से उन्होंने ये सपना पचपन में पूरा कर चुके है. और 6 -8 वीं कक्षा में पढ़ते समय ही भारत के सबसे युवां CEO भी बन चुके है. इनके बारे में सुनकर आपके मन में सवाल जरूर आया होगा की ये बच्चे कोण है और इन्होने इतनी छोटी सी उम्र में क्या किया है?
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श्रवण कुमारन Shravan Kumaran और संजय कुमारन, Sanjay Kumaran ये इन दोनों बच्चो के नाम है. शायद ये नाम अपने कभी सुने नहीं होंगे। लेकिन व्यवसाय की दुनिया में उनकी बहुत चर्चा है. देश के सबसे युवां app डेवलपर होने का सन्मान वो दोनोने हासिल किया है.उम्र के 10 और 12 वर्ष में श्रवण और संजय ने 2011 में चेन्नई उनके घर से Godimension नाम की कंपनी शुरू की. संजय कंपनी का CEO है तो श्रवण कंपनी का chairman है.
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कुमारन ब्रदर्स ने विकसित किया हुआ पहला app Catch Me Cop ये भारत के प्रसिद्ध पचपन के चोर पुलिस खेल से प्रेरित गेमिंग app था. उसके बाद डिजाइन किए हुए और apps में बच्चो के लिए aducation app alphabet board और Color Palette Emergency Service App Prayer App and Gaming App Superhero और car racing apps का समवेश है. उन्होंने अबतक छोटे बड़े मिलकर 150 अप्प्स तैयार किए है.